महाराष्ट्र: नंबर गेम में अजित चाचा शरद पवार पर भारी पड़े, 29 विधायक जुटाए

05:57 pm Jul 05, 2023 | सत्य ब्यूरो

महाराष्ट्र एनसीपी में विधायकों की संख्या बल में अजित पवार भारी पड़े हैं। एमईटी बांद्रा में अजित पवार और वाईबी चव्हाण सेंटर में शरद पवार गुट के विधायक सुबह से ही पहुंचने लगे थे।अभी तक 17 विधायक शरद पवार कैंप में और 29 विधायक अजित पवार के कैंप में पहुंचने के दावे दोनों तरफ से किए गए हैं।

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक अजित पवार के नेतृत्व में एनसीपी की बैठक में शामिल हुए विधायक-  पार्टी के मुख्य सचेतक अनिल पाटिल, अजित पवार

 छगन भुजबल, हसन मुश्रीफ, नरहरि झिरवाल दिलीप मोहिते, माणिकराव कोकाटे, दिलीप वाल्से पाटिल, अदिति तटकरे,  राजेश पाटिल,  धनंजय मुंडे,   धर्मराव अत्राम, अन्ना बंसोड़, नीलेश लंके,  इंद्रनील नाइक,  सुनील शेलके,  दत्तात्रय भरणे,  संजय बंसोड़,  संग्राम जगताप,  दिलीप बनकर, सुनील टिंगरे सुनील शेलके,  बालासाहेब अजाबे,  दीपक चव्हाण, यशवंत माने,  नितिन पवार,  शेखर निकम, संजय शिंदे (निर्दलीय) और राजू कोरमारे हैं।  बैठक में उपस्थित एमएलसी हैं: 1) अमोल मिटकारी,  2) रामराजे निंबालकर,  3) अनिकेत तटकरे,  4)विक्रम काले।

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक फिलहाल, शरद पवार को समर्थन देने के लिए 14 विधायक वाईबी चव्हाण केंद्र पहुंच चुके हैं। इनमें जीतेन्द्र अव्हाड़, अनिल देशमुख, राजेंद्र शिंगणे, प्राजक्त तनपुरे, बालासाहेब पाटिल, अशोक पवार, किरण लाहमाते, जयन्त पाटिल, सुमनताई पाटिल, रोहित पवार, चेतन तुपे, राजेश तुपे, संदीप कसीरसागर और सुनील भुसारा हैं। कुल 5 सांसदों और 3 एमएलसी ने शरद पवार का समर्थन किया है। इन 5 सांसदों में श्रीनिवास पाटिल (लोकसभा), सुप्रिया सुले (लोकसभा), अमोल कोल्हे (लोकसभा), फौजिया खान (राज्यसभा) वंदना चव्हाण (राज्यसभा) शामिल हैं। तीन एमएलसी में शशिकांत शिंदे, बाबाजानी दुरानी, ​​एकनाथ खडसे शामिल हैं।

सभी विधायक मेरे संपर्क में हैं. यहां तक ​​कि वे विधायक भी जो (शरद पवार की) दूसरी बैठक में हैं.


-अजित पवार, डिप्टी सीएम, एनसीपी बागी गुट के नेता 5 जुलाई 2023 बैठक में सोर्सः इंडियन एक्सप्रेस

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक एक आश्चर्यजनक कदम में, अजित पवार के करीबी सहयोगी, निर्दलीय विधायक देवेंद्र भुयार, शरद पवार से मिलने के लिए वाई बी चव्हाण केंद्र पहुंचे। शिरूर से एनसीपी विधायक अशोक पवार भी शरद पवार के साथ आ गए हैं। वह इस सप्ताह की शुरुआत में अजित पवार के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान उनके साथ मौजूद थे। दूसरी ओर, अजित पवार द्वारा नियुक्त एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने दावा किया है कि अधिकांश विधायक उपमुख्यमंत्री अजित पवार का समर्थन कर रहे हैं।

लोकसभा सांसद मोहम्मद फजल ने शरद पवार का समर्थन किया।

एनडीटीवी की एक खबर के मुताबिक अजित पवार गुट ने दावा किया है कि एनसीपी के कम से कम 29 विधायक बागी विधायक अजीत पवार के साथ मंच पर दिखाई दिए। दोनों पक्षों ने महाराष्ट्र के 53 विधायकों में से बहुमत पर दावा किया है।

शरद पवार गुट की एनसीपी के चीफ व्हिप जितेंद्र अव्हाड़ वाईबी चव्हाण सेंटर पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही और भी नेता यहां पहुंचेंगे।

एनसीपी प्रवक्ता महेश तापसे ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "शिंदे-फडणवीस सरकार में शामिल हुए नौ विधायकों को छोड़कर, आज हमारी बैठक में 45 विधायकों के शामिल होने की उम्मीद है।"

शरद पवार गुट के विधायक अनिल देशमुख बैठक में पहुंच गए हैं। अनिल देशमुख ने कहा - "जब शरद पवार महाराष्ट्र से बाहर जाएंगे तो हम बड़ी संख्या में समर्थकों को उनके साथ शामिल होते देखेंगे।"

मंत्री और अजित पवार खेमे के नेता छगन भुजबल ने कहा - "हम मंच पर और अन्य स्थानों पर बैठे नेताओं की संख्या देखेंगे। समर्थक कागजात पर हस्ताक्षर कर रहे हैं और उनसे पूछा जाता है कि वे कहां से आए हैं। नेताओं की सही संख्या केवल मंच पर ही देखी जा सकती है।" भुजबल का यह जवाब विधायकों की संख्या के बारे में पूछे जाने पर आया था।

अजित पवार एमईटी कॉलेज में अपने गुट की बैठक में पहुंचे पार्टी का झंडा फहराया।

बैठक में पहुंचे प्रफुल्ल पटेल से पूछा गया कि आपके साथ कितने विधायक हैं। पटेल ने कहा - सब विधायक हमारे साथ हैं। चिन्ता न करें।

अजित पवार गुट की एमईटी कॉलेज में हो रही बैठक में आने वाले लोगों से शपथपत्र पर हस्ताक्षर कराए जा रहे हैं। जबकि यह बैठक विधायकों को नोटिस जारी करते हुए बुलाई गई थी। यह कैसे तय होगा कि शपथपत्र पर जो लोग हस्ताक्षर कर रहे हैं वे एनसीपी के वास्तविक कार्यकर्ता हैं। 

शरद पवार की NCP ने स्पीकर नारवेकर के समक्ष एक याचिका दायर की है, जिसमें पिछले सप्ताह दलबदल करने वाले अजीत पवार और आठ अन्य विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की गई है। पार्टी ने भारतीय चुनाव आयोग (ईसी) को भी पत्र लिखकर कहा है कि 1999 में एनसीपी की स्थापना करने वाले शरद पवार पार्टी के प्रमुख बने रहेंगे और नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं होगा। एनसीपी ने चुनाव आयोग में केविएट दाखिल करते हुए कहा गया है कि अजित पवार गुट पर कोई फैसला लेने से पहले चुनाव आयोग हमारी भी सुने।

शरद पवार ने विरोधियों को चेतावनी दी है कि मेरी फोटो का उपयोग न करें। इसके बावजूद भी मुंबई की सड़कों पर, हर एनसीपी (अजित पवार गुट) होर्डिंग में शरद पवार की तस्वीरें हैं।