छत्तीसगढ़ में धर्म संसद में महात्मा गांधी को लेकर महंत कालीचरण द्वारा इस्तेमाल किए गए अपशब्दों को लेकर सियासत गरमा गई है। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी के नेता नवाब मलिक ने महंत कालीचरण द्वारा इस्तेमाल किए गए अपशब्दों का मुद्दा महाराष्ट्र विधानसभा में उठाया। नवाब मलिक ने कहा कि कालीचरण ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान किया है। मलिक ने महाराष्ट्र सरकार से कालीचरण पर देशद्रोह के तहत मामला दर्ज करने की मांग की है।
कालीचरण द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्दों पर मलिक ने कहा कि कालीचरण ने देश का अपमान किया है।
जैसे ही नवाब मलिक ने यह मुद्दा विधानसभा में उठाया वैसे ही महाराष्ट्र में विपक्ष में बैठी बीजेपी ने भी नवाब मलिक के साथ होने में देर नहीं लगाई। महाराष्ट्र के पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के बड़े नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कालीचरण के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के बारे में किसी भी ग़लत बात का समर्थन भारतीय जनता पार्टी नहीं करती है और वह महंत कालीचरण द्वारा दिए गए बयान से पार्टी अपने को दूर रखती है।
नवाब मलिक द्वारा कालीचरण के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कालीचरण के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया है। पवार ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी कोई व्यक्ति नहीं हैं, बल्कि एक विचारधारा हैं और उनके बारे में किसी भी ग़लत बयानबाज़ी का समर्थन नहीं किया जा सकता है।
इससे पहले नवाब मलिक ने ट्वीट में लिखा कि सत्य और अहिंसा को झूठे और हिंसक लोग कभी हरा नहीं सकते। मलिक ने साथ ही यह भी लिखा कि ‘बापू हम शर्मिंदा हैं तेरे क़ातिल ज़िंदा हैं’। मलिक ने दूसरे ट्वीट में यह भी लिखा कि महात्मा गांधी का अपमान करना देश का अपमान करने के बराबर है। उन्होंने कहा कि कालीचरण के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान करने के जुर्म में उसे गिरफ्तार किया जाना चाहिए। मलिक ने कहा कि कालीचरण महाराष्ट्र के अकोला ज़िले में रहते हैं और उनपर यहां पर कार्रवाई की जा सकती है।
नवाब मलिक ने यह भी कहा कि जब से केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई है तभी से महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे का महिमामंडन शुरू हो चुका है। हालाँकि बीजेपी के समर्थक अब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में खुलेआम आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं जो किसी भी क़ीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मलिक ने यह भी आरोप लगाया कि यह सब बीजेपी के इशारे पर ही हो रहा है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित धर्म संसद में महंत कालीचरण ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को अपशब्द कहे थे जिसके बाद बबाल हो गया। कालीचरण के बयान से कुछ संत भी नाराज़ हुए हैं। उसी धर्म संसद से महंत राम सुंदर दास मंच छोड़कर चल गए थे।