सैफ का हमलावर बांग्लादेशी, भारत में अपना नाम बदला, जानें कैसे पकड़ा गया

01:49 pm Jan 19, 2025 | सत्य ब्यूरो

सैफ अली खान के कथित हमलावर को रविवार को ठाणे से गिरफ़्तार कर लिया गया। गिरफ़्तारी के कुछ घंटे बाद ही मुंबई पुलिस ने दावा किया कि शुरुआती साक्ष्यों से पता चला है कि हमलावर एक बांग्लादेशी है, जिसके पास कोई वैध भारतीय पहचान पत्र नहीं है। पुलिस ने कहा कि आरोपी, 30 वर्षीय मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद ने अपना बांग्लादेशी मूल छिपाने के लिए भारत में प्रवेश करने के बाद अपना नाम बदलकर विजय दास रख लिया था।

आरोपी ने 16 जनवरी को अभिनेता सैफ अली खान पर उनके मुंबई स्थित आवास पर चाकू से हमला किया था। आरोपी ने कथित तौर पर अभिनेता के घर में घुसकर अपराध करने की बात कबूल की है। पुलिस इस सिलसिले में पूछताछ की है। 

पुलिस उपायुक्त दीक्षित गेदाम ने कहा, 'हमने आरोपी को शनिवार रात ठाणे से गिरफ्तार किया। उसकी पहचान मोहम्मद इस्लाम के रूप में हुई है और वह बांग्लादेशी मूल का है।' उन्होंने आगे कहा, 'हमने उसके खिलाफ पासपोर्ट अधिनियम की धाराएं लगाई हैं, क्योंकि वह यह साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं दे सका कि वह भारतीय है, और हमें यह साबित करने के लिए कुछ सबूत मिले हैं कि वह बांग्लादेशी है।' अधिकारी ने बताया कि आरोपी का कोई पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है और उसे इस बात की जानकारी नहीं थी कि वह सैफ अली खान के आवास पर डकैती डालने का प्रयास कर रहा था।

बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर यह हमला गुरुवार की सुबह करीब 2.30 बजे हुआ था, जब वह अपने दो छोटे बेटों के साथ घर पर थे। उन्होंने अपने बेटे जेह के कमरे में हाथापाई सुनी और जब उन्होंने देखा कि वह शख्स उनके बेटे की आया पर हमला कर रहा है, तो उन्होंने बचाने की कोशिश की। इस दौरान अभिनेता को चाकू से छह बार हमला किया गया। इसमें उनकी पीठ पर दो गहरे घाव शामिल हैं - एक उनकी रीढ़ की हड्डी के बहुत करीब था - और उनकी गर्दन पर मामूली चोट थी। हाथापाई में एक स्टाफ भी घायल हो गया। सैफ अली ख़ान के बेटे ने उन्हें गुरुवार को सुबह करीब 3 बजे लीलावती अस्पताल पहुंचाया, जहां उन्हें तुरंत सर्जरी के लिए ले जाया गया। सर्जरी के बाद उनकी हालत अब ठीक बताई जा रही है।

जानिए, कैसे पकड़ा गया

संदिग्ध के रूप में पहचान के बाद आरोपी को ट्रैप किया गया। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने शनिवार शाम को संदिग्ध की पहचान की, जिसके बाद उन्होंने उसके फोन नंबर को ट्रैक करना शुरू कर दिया। पहले, पुलिस को उसकी पहचान के बारे में कुछ पता नहीं था, लेकिन दादर से मिले सीसीटीवी फुटेज ने उन्हें इसमें काफी मदद की।

एक मोबाइल शॉप से ​​मिले फुटेज में वह मोबाइल कवर खरीदता हुआ दिखाई दे रहा था। इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी के जरिए उसका पता लगाना जारी रखा।

इसी से वर्ली कोलीवाड़ा इलाके में उसके घर का पता लगा, जहां वह पांच अन्य लोगों के साथ एक कमरे में रह रहा था। पूछताछ और उसके मोबाइल रिकॉर्ड के आधार पर पुलिस को पता चला कि वह ठाणे में रिलायंस लेबर कैंप गया था। इसके अलावा, एक अन्य टीम ने पांडे नामक एक ठेकेदार की पहचान की, जिसने कुछ महीने पहले आरोपी को काम पर रखा था।

इस हाईप्रोफाइल केस में हमले के बाद से मुंबई पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए युद्ध स्तर पर जुटा हुआ था। अधिकारियों ने पहले कहा था कि शहर की पुलिस ने हमलावर का पता लगाने और उसे पकड़ने के लिए 20 टीमें बनाईं और उसे खोजने के लिए अपने मुखबिरों के नेटवर्क का इस्तेमाल कर रही है। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार आरोपी को रविवार को गिरफ्तार किया गया है। 

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार ठाणे के एक पब में काम करने वाले हमलावर को शहर के हीरानंदानी एस्टेट में एक मेट्रो निर्माण स्थल के पास एक श्रमिक शिविर से गिरफ्तार किया गया। मुंबई के विले पार्ले पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने गिरफ्तारी करने में सफलता हासिल की है। पुलिस ने बताया कि आरोपी के कई नाम हैं जैसे बिजॉय दास, विजय दास, मोहम्मद इलियास और बी.जे.। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी पश्चिम बंगाल का रहने वाला है।

आरोपी की तलाश के लिए पुलिस की 20 टीमें गठित की गई थीं। मुंबई पुलिस ने हमलावर की सीसीटीवी फुटेज भी जारी की थी जो सैफ पर हमले के बाद उनके घर की सीढ़ियों से नीचे भागता हुआ दिखा था।

इस मामले में पुलिस ने पहले भी संदिग्धों पर कार्रवाई की थी। छत्तीसगढ़ के दुर्ग में एक ट्रेन से 31 वर्षीय व्यक्ति को हिरासत में लिया गया था, हालांकि शीर्ष जांचकर्ताओं ने कहा कि वह व्यक्ति संदिग्ध था, आरोपी नहीं। शुक्रवार को पुलिस ने बांद्रा में एक अन्य व्यक्ति को हिरासत में लिया और पूछताछ के लिए लाया। हालांकि, पांच घंटे बाद उसे छोड़ दिया गया क्योंकि पुलिस ने पाया कि उस व्यक्ति का सैफ मामले से कोई संबंध नहीं है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि उसे इसलिए पकड़ा गया था क्योंकि उसका चेहरा आरोपी से मिलता-जुलता था। 

सैफ अली खान अपने परिवार के साथ मुंबई के बांद्रा (पश्चिम) में सतगुरु शरण बिल्डिंग में डुप्लेक्स (11वीं और 12वीं मंजिल) में रहते हैं। पुलिस ने खान की बांद्रा बिल्डिंग और करिश्मा के खार स्थित घर की सुरक्षा बढ़ा दी है।

मामले में दर्ज शिकायत के अनुसार, हमलावर सैफ अली खान के छोटे बेटे जेह के कमरे में घुसा था, जब उसे घर के नौकर ने देखा। शिकायतकर्ता ने कहा कि इसके बाद हुए शोर-शराबे से घर के अन्य लोग घबरा गए और सैफ अली खान और करीना कपूर खान जेह के कमरे में घुस गए। 

सैफ ने हमलावर का सामना किया और वह हाथापाई में घायल हो गए। करीना कपूर खान ने शनिवार को मुंबई पुलिस को अपना बयान दिया, जिसमें उन्होंने बताया कि घुसपैठिए ने हाथापाई के दौरान आक्रामक रुख अपनाया, लेकिन खुले में रखे ज्वैलरी को हाथ नहीं लगाया।