मंगलवार को महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमित लोगों की तादाद बढ़ कर 1,018 हो गई। इसके साथ ही महाराष्ट्र भारत का वह पहला राज्य बन गया, जहाँ एक हज़ार से अधिक लोगों में कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए गए।
150 नए मामले
मंगलवार को पूरे राज्य में 150 नए मामले सामने आए हैं। इसमें से मुंबई में सबसे अधिक 116 मामले पाए गए हैं। इसके अलावा पुणे में 18 मामले सामने आए हैं।अहमदनगर, नागपुर और औरंगाबाद से तीन-तीन, थाणे और बुलडाना से दो-दो, सतारा, रत्नागिरी और सांगली से एक-एक मामले की पुष्टि हुई है।
4,789 लोग संक्रमित
इसके साथ ही पूरे देश में अब तक 4,789 लोगों में संक्रमण पाया गया है, इससे 124 लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन अधिक चिंता की बात यह है कि बीते 24 घंटे में इस संक्रमण से 13 लोगों की मौत हो गई है। कोरोना से 352 लोगों का सफलतापूर्वक इलाज किया जा चुका है। तमिलनाडु में 690 और दिल्ली में 576 मामले सामने आए हैं।कोरोना संक्रमण से प्रभावित होने वाले लोगों की संख्या 5 हज़ार के पास ऐसे समय पहुँची है जब कई लोगों ने यह आशंका जताई है कि भारत में अब सामुदायिक संक्रमण का दौर शुरू हो चुका है।
सामुदायिक फैलाव
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि भारत में कुछ जगहों पर स्थानीय इलाक़ों में कम्युनिटी स्प्रेड (सामुदायिक फैलाव) शुरू हो चुका है। गुलेरिया ने न्यूज़ चैनल आज तक से बातचीत में कहा, ‘अगर हम दुनिया के हिसाब से देखें तो हमारी स्थिति बेहतर है। लेकिन चिंता का विषय यह है कि कुछ जगहों पर हॉट स्पॉट बने हैं, इसलिये हमें आक्रामक रहने की ज़रूरत है क्योंकि कुछ जगहों पर कम्युनिटी स्प्रेड हो रहा है, हम उसे न फैलने दें।’सामुदायिक संक्रमण की आशंका महाराष्ट्र के लिए ख़तरे की घंटी है। गुलेरिया ने कहा कि स्थानीय स्तर पर सामुदायिक फैलाव के मामले मुंबई में देखे गये हैं। उन्होंने कहा कि इस वजह से हमें और सतर्क रहने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि तब्लीग़ी जमात के धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए और इन लोगों के संपर्क में आये दूसरे लोगों का पता लगाने की ज़रूरत है, जिससे इन्हें क्वरेंटीन किया जा सके।