महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पाँच दिन पहले लोकपोल का सर्वे आया है। इसमें महायुति और एमवीए के बीच काफ़ी कड़ा मुक़ाबला होता दिखाया गया है। हालाँकि, इसने अपनी भविष्यवाणी में एमवीए को बढ़त बनाने की बात कही है।
लोकपोल द्वारा जारी सर्वे में कहा गया है कि बीजेपी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी वाले गठबंधन महायुति को 115-128 सीटें मिल सकती हैं। सर्वे में कांग्रेस, उद्धव की सेना और शरद पवार के एनसीपी खेमे वाले गठबंधन एमवीए को 151-162 सीटें मिलने के आसार बताए गए हैं। इसके अलावा अन्य को भी 5-14 सीटें मिल सकती हैं।
लोकपोल ने अपने सर्वे को लेकर दावा किया है कि इसने एक महीने से अधिक समय तक व्यापक जमीनी अध्ययन करने के बाद महाराष्ट्र के लिए मेगा सर्वेक्षण रिपोर्ट जारी की है। इसने कहा है कि प्रति विधानसभा क्षेत्र में इसने क़रीब 300 का सैंपल सर्वे किया है। कुल मिलाकर इसने सभी विधानसभा क्षेत्रों में 86400 सैंपल लिया है।
सर्वे में सीटों की ही भविष्यवाणी नहीं की गई है, बल्कि वोट शेयर का भी अनुमान लगाया गया है। इसने कहा है कि महायुति को 37-40 फीसदी तक वोट मिल सकते हैं, जबकि एमवीए को 43-46 फीसदी तक वोट मिल सकते हैं। अन्य को भी 16-19 फ़ीसदी वोट मिलने के आसार हैं।
सर्वे में कहा गया है कि बीजेपी द्वारा ध्रुवीकरण की राजनीति एनडीए को उल्टा पड़ने वाली है। इसने कहा है कि मतदाताओं में मुद्दे आधारित राजनीति के प्रति आकर्षण है। इसने कहा है कि कृषि, रोजगार, महिला सुरक्षा, महंगाई जैसे मुद्दे मतदाताओं के लिए अहम हैं।
सर्वे में यह भी कहा गया है कि बीजेपी एंटी-इंकंबेंसी का भी सामना कर रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि फडणवीस की छवि को नुक़सान पहुँचा है और एनडीए में एकनाथ शिंदे सबसे पॉपुलर नेता हैं। इसमें यह भी कहा गया है कि लोकसभा चुनाव की अपेक्षा ओबीसी एनडीए की ओर जा रहे हैं, लेकिन अन्य मुद्दों की वजह से इसका उतना असर नहीं है। सर्वे में कहा गया है कि आम तौर पर मराठा एमवीए को समर्थन करते दिख रहे हैं जबकि ओबीसी बँटे हुए दिख रहे हैं।
सर्वे में कहा गया है कि कांग्रेस बड़ी पार्टी के रूप में उभरती दिख रही है। इसमें यह भी कहा गया है कि वीबीए और एमआईएम जैसे वोट काटने वाले दलों का असर कम दिख रहा है, लेकिन बागी काफी असर डालेंगे।