मुंबई में शनिवार रात और रविवार सुबह भारी बारिश तबाही लेकर आई। दो अलग-अलग जगहों पर भवन ढहने से कम से कम 23 लोगों की मौत हो गई है और अभी भी कई लोगों के फँसे होने की आशंका है। ट्रेन सेवाएँ बाधित हैं। शहर में रेड अलर्ट घोषित किया गया है और लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है।
भारी बारिश के बाद मुंबई के कई हिस्सों में जल जमाव हो गया। इससे आवाजाही बाधित हुई। रेलवे ट्रैक और सड़कों पर पानी भरा रहा। कई ट्रेनें देर से चलीं तो कई ट्रेनों के मार्ग में बदलाव किया गया। मुंबई की लोकल ट्रेन सेवा भी बाधित हुई है। बसों के रूट में भी बदलाव किया गया है।
अधिकारियों ने कहा है कि मुंबई शहर में रात 8 बजे से 2 बजे के बीच 156.94 मिमी बारिश दर्ज की गई। पूर्वी उपनगरों में 143.14 मिमी और पश्चिमी में 125.37 मिमी बारिश दर्ज की गई। मूसलाधार बारिश के कारण चूनाभट्टी, सायन, दादर और गांधी मार्केट, चेंबूर और कुर्ला एलबीएस रोड के निचले इलाक़ों में भारी बाढ़ आ गई।
भारी बारिश के बीच शहर के चेंबुपर के वशीनाका क्षेत्र में घर की दीवार ढहने से बड़ी जनहानि हुई है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार कम से कम 17 लोगों की मौत हुई है और कई घायल हुए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, विक्रोली क्षेत्र में रविवार सुबह हादसे में 6 लोगों की मौत हुई है और दो लोग घायल हुए हैं।
हादसे की घटना के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने इन दुर्घटनाओं पर शोक जताया है। उन्होंने मृतकों के परिवार वालों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हज़ार रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है।
बता दें कि मौसम विज्ञान विभाग ने मुंबई में अलग-अलग जगहों पर भारी से लेकर बहुत भारी बारिश की आशंका जताई है। क्लाइमेट रिसर्च एंड सर्विसेज पुणे में एसआईडी के प्रमुख केएस होसलीकर के अनुसार, उत्तर पश्चिमी उपनगरों में घने बादल छाए रहेंगे, पालघर और दहानू ज़िले में भी घने बादल छाए रहने की संभावना है।