महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे सरकार को बने एक हफ्ते का समय हो गया है लेकिन अभी तक कैबिनेट का विस्तार नहीं हुआ है। 30 जून को राजभवन में हुए शपथ ग्रहण समारोह में सिर्फ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शपथ ली थी। देवेंद्र फडणवीस के करीबी सूत्रों का कहना है कि महाराष्ट्र में कैबिनेट का विस्तार अगले सप्ताह होगा।
सुप्रीम कोर्ट में बागी विधायकों की अयोग्यता को लेकर शिवसेना ने केस फाइल किया हुआ है जिस पर 11 जुलाई को सुनवाई होगी। ऐसे में फडणवीस और शिंदे सरकार कोई खतरा मोल लेना नहीं चाहती है।
हालांकि बीजेपी और शिंदे गुट ने कैबिनेट विस्तार का खाका तैयार कर लिया है।
महाराष्ट्र में अभी तक एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस दोनों ही मिलकर सरकार चला रहे हैं। अभी तक नई सरकार की कैबिनेट का विस्तार नहीं हुआ है। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के करीबी सूत्रों का कहना है कि बीजेपी और शिंदे गुट के बीच मंत्रियों को लेकर फैसला हो गया है। सूत्रों का कहना है कि बीजेपी सरकार में बड़ा रोल निभाने जा रही है। बीजेपी की तरफ से 28 मंत्री बनने जा रहे हैं जबकि एकनाथ शिंदे गुट को 15 मंत्री मिलेंगे।
बीजेपी को जो 28 मंत्री मिलने जा रहे हैं उनमें से 20 मंत्रियों को कैबिनेट मंत्री बनाया जाएगा जबकि आठ को राज्यमंत्री बनाए जाने का प्रस्ताव है। वहीं, दूसरी ओर शिंदे गुट के 15 मंत्रियों में से 11 कैबिनेट मंत्री बनाए जाएंगे जबकि 4 राज्य मंत्री होंगे।
मंत्रियों के इस बंटवारे को बीजेपी के केंद्रीय आलाकमान से भी हरी झंडी मिल गई है।
बीजेपी के टॉप सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री फडणवीस की गुरुवार को एक औपचारिक बैठक भी होने वाली है। इस बैठक में अगले हफ्ते होने वाले कैबिनेट के विस्तार पर चर्चा होगी। महाराष्ट्र बीजेपी के एक बड़े नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया है कि क्योंकि बीजेपी के पास इस वक्त 115 विधायकों का समर्थन है इसलिए कैबिनेट विस्तार में उसे ज्यादा मंत्री पद मिलने वाले हैं।
मंत्रालयों को लेकर हुआ फैसला
बीजेपी के सूत्र ने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बीच यह भी फाइनल हो गया है कि किस गुट के पास कौन सा मंत्रालय रहेगा। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पास नगर विकास मंत्रालय और एमएसआरडीसी मंत्रालय रहेगा। इसके साथ ही एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र में चल रहे बड़े प्रोजेक्ट पर भी ध्यान रखेंगे जिसमें मुंबई की कोस्टल रोड, ट्रांस हार्बर लिंक, मेट्रो रेल, नागपुर समृद्धी महामार्ग और मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन शामिल हैं।
जबकि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस अपने पास गृह और वित्त मंत्रालय रख सकते हैं। इसके साथ ही बीजेपी के खाते में राजस्व विभाग, पीडब्ल्यूडी, गृह निर्माण, बिजली विभाग, उच्च शिक्षा मंत्रालय, डेरी मंत्रालय, पर्यटन मंत्रालय और फूड और सिविल सप्लाई जैसे अहम मंत्रालय रहने वाले हैं।
ये नेता बन सकते हैं मंत्री
बीजेपी की तरफ से जिन विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है उनमें महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत दादा पाटील, चंद्रशेखर बावनकुले, गिरीश महाजन, राधाकृष्ण विखे पाटील, प्रवीण दरेकर, आशीष शेलार, संजय कुटे शामिल हैं। वहीं दूसरी ओर एकनाथ शिंदे गुट की तरफ से गुलाबराव पाटिल, उदय सामंत, दादाजी भूसे, शंभूराजे देसाई, अब्दुल सत्तार, बच्चू कडू, राजेंद्र पाटील, अनिल बाबर, संजय शिरसाट और भरत गोगावले शामिल हैं। शिंदे गुट को ट्रांसपोर्ट, माइनिंग, इंडस्ट्री, पर्यावरण और स्कूल मंत्रालय जैसे विभाग दिए जा सकते हैं।
सूत्रों का कहना है कि अगर महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील शिंदे सरकार में शामिल होते हैं तो फिर उन्हें बीजेपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना होगा। इसके लिए फिलहाल दो लोग रेस में सबसे आगे चल रहे हैं। जिनमें आशीष शेलार और धनगर कम्युनिटी से आने वाले राम शिंदे शामिल हैं। ऐसे में अब सभी की नजरें महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट विस्तार पर लगी हुई हैं।