बॉलीवुड में ड्रग्स एंगल की जांच कर रही एजेंसी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। क्योंकि एनसीबी पर करण जौहर की कंपनी धर्मा एंटरटेनमेंट के पूर्व एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर क्षितिज प्रसाद के उत्पीड़न का आरोप उनके वकील सतीश मानशिंदे ने लगाया है।
क्षितिज को बीते शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया था और एनसीबी ड्रग्स चैट को लेकर उनसे पूछताछ कर रही थी। एनसीबी का कहना है कि कुछ वॉट्स ऐप चैट में वह ड्रग्स पैडलर से चैटिंग कर रहे हैं।
दीपिका से हुई थी पूछताछ
एनसीबी की ओर से बीते शनिवार को दीपिका पादुकोण, उनकी मैनेजर करिश्मा प्रकाश को आमने-सामने बैठाकर भी पूछताछ की गई थी। क्योंकि इस एजेंसी को जांच के दौरान दीपिका और करिश्मा प्रकाश के बीच वॉट्स ऐप पर हुई चैटिंग मिली थी और इसमें गांजा और वीड का जिक्र किया गया था। दीपिका से ड्रग्स चैट को लेकर पूछा गया था कि क्या यह चैट उन्होंने ही की है। ख़बरों के मुताबिक़, दीपिका ने स्वीकार किया था कि उन्होंने चैटिंग की है।झूठा फंसाने को लेकर दबाव
बहरहाल, क्षितिज के वकील मानशिंदे ने रविवार को मुंबई की एक अदालत को बताया कि क्षितिज प्रसाद पर दबाव बनाया गया कि वह फ़िल्म निर्माता करण जौहर और उनकी कंपनी के कुछ अधिकारियों को झूठा फंसा दें। मानशिंदे ने क्षितिज के हवाले से कहा, ‘एनसीबी के अफ़सरों ने मुझसे (क्षितिज से) कहा कि वे मुझे जाने देंगे अगर मैं करण जौहर, सोमेल मिश्रा, राखी, अपूर्वा, नीरज या राहिल को फंसा दूं। अफ़सरों ने मुझसे कहा कि मैं यह झूठा आरोप लगा दूं कि वे लोग ड्रग्स लेते हैं।’
मानशिंदे ने क्षितिज के बयान के आधार पर कहा, ‘मैंने (क्षितिज) उनके द्वारा दबाव बनाए जाने के बावजूद ऐसा करने से इनकार कर दिया क्योंकि मैं इनमें से किसी भी शख़्स को व्यक्तिगत रूप से नहीं जानता और मैं किसी को भी झूठा फंसाना नहीं चाहता।’
मानशिंदे ने एनसीबी के एक अफ़सर समीर वानखेड़े का नाम अपने बयान में लिया है। उन्होंने कहा, ‘समीर वानखेड़े ने क्षितिज से कहा कि वह (क्षितिज) जांच में सहयोग नहीं करना चाहता, इसलिए वह उसे सबक सिखाएंगे और फर्श पर अपनी कुर्सी के बगल में बैठाया। समीर अपने जूते क्षितिज के चेहरे के नजदीक ले गए और कहा कि यह उसकी असली औकात है।’
क्षितिज के वकील मानशिंदे ने कहा कि क्षितिज को लगभग 50 घंटे तक पूछताछ, अपमान और यातना से गुजरना पड़ा।
मानशिंदे ने अदालत को बताया है कि वहां मौजूद बाक़ी अफ़सर इस पर हंसने लगे। उन्होंने कहा है कि इस हरक़त से क्षितिज को धक्का लगा है क्योंकि इससे पहले क्षितिज ने कभी ऐसे हालात का सामना नहीं किया था। उन्होंने कहा कि उनका मुवक्किल 48 घंटे तक कस्टडी में रहने के बाद बुरी तरह थका हुआ था और कांप रहा था।
दबाव बनाकर कराये सिग्नेचर
मानशिंदे ने कहा कि पूछताछ के दौरान क्षितिज ने कहा कि वह अपने परिवार या वकील से बात करना चाहते हैं। इस पर वानखेड़े ने उससे कहा कि अगर वह चाहते हैं कि उन्हें कॉल करने दी जाए तो उन्हें उनके द्वारा तैयार किए गए बयान पर सिग्नेचर करने होंगे। मानशिंदे के मुताबिक़, ‘क्षितिज को क़ानूनी शब्दों का पता नहीं था, इसलिए उसने वकील या परिवार से बात करने के लिए बयान पर सिग्नेचर कर दिए।’
करण जौहर की सफाई
पिछले हफ़्ते करण जौहर ने इस बात से इनकार किया था कि क्षितिज कभी उनकी कंपनी से जुड़े थे। ड्रग्स मामले में क्षितिज का नाम आने के बाद जब कुछ न्यूज़ चैनलों ने करण जौहर को इसे लेकर घेरने की कोशिश की तो उन्होंने ट्वीट कर अपना पक्ष रखा था। जौहर ने कहा था, 'कई मीडिया कंपनियां और न्यूज चैनल यह ख़बर चला रहे हैं कि क्षितिज प्रसाद और अनुभव चोपड़ा मेरे सहयोगी हैं। मैं यह साफ कह देना चाहता हूं कि मैं इन लोगों को निजी तौर पर नहीं जानता, न ही वे मेरे सहयोगी या नजदीकी हैं।'
पिछले साल आए एक वीडियो को लेकर करण जौहर के घर पर ड्रग्स पार्टी होने की ख़बरों को लेकर उन्होंने कहा था, ‘मैं यह बिल्कुल साफ़ कर देना चाहता हूं कि मैं किसी नशीले पदार्थ का इस्तेमाल नहीं करता। मुझे उम्मीद है कि मीडिया संयम बरतेगा वर्ना बेबुनियाद हमलों से सुरक्षा के लिए मुझे क़ानूनी अधिकारों का इस्तेमाल करने को बाध्य होना पड़ेगा।'
दीपिका से पूछताछ को लेकर देखिए, वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष की मशहूर वकील आभा सिंह से बातचीत।
इससे पहले जब एनसीबी की टीम ने क्षितिज का घर खंगाला था तो उन्हें वहां पुराने सिगरेट के टुकड़ों के अलावा कुछ नहीं मिला था।
करण निशाने पर क्यों?
एनसीबी जिस तरह इस मामले में अब तक लगभग खाली हाथ रही है और अब उस पर यह आरोप लगा है कि वह किसी शख़्स का उत्पीड़न कर करण जौहर को जबरन फंसाने की कोशिश कर रही है, उससे सवाल यह खड़ा हो रहा है कि आख़िर वह करण जौहर को क्यों फंसाना चाहती है।