मुंबई का माहौल बेहद गर्म है क्योंकि फ़िल्म अभिनेत्री कंगना रनौत और महाराष्ट्र सरकार खुलकर आमने-सामने आ गए हैं। कुछ दिन तक दोनों के बीच चली जुबानी जंग के बाद बुधवार को बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के अधिकारियों की एक टीम कंगना के ऑफ़िस के बाहर पहुंच गई। बीएमसी ने ऑफ़िस के बाहर बनी एक बालकनी और कुछ जगहों पर तोड़फोड़ की है। कंगना के ऑफ़िस का नाम मणिकर्णिका फ़िल्म्स है।
बीएमसी के मुताबिक़, कंगना ने ऑफ़िस का डिजाइन बदल दिया। बीएमसी की ओर से उनसे नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया था। बीएमसी का कहना है कि वह अवैध निर्माण के ख़िलाफ़ यह कार्रवाई कर रही है लेकिन यह साफ दिख रहा है कि अब मामला राजनीतिक बन गया है।
इससे पहले कंगना ने धुआंधार ट्वीट करके महाराष्ट्र सरकार को बुरी तरह घेर लिया। कंगना ने बीएमसी को बाबर और उसके अधिकारियों को उसकी सेना बताया। उन्होंने आगे लिखा पाकिस्तान और हैशटैग दिया- डेथ ऑफ़ डेमोक्रेसी। उन्होंने मुंबई के लिए पीओके वाले बयान को दोहराया।
कंगना ने ट्वीट कर कहा, ‘मणिकर्णिका फ़िल्म्स मेरे लिए एक इमारत नहीं राम मंदिर ही है, आज वहां बाबर आया है, आज इतिहास फिर खुद को दोहराएगा राम मंदिर फिर टूटेगा मगर याद रख बाबर यह मंदिर फिर बनेगा यह मंदिर फिर बनेगा, जय श्री राम, जय श्री राम, जय श्री राम।’
...तो मुंबई छोड़ दूंगी
मंगलवार को फ़िल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के ख़िलाफ़ महाराष्ट्र सरकार द्वारा ड्रग्स लेने के आरोपों की जांच का आदेश देने के बाद भी अभिनेत्री ने ट्विटर पर इसका जवाब दिया था।
कंगना ने ट्वीट कर कहा था कि मुंबई पुलिस और गृह मंत्री अनिल देशमुख उनका ड्रग टेस्ट करवाएं, कॉल रिकॉर्ड की जांच करवाएं और अगर उन्हें ड्रग बेचने वालों के साथ उनका कोई भी लिंक मिलता है, तो वे अपनी ग़लती को स्वीकार करेंगी और हमेशा के लिए मुंबई छोड़ देंगी।
कंगना के एक्स ब्वॉयफ्रेंड अध्ययन सुमन ने एक इंटरव्यू के दौरान ड्रग लेने को लेकर कंगना का नाम लिया था। अध्ययन ने दावा किया था कि कंगना ने उससे भी ड्रग्स लेने के लिए कहा था। अध्ययन का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। शिवसेना नेता सुनील प्रभु ने अध्ययन सुमन के इस इंटरव्यू के वीडियो की कॉपी राज्य सरकार को सौंपी थी और मामले की जांच कराने की मांग की थी।
कंगना के इस बयान पर कि उन्हें मुंबई पुलिस से मूवी माफ़िया से भी ज़्यादा डर लगता है, महाराष्ट्र में घमासान छिड़ा हुआ है। शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत से उनकी अच्छी-खासी बहस हो चुकी है। राउत के कंगना मुंबई न आएं के बयान के बाद महाराष्ट्र सरकार के गृह मंत्री अनिल देशमुख भी कह चुके हैं कि कंगना को यहां रहने का कोई अधिकार नहीं है।
इससे बाद कंगना ने कहा था कि वह 9 सितंबर को मुंबई आएंगी। कंगना ने लिखा था कि जब वह मुंबई एयरपोर्ट पर उतरेंगी तो वह उस टाइम को सोशल मीडिया पर पोस्ट करेंगी। कंगना ने एक तरह से संजय राउत को चेतावनी देते हुए लिखा था कि किसी के बाप में हिम्मत है तो वह उन्हें रोक ले।
केंद्र से मिली सुरक्षा
ठाकरे सरकार के साथ जोर-आज़माइश बढ़ने के बाद फ़िल्म अभिनेत्री कंगना को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने वाई श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध कराई थी। कंगना ने इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का आभार जताया था और कहा था कि यह प्रमाण है कि अब किसी देशभक्त आवाज़ को कोई फ़ासीवादी नहीं कुचल सकेगा।