राज्यसभा चुनाव: महाराष्ट्र में छठी सीट पर कांटे की लड़ाई
महाराष्ट्र के राज्यसभा चुनाव में अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि बाजी किस पार्टी के हाथ लगेगी। गुरुवार को बीजेपी, शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के वरिष्ठ नेताओं ने अपने-अपने दलों के विधायकों के साथ बैठक की और चुनाव की रणनीति बनाई।
पिछले 22 सालों में महाराष्ट्र की राजनीति में ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है जब राज्यसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र की चार बड़ी पार्टियों को अपने-अपने विधायकों को फाइव स्टार होटल में ठहराना पड़ा।
महाराष्ट्र के चुनाव पर पूरे देश की निगाहें लगी हुई हैं। 6 सीटों के लिए इस बार राज्य में 7 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। बीजेपी ने तीसरा उम्मीदवार उतारकर ठाकरे सरकार के लिए सिरदर्द पैदा कर दिया है।
क्रॉस वोटिंग को रोकने के लिए बीजेपी, शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने अपने अपने विधायकों को होटल और रिजॉर्ट में रखा था। इसके साथ ही छोटी पार्टी के विधायक और निर्दलीय विधायकों पर भी सरकार और विपक्ष की निगाहें बनी हुई हैं।
गुरुवार को बीजेपी के विधायकों की बैठक में बीजेपी आलाकमान ने दिल्ली से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और अश्विनी वैष्णव को मुंबई भेजा था। दोनों ही केंद्रीय मंत्रियों ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ मिलकर बीजेपी के विधायकों को राज्यसभा चुनाव के लिए किस तरह वोट करना है उसकी ट्रेनिंग दी।
देवेंद्र फडणवीस ने सत्य हिंदी से बातचीत में कहा कि बीजेपी के कुछ विधायक ऐसे हैं जो पहली बार चुनकर आए हैं और उन्हें राज्यसभा चुनाव में वोट करने का अनुभव नहीं था इसलिए उन्हें इस बारे में ट्रेनिंग दी गई है।
वहीं, कांग्रेस आलाकमान की तरफ से इस राज्यसभा चुनाव पर नजर रखने के लिए दिल्ली से भेजे गए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस के विधायकों के साथ बैठक की। बैठक में महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण समेत कई सीनियर नेताओं ने शिरकत की। नाना पटोले ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बीजेपी हमेशा से दूसरी पार्टी के विधायकों को रिझाने का काम करती आई है। ऐसे में किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए कांग्रेस ने अपने विधायकों को होटल में ठहरा कर रखा था।
पटोले ने कहा कि बीजेपी कितना भी जोर लगा ले जीत महा विकास आघाडी सरकार की होगी।
पवार ने भी की बैठक
वहीं, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी अपनी पार्टी के विधायकों के साथ बैठक की और उन्हें राज्यसभा चुनाव के दौरान सावधानी बरतने के लिए कहा है। शिवसेना के नेताओं ने भी अपनी पार्टी के विधायकों के साथ बैठक की है। सूत्रों का कहना है कि शिवसेना के विधायकों के साथ कुछ छोटी पार्टियों के विधायक और निर्दलीय विधायक भी होटल में मौजूद रहे।
हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि महा विकास आघाडी सरकार के पास इस समय कितने विधायकों का समर्थन है। महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अबू आसिम आजमी ने भी बुधवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी। लेकिन उन्होंने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं कि राज्यसभा चुनाव में किसे वोट देंगे।
अगर आंकड़ों पर गौर किया जाए तो बीजेपी 2 सीटें जीत सकती है जबकि कांग्रेस, एनसीपी एक-एक सीट और शिवसेना भी एक सीट पर जीत हासिल कर सकती है। लेकिन बीजेपी ने तीसरे उम्मीदवार को मैदान में उतारकर इस राज्यसभा चुनाव को दिलचस्प बना दिया है।
इसलिए अभी तक यह कह पाना काफी मुश्किल है कि छठी सीट पर आखिर किस पार्टी को जीत हासिल होगी।