खुद को किंग मेकर समझने वाले लोग अपने मंसूबों में सफल नहीं होंगे: राउत
शिवसेना के नेता और कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे और कुछ विधायकों के गायब होने के बाद शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने बीजेपी पर हमला बोला है।
संजय राउत ने कहा कि बीजेपी को याद रखना चाहिए कि महाराष्ट्र राजस्थान और मध्य प्रदेश जैसा नहीं है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिर गई थी और इसका आरोप बीजेपी पर लगा था।
राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में कोई भूकंप नहीं आएगा। संजय राउत ने कहा कि कुछ लोग अपने आपको किंग मेकर समझते हैं लेकिन वे लोग अपने मंसूबों में सफल नहीं होंगे। इस बीच बीजेपी नेता प्रवीण दरेकर ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो बीजेपी महाराष्ट्र में सरकार बनाने का दावा पेश करेगी।
एकनाथ शिंदे शिवसेना के 11 विधायकों के साथ गुजरात के सूरत में एक होटल में मौजूद हैं। मीडिया में आ रही ख़बरों में विधायकों की संख्या 15 से 20 तक बताई गई है। सियासी संकट को देखते हुए शिवसेना प्रमुख और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी अपने विधायकों व आला नेताओं के साथ आपात बैठक की है।
संजय राउत ने इस बात को स्वीकार किया है कि शिवसेना के कुछ विधायकों और एकनाथ शिंदे से संपर्क नहीं हो पा रहा है।
हलचल तेज
महाराष्ट्र में हुए इस सियासी घटनाक्रम के बाद दिल्ली से मुंबई तक हलचल बेहद तेज हो गई है। महा विकास आघाडी सरकार के तीनों दल शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने अपने विधायकों को एकजुट करना शुरू कर दिया है।
वापस आने का भरोसा
एकनाथ शिंदे शिवसेना के पुराने नेताओं में शुमार हैं। संजय राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे वापस आ जाएंगे और वह उनके पुराने मित्र हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि शिवसेना के जो विधायक सूरत के होटल में एकनाथ शिंदे के साथ हैं वह वापस आना चाहते हैं लेकिन उन्हें आने नहीं दिया जा रहा है।
राउत ने कहा कि इस मामले में उनकी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार से भी बातचीत चल रही है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सब कुछ ठीक हो जाएगा।
26 विधायकों के नाम आए
इंडिया टुडे के मुताबिक़, एकनाथ शिंदे के साथ सूरत के होटल में 26 विधायक मौजूद हैं। इनके नाम तानाजी सावंत, बालाजी कल्याणकर, प्रकाश आनंदराव अबितकर, एकनाश शिंदे, अब्दुल सत्तार, संजय पांडुरंग, श्रीनिवास वनगा, महेश शिंदे, संजय रायमुलकर, विश्वनाथ भोएर, संदीपन राव भुमरे, शांताराम मोरे, रमेश बोर्नारे, अनिल बाबर, चिन्मनराव पाटिल, शंभूराज देसाई, महेंद्र दलवी, शाहजी पाटिल, प्रदीप जायसवाल, महेंद्र थोर्वे, किशोर पाटिल, ज्ञानराज चौगुले, बालाजी किनिकर, भारतशेत गोगावले, संजय गायकवाड़ और सुहास कांडे हैं। इनमें कई विधायक ठाकरे सरकार में मंत्री भी हैं।
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने इस सियासी संकट पर कहा कि सत्य की जीत होगी जबकि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को बीजेपी हाईकमान ने दिल्ली बुलाया है।
महाराष्ट्र में राज्यसभा चुनाव के बाद विधान परिषद के चुनाव में भी महा विकास आघाडी सरकार में शामिल दलों के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है। इसके बाद ही यह आशंका है कि महा विकास आघाडी सरकार के दलों में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं है।