महाराष्ट्र के नये नियुक्त मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सोमवार को विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुख्यमंत्री का पद छीनने के बाद महज चार दिनों के भीतर उन्हें परीक्षण से गुजरना होगा।
शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जबकि बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने गुरुवार शाम साढ़े सात बजे राजभवन में उन्हें पद की शपथ दिलाई।
कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि 2 जुलाई को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है। इसमें विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। हालाँकि इसके साथ ही यह भी कयास लगाया जा रहा था कि क्या शनिवार को ही बहुमत परीक्षण भी होगा। लेकिन अब सोमवार को शिंदे को अपना बहुमत साबित करना होगा।
बहुमत परीक्षण की तारीख़ तब तय की गई है जब सुप्रीम कोर्ट ठाकरे टीम की याचिकाओं पर सुनवाई करने के लिए तैयार हुआ है। शिवसेना की ओर से सुप्रीम कोर्ट में लगाई गई ताजा याचिका में अनुरोध किया गया है कि बागी नेता एकनाथ शिंदे और उनके समर्थक विधायकों को विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेने से रोका जाए। कोर्ट ने कहा है कि इस याचिका पर सुनवाई 11 जुलाई को होगी।
इससे पहले उद्धव ठाकरे की टीम ने शिवसेना के शिंदे सहित 16 बागियों को अयोग्य घोषित करने की मांग की है। इस याचिका पर भी 11 जुलाई को ही सुनवाई होनी है।
हालाँकि कहा जा रहा है कि उद्धव ठाकरे टीम को अब शिवसेना को खोने का ख़तरा लग रहा है। एकनाथ शिंदे ने कहा है कि 55 में से 39 विधायकों के साथ उनका गुट वैध शिवसेना है और इसके आदेश व नियुक्तियाँ ठाकरे की टीम के लिए बाध्यकारी हैं।
ठाकरे के सामने यही अंतिम चुनौती है कि उनके पिता बाल ठाकरे द्वारा स्थापित पार्टी अब उनकी रहेगी या नहीं।