महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस रविवार को भगवना राम के दर्शन के लिए अयोध्या पहुँचे। उनके साथ बड़ी संख्या में उनके समर्थक भी पहुँचे जहाँ शिंदे और फडणवीस ने समर्थकों का अभिवादन किया। इसको ताक़त का प्रदर्शन कहा जा रहा है। शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र में किसान समस्याओं का सामना कर रहे हैं, लेकिन इन मुद्दों को नजरअंदाज करते हुए राज्य की सरकार अयोध्या गई। उन्होंने कहा कि क्योंकि उद्धव ठाकरे वहाँ गए थे इसलिए शिंदे खेमा उनकी नकल कर रहा है।
बहरहाल, शिंदे ने कहा है कि वह भगवान राम के दर्शन करने के लिए अयोध्या में पहुँचे हैं। उन्होंने अयोध्या पहुँचने से पहले लखनऊ में संवाददाताओं से कहा, "मैं भगवान राम के दर्शन के लिए अयोध्या जा रहा हूँ। हमारे पास भगवान राम का आशीर्वाद है इसलिए 'धनुष-बाण' (शिवसेना का चुनाव चिन्ह) हमारे साथ है।"
शिंदे का राम मंदिर में 'महाआरती' में शामिल होने, मंदिर के चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण करने और संतों से मुलाक़ात करने और शाम को सरयू नदी तट पर 'महाआरती' में शामिल होने का कार्यक्रम है। शिंदे के साथ महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उत्तर प्रदेश के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह भी पहुँचे हैं।
पिछले साल जून में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद शिंदे की अयोध्या की यह पहली यात्रा है। हजारों की संख्या में उनके समर्थक भी शहर पहुँचे हैं। रिपोर्टें हैं कि उनके मंत्रियों, सांसदों और विधायकों के ठहरने के लिए अयोध्या के लगभग सभी होटल, गेस्ट हाउस और धर्मशालाएँ बुक कर ली गई हैं।
शिंदे की इस यात्रा को लेकर उद्धव ठाकरे खेमे ने तंज कसा है। शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने रविवार को कहा, 'महाराष्ट्र में किसान समस्याओं का सामना कर रहे हैं। इन सभी मुद्दों को नजरअंदाज करते हुए राज्य की सरकार अयोध्या गई। क्या भगवान राम उन्हें आशीर्वाद देंगे…?'
न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में राउत ने कहा कि शिंदे सेना उनकी पार्टी की नकल कर रही है। उन्होंने कहा, 'हम भी भगवान राम को मानते हैं। हम कई बार अयोध्या भी जा चुके हैं। लेकिन बीजेपी कभी हमारी पार्टी के साथ नहीं आई। जब बाबरी मस्जिद की घटना हुई, तो वे भाग गए… वे हमारी नकल कर रहे हैं। जनता जानती है कि असली और नकली कौन है।'
पिछले साल महाराष्ट्र में हुए राजनीतिक ड्रामे का ज़िक्र करते हुए राउत ने शिंदे सेना पर हमला करते हुए कहा, 'अगर आपको भगवान राम में इतनी ही आस्था होती, तो आप सूरत और गुवाहाटी नहीं भागते, आप अयोध्या चले जाते।' उन्होंने कहा कि यह अयोध्या यात्रा भाजपा द्वारा प्रायोजित है। वे हमारी नकल कर रहे हैं।
कहा जा रहा है कि शिवसेना देश भर में शिंदे की अयोध्या यात्रा को सामने ले जाने की योजना बना रही है। इससे पहले शिंदे ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद में सुप्रीम कोर्ट द्वारा फ़ैसला सुनाए जाने से एक साल पहले 25 नवंबर, 2018 को शिवसेना नेता के रूप में अयोध्या का दौरा किया था। उन्होंने मार्च 2020 और पिछले साल जून में भी अयोध्या का दौरा किया था। शिंदे ने कहा था कि शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे अयोध्या में एक भव्य राम मंदिर देखना चाहते थे।