खुले में शौच करने से दो दलित बच्चों को पीट-पीट कर मार डाला

03:42 pm Sep 25, 2019 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

मध्य प्रदेश के शिवपुरी में दो दलित बच्चों को खुले में शौच करने की वजह से पीट-पीट कर मार डाला गया है। पुलिस ने इसकी पुष्टि कर दी है। इंडियन एक्सप्रेस ने समाचार एजेन्सी पीटीआई के हवाले से यह ख़बर दी है। यह वारदात भावकेडी गाँव की है। पुलिस इंस्पेक्टर आर. एस. धाकड़ ने इसकी पुष्टि की है। 

पुलिस ने 12 साल की उम्र के इन दो बच्चों की पहचान रोशनी और अविनाश के रूप में की है। ये बच्चे पंचायत भवन के सामने ही खुले में शौच कर रहे थे। इस पर कुछ लोगों ने उन्हें पकड़ कर बुरी तरह पीटा। बाद में उन्हें पास के अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने कहा कि उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस इंस्पेक्टर धाकड़ ने कहा है कि मामले की जाँच शुरू कर दी गई है।

मध्य प्रदेश में लोगों को पीट-पीट कर मारने की वारदात बीते दिनों बढ़ती जा रही है। इसके पहले नीमच ज़िले में एक अधेड़ को मोर चुराने के आरोप में पीट-पीट कर मार डाला गया था। इस मामले में 9 लोगों को गिरफ़्तार किया गया था। 

कुछ दिन पहले ही मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने पीट-पीट कर मारने की वारदात के ख़िलाफ़ क़ानून पारित किया था। सरकार ने मध्य प्रदेश गोवंश वध प्रतिशेध अधिनियम 2004 में संशोधन किया था। इसमें कम से कम छह महीने की जेल की सज़ा है, जिसे बढ़ा कर साल भर तक किया जा सकता है। इसके तहत गोवंश को काटने, गोमांस रखने, गोवंश को काटने के लिए ले जाने पर सज़ा का प्रावधान है। 

बीते कुछ दिनों में इस तरह की वारदात लगातार बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश में एक हफ़्ते में ऐसी 20 घटनाएँ हुई हैं, जिसमें उत्तेजित भीड़ ने बच्चा चोरी करने की अफ़वाह या शक में किसी को पकड़ कर बुरी तरह पीटा हो। ग़ाज़ियाबाद से मथुरा और ग्रेटर नोयडा से बरेली तक ये वारदात एक के बाद एक होती गईं, उन्हें रोकने में पुलिस बुरी तरह नाकाम रहीं। 

एटा ज़िले में उत्तेजित भीड़ ने हिमाचल प्रदेश की एक महिला को बच्चा चोरी करने के शक में पीट-पीट कर मार डाला। गोंडा ज़िले में एक महिला को बच्चा चोरी के आरोप में पेड़ से बाँध कर बुरी तरह पीटा गया, हालाँकि बच्चा चोरी का कोई सबूत नहीं मिला। 

शामली, बुलंदशहर और हापुड़ में भी इस तरह की कई वारदात हुईं। शामली ज़िले में रस्सी बेच रही 5 महिलाओं को बच्चा चोरी के शक में लोगों ने पीटना शुरू कर दिया। बाद में पुलिस ने हस्तक्षेप कर उन्हें बचाया, पर तब तक उनकी काफ़ी पिटाई हो चुकी थी। बुलंदशहर में मानसिक रूप से बीमार एक आदमी को लोगों ने बुरी तरह पीटा। हापुड़ में एक महिला को इसी तरह बच्चा चोर कह कर पीटा गया।