प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी को 'मूर्खों का सरदार' कहा है। पहले भी वह राहुल पर विवादास्पद टिप्पणी कर चुके हैं। उनकी पार्टी और अन्य नेता तो उन्हें लगातार 'पप्पू' कहकर तंज कसते रहे हैं। कांग्रेस आरोप लगाती रही है कि बीजेपी राहुल की छवि को ख़राब करने के लिए करोड़ों रुपये ख़र्च करती है। अब पीएम मोदी ने राहुल गांधी के एक बयान को लेकर मध्य प्रदेश में ताज़ा टिप्पणी की है और राहुल की छवि पर फिर से हमला किया है। वह भी तब जब राहुल गांधी की छवि भारत जोड़ो यात्रा के बाद से एक मज़बूत और गंभीर नेता के तौर पर उभरी है!
राहुल गांधी ने सोमवार को एक रैली के दौरान कहा था कि लोगों की जेब में मोबाइल फोन मेड इन चाइना हैं और उन्हें मेड इन मध्य प्रदेश होना चाहिए। इस बयान के संदर्भ में पीएम मोदी ने मंगलवार को कहा, "कांग्रेस के एक 'महाज्ञानी' ने कल कहा कि भारत के लोगों के पास 'मेड इन चाइना' फोन हैं... मूर्खों के सरदार... वे किस दुनिया में रहते हैं। उन्हें अपने देश की प्रगति न देखने की बीमारी है। भारत दुनिया में मोबाइल फोन का दूसरा सबसे बड़ा निर्माता बन गया है।'
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि कुछ कांग्रेस नेता घर पर बैठे हैं और उन्हें बाहर निकलने का भी मन नहीं है। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस नेता नहीं जानते कि वे लोगों से क्या कहेंगे। कांग्रेस ने स्वीकार कर लिया है कि उनके फर्जी वादे मोदी की गारंटी के सामने टिक नहीं पाते।' प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'यह चुनाव मध्य प्रदेश में कांग्रेस के भ्रष्टाचार और लूट को रोकने के लिए है।'
इसके साथ ही पीएम ने कहा कि केंद्र बुधवार को देश में आदिवासियों के कल्याण के लिए 24,000 करोड़ रुपये की एक योजना शुरू करेगा, जब पूरा देश भगवान बिरसा मुंडा की जयंती मनाएगा। बैतूल जिले में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने 17 नवंबर को होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए अपने प्रचार के आखिरी दिन बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति का ज़िक्र किया और कहा कि यह एक संकेत है कि भाजपा की जीत इन चुनावों में तय है।
पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर पहली बार इस तरह का हमला नहीं किया है। वह कई बार ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर चुके हैं जिसके लिए वह विपक्षी दलों के निशाने पर रहे हैं। पीएम मोदी ने एक बार राहुल के लिए हाइब्रीड बछड़ा शब्द इस्तेमाल किया था। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर हमला करते हुए कह दिया था, 'सोनिया गांधी जर्सी गाय हैं, राहुल हाइब्रीड बछड़ा हैं'।
वैसे, पीएम मोदी राहुल गांधी पर इस तरह के तंज कसते रहे हैं। हाल ही में सितंबर महीने में एक जनसभा में पीएम ने राहुल गांधी का बिना नाम लिए कहा था कि कांग्रेस नेता चांदी की चम्मच लेकर पैदा हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि उनके लिए ग़रीब लोगों का जीव एडवेंचर टूरिज़्म और पिकनिक है। वैसे, पीएम मोदी विपक्ष के कई नेताओं पर इस तरह के हमले करते रहे हैं।
दिसंबर 2018 को जयपुर की रैली में उन्होंने अपने भाषण में सोनिया गांधी का नाम लिए बिना कहा था, 'ये कांग्रेस की कौन सी विधवा थी, जिसके खाते में रुपया जाता था...।'
इसके अलावा पीएम मोदी 'वाह, क्या गर्लफ्रेंड है, आपने कभी देखा है पचास करोड़ की गर्लफ्रेंड', 'मनमोहन सिंह बाथरूम में भी रेनकोट पहन कर नहाते हैं', 'मुझे हैरानी है कि शैतान को प्रवेश करने के लिए उनका (लालू यादव) ही शरीर मिला। पूरी दुनिया में लालू का ही पता मिला शैतान को’जैसी भाषा का इस्तेमाल करते रहे हैं।
राहुल गांधी ने भी पहले ऐसी शिकायत की थी कि 'भाजपा के लोग पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष, मेरे या अन्य के खिलाफ जो मन में आता है बोलते हैं। गंदी से गंदी भाषा इस्तेमाल करते हैं। मोदीजी स्वयं करते हैं। मगर मैंने पहले कहा था और फिर कह रहा हूं कि वह हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री हैं। कांग्रेस प्रधानमंत्री के पद का आदर करती है। पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली भाषा का इस्तेमाल कोई कांग्रेसी नहीं करेगा।' वैसे, पीएम मोदी लगातार दावा करते रहे हैं कि उनको कांग्रेसी दिनरात गालियाँ देते रहे हैं। पीएम मोदी ने मणिशंकर अय्यर, नेहरू-गांधी परिवार के लोगों से लेकर रेणुका चौधरी, जयराम रमेश, आनंद शर्मा, दिग्विजय सिंह जैसे नेताओं के नाम लिए। उन्होंने आरोप लगाया कि इन नेताओं ने उनके लिए नीच, रावण, भस्मासुर, हिटलर जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया।
तो सवाल है कि पीएम मोदी का राहुल गांधी पर इस तरह का हमला क्यों हुआ है? समझा जाता है कि मध्य प्रदेश में बीजेपी की हालत ठीक नहीं है। चुनावी सर्वे भी कांग्रेस को मज़बूत दिखा रहे हैं।
विपक्ष की ओर से राहुल गांधी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी माना जाता है। वह लगातार पीएम और केंद्र सरकार की नीतियों पर हमलावर हैं। उन्होंने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में पीएम मोदी और बीजेपी पर लगातार हमला किया है। अब पीएम ने फिर से राहुल की छवि पर हमला किया है। पिछले कई वर्षों से राहुल की छवि पर ही बीजेपी आघात करती रही है। लेकिन हाल के कुछ महीनों में राहुल की छवि एक मज़बूत और गंभीर नेता के तौर पर उभरी है। भारत जोड़ो यात्रा के बाद से राहुल को पीएम मोदी को टक्कर देने वाले नेता के तौर पर पेश किया जा रहा है।