पता चला है कि आरोपी युवक आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। अड़ीबाजी और लूटपाट की वारदातें करते हैं। उन पर पहले से भी कुछ मामले दर्ज होने की जानकारी सामने आयी है। मामला चार-पांच दिन पुराना है। आरोपियों ने बृजेश को नंगा कर पीटने के दौरान के वीडियो बना लिए थे। बाद में वायरल किए। बृजेश पहले पुलिस के पास नहीं पहुंचा था। ऐसा माना जा रहा है कि बदनामी के भय से बृजेश पुलिस में जाने से बचता रहा। खैर, वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आयी। मामला दर्ज हुआ।
पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित कुल तीन आरोपियों को बंदी बना लिया है। एक की तलाश पुलिस अभी कर रही है। पूरे मामले की जांच कर रही पुलिस अन्य कोणों को भी तलाश रही है।
घटना को लेकर राज्य में सियासत गरमाने लगी है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने मोहन यादव सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि इस घटना ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया है।
अरुण यादव ने युवक की पिटाई का वीडियो शेयर करते हुए यह भी कहा है, ‘मध्य प्रदेश में लॉ-एंड-आर्डर खत्म हो चुका है। गुंडों का बोलबाला है। गुंडागर्दी चरम पर है। दलितों, आदिवासियों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं।’
छतरपुर में पहले भी हुई थी ऐसी ही घटना
छतरपुर जिले में इस घटना के पहले भी बीते दिनों एक शर्मनाक घटना हुई। दबंगों ने एक दलित की पीट-पीटकर चमड़ी उधेड़ दी थी। घायल अधेड़ की पहचान राजू अहिरवार के रूप में हुई थी।
वह मामला छतरपुर जिले के मातगंवा थाना क्षेत्र के चौका गांव का था। जहां रहने वाले 40 वर्षीय राजू अहिरवार के साथ गांव में ही रहने वाले दबंग धर्म सिंह और उसके भाइयों ने मारपीट की है।
आरोप रहा था कि दबंगों ने सड़क पर जा रहे पीड़ित राजू को पहले तो बोलेरो गाड़ी से टक्कर मारी उसके बाद गंभीर घायल को घसीट कर पीठ में लोहे की चीज से मार-मार कर चमड़ी उधेड़ दी। घटना के बाद राजू अहिरवार बेहोश हो गया था और वहीं पड़ा रहा था। सूचना मिलने पर परिवार के लोग उसे घर ले गए थे। हालत बिगड़ने पर बाद में राजू को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यह भी आरोप रहा था पुलिस ने मामूली धाराओं में प्रकरण दर्ज कर मामले को रफा-दफा कर दिया था।
करोड़ों की जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं दबंग
राजू अहिरवार एवं उसके परिजनों का आरोप रहा था कि उसकी जमीन से फोरलेन निकल रही है। जिससे जमीन की कीमत करोड़ों की हो गई है। गांव के दबंग धर्म सिंह और उसके भाई चाहते हैं कि हम लोग यह जमीन छोड़ कर गांव से भाग जाएं। वह काफी समय से हमसे जमीन मांग कर रहे हैं। मना कर करने पर पिछले कई महीनों से जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है।
दलित परिवार का कहना था कि पिछले कई महीनों से धर्म सिंह एवं उसके भाई जमीन कब्जा करने को लेकर जान से मारने की धमकी दे रहे थे। यही वजह थी कि हम लोग कई महीनों से घर से बाहर नहीं निकल रहे थे। अगर कहीं जाना भी होता था तो परिवार के लोग एक साथ जाते थे।
पीड़ित राजू का कहना है कि वह घर से दवा लेने के लिए निकला था। लेकिन पहले से घर लगाए धर्म सिंह एवं उसके भाइयों ने पहले तो बोलेरो से टक्कर मार दी और बाद में लोहे की किसी चीज से पीठ की चमड़ी उधेड़ दी। घटना में राजू की पीठ में गंभीर चोटें है और दोनों हाथ तोड़ दिए गए थे।
छतरपुर जिला बुंदेलखंड का हिस्सा है। क्षेत्र में आज भी पिछड़ापन है। दबंगों की दादागिरी की शिकायतें और दलित-आदिवासियों एवं कमज़ोरों पर अत्याचार की ख़बरें आये दिन सामने आती हैं। ताजा घटनाक्रम के साथ पुराना मामला गरमाने के बाद पुलिस ने राजू अहिरवार मामले की पुरानी फाइल को भी खोला है, सूत्रों ने ऐसा बताया है।