मध्य प्रदेश के सागर जिले में बीजेपी के एक निलंबित नेता के होटल को जिला प्रशासन ने डायनामाइट लगाकर गिरा दिया। निलंबित बीजेपी नेता मिश्री चंद गुप्ता जगदीश यादव की हत्या के मामले में अभियुक्त है। सागर जिले में बीती 22 दिसंबर को जगदीश यादव नाम के शख्स को कार ने कुचल दिया था। जिससे जगदीश की मौत हो गई थी।
इस मामले में मिश्री चंद गुप्ता और उनके परिवार के लोगों पर जगदीश की हत्या का आरोप लगा था। पुलिस ने हत्या का मुकदमा भी दर्ज किया था।
स्थानीय लोगों ने मिश्री चंद गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था।
गुप्ता के 5 मंजिला आलीशान होटल को गिराने के लिए जिला प्रशासन ने डायनामाइट का इस्तेमाल किया। इसका जो वीडियो सामने आया है उसमें दिखता है कि कुछ ही सेकंड में जयराम पैलेस नाम का यह आलीशान होटल ताश के पत्तों की तरह ढह गया।
होटल को गिराने के लिए सरकारी कर्मचारियों ने 12 घंटे तक मेहनत की। इस दौरान इसमें डायनामाइट लगाने का काम किया गया। इसके साथ ही 80 किलो बारूद और जिलेटिन की 85 छड़ों का भी इस्तेमाल होटल को गिराने में किया गया।
सागर के जिलाधिकारी दीपक आर्य, डीआईजी तरुण नायक और प्रशासन के तमाम आला अफसर इस कार्रवाई के दौरान वहां मौजूद रहे। एएनआई के मुताबिक जिलाधिकारी ने बताया कि होटल के गिरने से आसपास में किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है।
जिलाधिकारी ने एएनआई को बताया कि होटल को गिराए जाने के वक्त सुरक्षा के मद्देनजर दोनों ओर से ट्रैफिक रोक दिया गया था और इसके लिए बैरिकेड्स लगा दिए गए थे। आसपास रहने वाले लोगों को भी अलर्ट किया गया था।
पुलिस ने जगदीश यादव की मौत के मामले में 8 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इसमें 5 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है लेकिन मिश्री चंद गुप्ता अभी तक फरार है। गिरफ्तार किए गए लोगों के नाम लवी गुप्ता, हनी, लकी एडवोकेट चांद गुप्ता और आशीष मालवीय हैं।
राजनीतिक दुश्मनी का एंगल
जगदीश यादव इलाके की निर्दलीय पार्षद किरण यादव का भतीजा था। किरण यादव ने मिश्री चंद गुप्ता की पत्नी मीना को नगर निकाय चुनाव में हराया था। यह आरोप लगाया गया था कि जगदीश यादव की हत्या राजनीतिक दुश्मनी की वजह से की गई है। इसके बाद लोगों ने मिश्री चंद गुप्ता के खिलाफ प्रदर्शन किया था।
त्यागी के घर पर बुलडोजर
पिछले साल अगस्त के महीने में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीजेपी के नेता श्रीकांत त्यागी के घर पर हुए अवैध निर्माण को भी प्रशासन ने गिरा दिया था। त्यागी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट भी लगाया गया था। त्यागी का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह एक महिला से अभद्रता करते हुए दिखाई दिए थे।
त्यागी समाज श्रीकांत त्यागी के खिलाफ हुई कार्रवाई के विरोध में उतर आया था और उसने नोएडा के गेझा गांव में एक महापंचायत की थी।