मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। चौहान ने ख़ुद ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है। चौहान ने ट्वीट कर कहा, ‘मुझे कोरोना के लक्षण आ रहे थे, टेस्ट के बाद मेरी रिपोर्ट पॉज़िटिव आई है। मेरी सभी साथियों से अपील है कि जो भी मेरे संपर्क में आए हैं, वे अपना कोरोना टेस्ट करवा लें। मेरे निकट संपर्क वाले लोग क्वारेंटीन में चले जाएँ।’ भारत में यह पहला मामला है जब कोई मुख्यमंत्री कोरोना से संक्रमित हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कोरोना का समय पर इलाज होता है तो व्यक्ति बिल्कुल ठीक हो जाता है। मैं 25 मार्च से प्रत्येक शाम को कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा बैठक करता रहा हूं। मैं अब यथासंभव वीडियो कांफ्रेंसिंग से कोरोना की समीक्षा करने का प्रयास करूंगा।’
उन्होंने कहा, ‘मेरी अनुपस्थिति में अब यह बैठक गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, नगरी विकास एवं प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह, स्वास्थ्य शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग लेंगे। मैं स्वयं भी इलाज के दौरान प्रदेश में कोरोना नियंत्रण के हरसंभव प्रयास करता रहूंगा।’
मंत्री भी पाए गए थे पॉजिटिव
कुछ दिन पहले ही शिवराज सरकार के मंत्री अरविंद भदौरिया का कोरोना टेस्ट पाॅजिटिव आया था। भदौरिया बीते बुधवार को हुई शिवराज कैबिनेट की बैठक में मौजूद रहे थे। मुख्यमंत्री से उनकी वन-टू-वन चर्चा हुई थी। इसके अलावा उन्होंने विभाग से जुड़े अधिकारियों की बैठकें ली थीं और वे संगठन के नेताओं और कार्यकर्ताओं से भी मिले थे।
भदौरिया मध्य प्रदेश के दिवंगत राज्यपाल लालजी टंडन की अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए शिवराज सिंह और अन्य नेताओं के साथ विमान से यूपी गये और लौटे थे। इसके अलावा भोपाल में आरएसएस के कुछ स्वयं सेवकों और पदाधिकारियों को भी कोरोना हुआ है।
शिवराज सरकार भले ही लगातार दावा करे कि मध्य प्रदेश में कोरोना को लेकर हालात नियत्रंण में हैं लेकिन ऐसा दिखता नहीं है। पहले मंत्री और अब मुख्यमंत्री को कोरोना होना दिखाता है कि हालात काबू से बाहर हैं।