सिंधिया की जन आशीर्वाद यात्रा में हुए कई विवाद, दर्ज हुई FIR

10:02 am Aug 21, 2021 | संजीव श्रीवास्तव

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की अगुवाई में मध्य प्रदेश के मालवा अंचल में आयोजित जन आशीर्वाद यात्रा अपने पीछे कई विवाद छोड़ गई। घोड़े पर बीजेपी के झंडे की पेंटिंग कर उसे यात्रा में शामिल किये जाने को लेकर हुए विवाद ने इस कदर तूल पकड़ा कि एफआईआर दर्ज हो गई।

बीजेपी की केंद्रीय इकाई ने नए केंद्रीय मंत्रियों को अपने-अपने क्षेत्रों में जनाधार बढ़ाने के लिए जन आशीर्वाद यात्राएं निकालने का कार्यक्रम दिया था। इसी के तहत नागरिक उड्डयन मंत्री सिंधिया ने मध्य प्रदेश के मालवा अंचल में यात्रा का आयोजन किया। सिंधिया की यात्रा 17 से 19 अगस्त तक हुई। 

यात्रा के समापन अवसर पर 19 अगस्त को इंदौर में सिंधिया के ‘शो’ में एक घोड़ा शामिल किया गया। सफेद रंग के इस घोड़े को एक स्थानीय बीजेपी नेता एवं उसके समर्थकों ने बीजेपी के रंग में पोतकर कमल को उकेरते हुए बीजेपी के झंडे की शक्ल दे दी थी।

जन आशीर्वाद समापन यात्रा में शामिल यह घोड़ा मीडिया की सुर्खियों में रहा। घोड़े ने कई वीडियो फुटेज में जगह बनाई। कैमरों के क्लिक और फ्लैश भी इस घोड़े पर खूब हुए।

‘पीपुल्स फ़ॉर एनिमल्स’ संगठन 

न्यूज़ चैनलों पर घोड़े की फुटेज चली। अखबारों में फोटो छपीं। सोशल मीडिया पर भी ये जमकर वायरल हुईं। घोड़े की फुटेज और फोटो वायरल होने के बाद पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं बीजेपी सांसद मेनका गांधी की अगुवाई वाला ‘पीपुल्स फ़ॉर एनिमल्स’ संगठन ‘एक्शन’ में आ गया। संगठन की इंदौर इकाई ने इस पर तीख़ा एतराज जताया। इंदौर इकाई की प्रमुख प्रियांशु जैन ने मामले की लिखित शिकायत पुलिस में की। 

प्रियांशु का कहना है, “जिन रंगों से घोड़े को रंगा गया वे इस बेजुबान जानवर के लिए बेहद घातक थे।” उन्होंने मामले को पशु क्रूरता अधिनियम की धारा 1960 के प्रावधानों के विपरीत बताया। प्रियांशु ने अभियुक्तों के ख़िलाफ़ अधिनियम में निहित धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज करने की मांग की।

प्रियांशु ने पुलिस को की गई शिकायत की प्रति इंदौर कलेक्टर और चुनाव आयोग के अलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री कार्यालय को भी भेजी है। 

मेनका ने की कार्रवाई की मांग 

मामला प्रकाश में आते ही मेनका गांधी भी सक्रिय हो गईं। उन्होंने चुनाव आयोग और इंदौर कलेक्टर से दोषियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा, “वे इस मामले की शिकायत पीएम मोदी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से भी करेंगी।”

विजयवर्गीय समर्थक ने रंगा था घोड़ा 

इंदौर के जिस स्थानीय नेता रामदास गर्ग पर घोड़े को रंगने का आरोप है वह बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय का कट्टर समर्थक बताया गया है। बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र आकाश इंदौर विधानसभा नंबर तीन से विधायक हैं। 

सिंधिया ने डांटा था आकाश को

ज्योतिरादित्य सिंधिया की जन आशीर्वाद यात्रा सिर्फ़ ‘घोड़ा विवाद’ को लेकर सुर्खियों में नहीं रही। यात्रा के समापन के ठीक पहले आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेन्स में सिंधिया की कुर्सी के पीछे खड़े होकर बात कर रहे आकाश विजयवर्गीय को सिंधिया द्वारा डांटने के बाद आकाश द्वारा वहां से निकल जाना भी मीडिया की सुर्खियों में रहा था।

मालवा अंचल में हुई इस जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान कैलाश विजयवर्गीय की ‘यात्रा से दूरी’ भी सुर्खियों में रही। इंदौर में प्रेस कॉन्फ्रेन्स के दौरान कैलाश विजयवर्गीय की यात्रा से कथित दूरी को लेकर सवाल भी पूछा गया। 

सिंधिया ने अपने जवाब में कहा कि वे और कैलाश विजयवर्गीय जब प्रतिद्वंद्वी थे तब भी अच्छे मित्र थे, और आज तो दोनों पूरी तरह से एकसाथ हैं। सिंधिया ने कहा, “यात्रा के पहले दिन इंदौर एयरपोर्ट पर वे (कैलाश विजयवर्गीय) पहुंचे थे। गुलदस्ता भेंटकर यात्रा के लिए शुभकामनाएं दी थीं।” सिंधिया ने कैलाश विजयवर्गीय की गैर हाजिरी का कारण स्पष्ट किये बिना कहा, “आकाश विजयवर्गीय पूरे समय मेरे साथ बने हुए हैं।”

गोविंद मालू को निकाला

मध्य प्रदेश बीजेपी की मीडिया सेल के मुखिया रह चुके इंदौर के वरिष्ठ बीजेपी नेता गोविंद मालू को पुलिस द्वारा जन आशीर्वाद यात्रा से खदेड़ दिये जाने की खबर भी छायी रही। गुरुवार को हुए मालू से जुड़े घटनाक्रम के बाद शुक्रवार को तीन पुलिस वालों पर एक्शन हुआ। एक पुलिस वाले को निलंबित किया गया, जबकि दो को लाइन हाजिर की सजा दी गई।

ज़मीन मजबूत कर रहे सिंधिया!

मध्य प्रदेश में विधानसभा के चुनाव 2023 में होने हैं। ऐसे में सिंधिया बीजेपी के झंडे तले राज्य में अपनी सियासी ज़मीन को मजबूत करने का कोई मौका छोड़ने के मूड में नहीं हैं। केंद्रीय नेतृत्व का साथ और सिर पर हाथ बने होने के संकेतों ने सिंधिया एवं उनके समर्थकों के हौसलों को उड़ान दी हुई है।

केंद्र में मंत्री बनने के बाद सिंधिया 17 अगस्त को दूसरी बार मध्य प्रदेश प्रवास पर आये थे। इसके पहले सिंधिया ने मोदी सरकार के मंत्री की हैसियत से मध्य प्रदेश के बाढ़ और अतिवर्षा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था। अतिवर्षा और बाढ़ से ग्वालियर-चंबल संभाग में भारी तबाही हुई है। इसी का जायजा लेने सिंधिया आये थे।

दूसरे प्रवास के दौरान जन आशीर्वाद यात्रा का आगाज उन्होंने देवास से किया। यात्रा लेकर वे शाजापुर गये। खरगौन जिले के रावेरखेड़ी में स्थित बाजीराव पेशवा (प्रथम) की समाधि स्थल पर भी सिंधिया पहुंचे। बाजीराव पेशवा की समाधि स्थल पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने भी शिरकत की। सिंधिया की इस यात्रा में प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष वीडी शर्मा पूरे समय उनके साथ बने रहे।