कोरोना: इंदौर में जाँच करने पहुँचे डाॅक्टरों से मारपीट, अर्धसैनिक बल तैनात होंगे

04:56 pm Apr 01, 2020 | संजीव श्रीवास्तव - सत्य हिन्दी

इंदौर में कोरोना संदिग्धों की जाँच करने पहुँचे डाॅक्टरों से मारपीट का बेहद शर्मनाक मामला सामने आया है। टाटपट्टी बाखल और सिलावटपुरा में यह घटना हुई है। घटना के बाद मौक़े पर भारी संख्या में पुलिस बल पहुँचा है। मारपीट करने वालों को चिन्हित किया जा रहा है। मध्य प्रदेश में इंदौर सबसे ज़्यादा प्रभावित शहर है और वहाँ जाँच करने वाली टीम के साथ ऐसी कई हरकतें आने के बाद अब अर्धसैनिक बलों को तैनात करने का फ़ैसला लिया गया है।

मध्य प्रदेश में इंदौर जानलेवा कोरोना संक्रमण से बुरी तरह प्रभावित है। बीते 24 घंटों में इंदौर में 20 और नये कोरोना पाॅजिटिव मिले हैं। मंगलवार को 17 लोग पाॅजिटिव मिले थे। अब इस तरह से शहर में कोरोना वायरस पीड़ितों की संख्या 64 हो गई है। प्रदेश भर में कोरोना पाॅजिटिव का आँकड़ा 87 पर पहुँच गया है। अब तक कुल छह मौतें प्रदेश में दर्ज हुई हैं। ये मौतें इंदौर, उज्जैन और खरगौन (मालवा क्षेत्र) में हुई हैं। इसीलिए टीमें घर-घर जाकर जाँच कर रही हैं।

कई बस्तियों में लोगों के ग़ैर-ज़िम्मेदाराना और स्वास्थ्य अमले एवं पुलिस के साथ बदसुलूकी की बढ़ती घटनाओं के मद्देनज़र इंदौर ज़िला प्रशासन ने अब अर्धसैनिक बलों की तैनाती भी कोरोना से ज़्यादा प्रभावित तथा अन्य संवेदनशील इलाक़ों में करने का फ़ैसला लिया है। इंदौर में कोरोना के बढ़ते कहर को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने मंगलवार को कुछ क्षेत्रों में आरएएफ़ और दूसरे सुरक्षा बलों की तैनाती की थी। सात दिनों तक किसी को भी घर से बाहर न निकलने की हिदायत प्रशासन ने दे रखी है। खाने-पीने और सब्जियों के अलावा दूध भी प्रशासन घर-घर पहुँचा रहा है।

तेज़ी से फैल रही इस महामारी को देखते हुए इंदौर प्रशासन सतर्कता बरत रहा है। शहर में आधा दर्जन प्रभावित इलाक़ों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। एक किलोमीटर के रेडियस में किसी को आने-जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।

इस बीच बुधवार दोपहर को इंदौर की दो बस्तियों टाटपट्टी बाखल और सिलावटपुरा में स्वास्थ्य अमले के प्रति लोगों का बेहद कुरूप चेहरा सामने आया। दोनों ही बस्तियाँ कोरोना से ज़्यादा प्रभावित बस्तियों के रूप में चिन्हित हैं। यहाँ कई घरों में पूरे-पूरे परिवार कोरोना संक्रमण से पीड़ित पाए गए हैं।

प्रशासन और स्वास्थ्य अमला कोरोना के संदिग्ध लोगों की जाँच-पड़ताल के लिए इन बस्तियों में पहुँचा था। दोनों ही बस्तियों में लोगों ने न केवल हंगामा किया, बल्कि डाॅक्टरों से मारपीट भी की। भीड़ के रवैये को देखते हुए स्वास्थ्य अमले को पीछे हटना पड़ा।

घटना की सूचना मिलने के बाद आला अफ़सर मौक़े पर पहुँचे। अतिरिक्त पुलिस बल को भी मौक़े पर बुलाया गया।

पहले भी हुई थी ऐसी शर्मनाक घटना

तीन दिन पहले इंदौर के रानीपुरा में कोरोना पीड़ित परिवारों और अन्य कोरोना संदिग्धों द्वारा स्वास्थ्य अमले पर थूकने की घटनाएँ हुई थीं। स्वास्थ्य दल इस इलाक़े में जाँच के लिए पहुँचा था। लोगों ने दल का सहयोग करने की बजाय हंगामा किया था और कुछ लोगों ने अपने घरों की ऊपरी तल से स्वास्थ्य अमले में शामिल लोगों पर थूकने जैसा शर्मनाक कृत्य भी किया था। प्रशासन ने समझाकर इस पूरे मामले को नज़रअंदाज़ कर दिया था। 

इंस्पेक्टर में भी कोरोना के लक्षण

इस बीच इंदौर के जूनी थाना के प्रभारी में कोरोना के लक्षण पाये गये हैं। बुधवार को यह बात सामने आने के बाद थाने का अन्य अमला सकते में आ गया। इंदौर पुलिस प्रशासन ने इस थाने में पदस्थ कर्मियों के अलावा ड्यूटी पर तैनात समूचे पुलिस अमले को ज़्यादा एहतियात बरतने के निर्देश दिये हैं। बता दें कि पुलिस अमला 18-18 घंटे ड्यूटी कर रहा है।