उत्तर प्रदेश के कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे के उज्जैन में पकड़े जाने और एनकाउंटर तक को लेकर तमाम सवाल उठ रहे हैं। यूपी और एमपी में बीजेपी की सरकारें हैं। विरोधी दल पूरी कार्रवाई पर सवालिया निशान लगा रहे हैं। आरोप-प्रत्यारोप के बीच बीजेपी की फायरब्रांड नेता उमा भारती ने भी विकास के मध्य प्रदेश में प्रवेश से लेकर पहचान तक को लेकर सवाल दागे हैं। साध्वी ने इशारों में यूपी सरकार को भी निशाने पर लिया है।
उमा भारती ने शुक्रवार को एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट में उमा भारती ने पहली ही लाइन में लिखा है, ‘अब तीन बातें रहस्य की परत में हैं- (1) वह (विकास दुबे) उज्जैन तक कैसे पहुँचा (2) वह महाकाल परिसर में कितनी देर रहा और (3) उसका चेहरा टीवी पर इतना दिखा कि उसे कोई भी पहचान लेता, तो उसको पहचाने जाने में इतना समय कैसे लगा
बिकरू गाँव में पुलिस हत्याकांड का मास्टर माइंड और कानपुर का दुर्दांत अपराधी विकास दुबे शुक्रवार सुबह यूपी पुलिस के एनकाउंटर में मारा गया है। इसके पहले गुरुवार को उज्जैन में उसे पकड़ा गया था। मध्य प्रदेश पुलिस ने गुरुवार शाम को ही यूपी से पहुँचे एसटीएफ़ दस्ते को सौंप दिया था।
पिछले सप्ताह उसे पकड़ने के लिए कानपुर पुलिस बिकरू पहुँची थी। विकास और उसके साथियों ने घात लगाकर पुलिस पर हमला बोल दिया था। विकास और उसके साथियों द्वारा की गई अंधाधुंध फ़ायरिंग में आठ पुलिस वाले शहीद हो गये थे। जबकि कई बुरी तरह जख्मी भी हुए थे। घटना के बाद से विकास और उसके साथी फरार थे। विकास दुबे बुधवार की शाम हरियाणा के फरीदाबाद में दिखा था। विकास को गुरुवार सुबह नाटकीय घटनाक्रम में उज्जैन के महाकाल मंदिर की सुरक्षा में जुटी एक निजी एजेंसी के गार्ड ने देखा और ‘पकड़वाया’ था।
उमा भारती ने तीन सवाल उठाते हुए यह भी कहा है, ‘विकास से जुड़े मध्य प्रदेश के घटनाक्रम को लेकर वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से अवश्य बात करेंगी।
उमा भारती ने यह भी कहा, ‘यह सच्चाई तो सामने आ गई कि भगवान महाकाल ने देवेंद्र मिश्र जैसे ईमानदार पुलिस अधिकारी के हत्यारे का संहार कर दिया।’
उमा की आक्रमता का दूसरा मौक़ा!
उमा भारती पिछले दस-बारह दिनों से बेहद मुख़र नज़र आ रही हैं। आज के ट्वीट के पहले उन्होंने इसी महीने हुए शिवराज काबीना के विस्तार को लेकर भी तीखी नाराज़गी जताई थी। उमा भारती ने कहा था, ‘कैबिनेट के विस्तार में जातीय संतुलन का ध्यान नहीं रखा गया।’