येदियुरप्पा इस बार अपने ज्योतिषी से बहुत नाराज़ होंगे, क्योंकि अब वह मान चुके हैं कि वह मुख्यमंत्री नहीं बन पाएँगे। येदियुरप्पा ज्योतिष में बहुत यक़ीन रखते हैं। ख़बरों के मुताबिक़, एक ज्योतिषी ने उन्हें बताया था कि वर्तमान में उनके ग्रहों की चाल ऐसी है कि 15 जनवरी के बाद उन्हें सत्ता सुख भोगने का मौक़ा मिलेगा।
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ऐसी भी ख़बरें आ रही थीं कि येदियुरप्पा को राज्य में किसी वरिष्ठ कांग्रेस नेता का समर्थन हासिल था, जिसके दम पर ही वह ‘ऑपरेशन लोटस’ चला रहे थे। एक तो ज्योतिषी का भरोसा और दूसरा कांग्रेस के दिग्गज का साथ। तो, येदियुरप्पा को यक़ीन हो चला था कि उन्हें अब सीएम बनने से कोई नहीं रोक सकता। लेकिन कर्नाटक में पिछले एक हफ़्ते से ‘ऑपरेशन लोटस’ चला रहे येदियुरप्पा शनिवार सुबह हार मान गए। येदियुरप्पा ने कहा, हम किसी भी क़ीमत पर कर्नाटक की राज्य सरकार को अस्थिर नहीं करेंगे। कांग्रेस और जेडीएस को इससे परेशान होने की ज़रूरत नहीं है। देखें ट्वीट -
विधानसभा चुनाव के दौरान भी येदियुरप्पा ने ज्योतिषी की सलाह के अनुसार ही नामांकन किया था। उधर, कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस की साझा सरकार भले ही बच गई हो लेकिन सियासी घमासान अभी थमा नहीं है।
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कांग्रेस को डर है कि बीजेपी अब भी ‘ऑपरेशन लोटस’ को सफल करने के लिए उनके विधायकों को तोड़ सकती है। इसलिए कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को फ़िलहाल बेंगलुरू के एक रिजॉर्ट में रखने का फ़ैसला किया है।