राहुल गाँधी प्रधानमंत्री मोदी के ख़िलाफ़ आज बहुत आक्रामक दिखे। उनका लहज़ा काफ़ी तल्ख़ था और तेवर तीखे। उन्होंने मोदी को कायर, डरपोक कहा। कांग्रेस अध्यक्ष ने उन्हें मोहन भागवत के रिमोट कंट्रोल से चलने वाला प्रधानमंत्री क़रार दिया। राहुल गाँधी ने ताल ठोक कर दावा किया कि नरेंद्र मोदी इतना डरपोक हैं कि राष्ट्रीय मुद्दों पर उनसे पाँच मिनट बहस नहीं कर सकते। राहुल ने दावा किया अगर मोदी उनके सामने बहस के लिए आ जाएँ तो सिर्फ़ 2 सवाल सुनकर भाग खड़े होंगे। बात यहीं ख़त्म नहीं हुई़, राहुल ने बाक़ायदा एक्शन करके दिखाया कि मोदी बहस से कैसे भागेंगे।
कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन में राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी पर अब तक का सबसे तीखा हमला बोला है। राहुल इतने आक्रामक थे कि वह कई बार सामान्य शिष्टाचार की सीमा भी लांंघते रहे। उन्होंने बेहद सख़्त लहज़े में कहा, 'मोदी डरपोक है। वो कायर है।' राहुल ने सम्मेलन में आए लोगों से मुख़ातिब होते हुए कहा कि अगर पीएम नरेंद्र मोदी में हिम्मत है तो उनके सामने सिर्फ़ 5 मिनट, 6 मिनट नहीं बल्कि सिर्फ़ 5 मिनट बहस करके दिखाएँ। भीड़ से आवाज़ आई कि वो हार जाएँगे। इस पर राहुल गाँधी ने कहा, ‘हार नहीं, वह भाग जाएगा।’ राहुल जब भी मोदी का नाम लेते भीड़ से आवाज़ आती ‘चोर है’। इस पर राहुल गाँधी ने बाक़ायदा नारा लगवाया।
राहुल ने चुनौती दी, ‘आप सिर्फ़ 5 मिनट के लिए मोदी जी को मेरे सामने बहस में खड़ा कर दीजिए। मैं रफ़ाल, राष्ट्रीय सुरक्षा, देश के आर्थिक हालात पर ऐसे-ऐसे सवाल पूछूँगा कि वह मैदान छोड़कर भाग जाएगा।’
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- राहुल ने कहा कि जब 2014 के चुनाव चल रहे थे तो नरेंद्र मोदी मंच से बोलते थे, 'अच्छे दिन' फिर जनता बोलती थी, 'आने वाले हैं।' लेकिन अब ये नारा बदल गया है। इतना समझाने के बाद राहुल ने कहा, 'चौकीदार।' भीड़ से आवाज आई, 'चोर है।' उन्होंने लगातार तीन बार यह नारा लगवाया। बाद में अपने भाषण के दौरान राहुल ने कई बार यह नारा लगवाया।
पीएम मोदी का रिमोट भागवत के हाथ में
राहुल ने नरेंद्र मोदी को रिमोट कंट्रोल से चलने वाला प्रधानमंत्री क़रार दिया। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के जरिए संघ नागपुर से देश चलाना चाहता है और प्रधानमंत्री का कंट्रोल संघ प्रमुख मोहन भागवत के हाथ में है। प्रधानमंत्री मोदी अक्सर यह आरोप लगाते हैं कि यूपीए की सरकार में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह 10 दस जनपथ के इशारों पर काम करते थे। राहुल ने शायद इसी का जवाब दिया है।- कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आरएसएस का मक़सद देश में संविधान का राज ख़त्म करके उस पर अपना नागपुरिया संविधान थोपने का है। लेकिन हम उसे उसके मक़सद में कामयाब नहीं होने देंगे। राहुल ने कहा, ‘बीजेपी और आरएसएस के लोग कायर हैं। आप, यानी कांग्रेस के कार्यकर्ता शेर हैं। जब कायरों का मुक़ाबला शेरोंं से होता है तो कायर लोग भाग जाते हैं। आप देखना 2019 के चुनाव में ये लोग आप से डर कर भाग जाएँगे।’
‘संघ का डीएनए ही कायरता वाला’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह पाँच साल से मोदी से लड़ रहे हैं। राहुल ने कहा, ‘लड़ते-लड़ते वह जान गए हैं कि ये डरपोक आदमी है। कायर है। आरएसएस का डीएनए ही कायरता वाला है। जब-जब कांग्रेस से जुड़ा हर शख़्स आज़ादी की लड़ाई लड़ रहा था तब आरएसएस से जुड़े लोग अंग्रेज़ों से माफ़ी माँग रहे थे।’
- राहुल गाँधी ने बाक़ायदा हाथ में कागज और पेन लेकर बताया कि आरएसएस के लोग कैसे अंग्रेजों के सामने माफ़ीनामा लिखते थे। राहुल ने बताया, ‘आरएसएस के नेता कहते थे बताइए हम क्या लिख दें। हम आप के ख़िलाफ़ कभी लड़ाई नहीं लड़ेंगे। हम आज़ादी की लड़ाई में हिस्सा नहीं लेंगे। जो आप कहेंगे, हम लिख देंगे। बस हमें छोड़ दीजिए। हमें जेल मत भेजिए।’
मोदी के चेहरे पर घबराहट
पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, ‘प्रधानमंत्री के चेहरे पर अब घबराहट दिख रही है, डर दिख रहा है, उनको पता चल गया है कि नफ़रत फैलाने से देश पर राज नहीं कर सकते। जब वह प्रधानमंत्री बने थे तब कहा करते थे 56 इंच की छाती है। 15 साल राज करेंगे लेकिन अब उनकी छाती सिकुड़ कर 4 इंच की रह गई है।’ उन्होंने कहा कि मोदी को 2019 के चुनाव में अपनी हार साफ़ दिख रही है।
गडकरी के बहाने बीजेपी पर हमला
राहुल ने केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के कुछ बयानों के आधार बनाकर बीजेपी पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा है कि गडकरी जी कहते हैं कि उन्हें कई मंत्रियों के हिस्से का काम करना पड़ता है। इससे साफ़ ज़ाहिर है कि मोदी जी किसी को काम नहीं करने देते। अब तो मोदी सरकार में शामिल कई मंत्री खुलेआम कहने लगे हैं कि मोदी जी उन्हें काम नहीं करने देते। राहुल ने जैसे ही नितिन गडकरी की तारीफ़ करनी शुरू की भीड़ से आवाज आई कि वह अच्छे आदमी हैं। राहुल पलट कर बोले अब वह इतने अच्छे आदमी भी नहीं हैं कि उनकी तारीफ़ की जाए। उन्होंने कहा कि वह बीजेपी में सभी को चोर नहीं बता रहे सिर्फ़ एक व्यक्ति को चोर बता रहे हैं जो कि चौकीदार है।
मोदी की इमेज ख़त्म
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पाँच साल पहले मोदीजी की जो इमेज बढ़िया थी आज की तारीख़ में वह ख़त्म हो चुकी है।
एक बार फिर राहुल ने शिष्टाचार की सीमा लांघी और बोले, 'आज मोदी खुल कर बोल भी नहीं सकता। पहले वह सीना तान कर अकड़ में रहता था अब गर्दन झुकाए रहता है।'
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- यह कहते हुए राहुल ने मोदी की नक़ल उतार कर दिखाई कि आजकल वह कैसे बात करते हैं। राहुल आगे बोले, ‘पिछले 5 साल में मोदी ने क्या दिया, नोटबन्दी और गब्बर सिंह टैक्स।’ राहुल ने कहा, ‘डोकलाम मामले में मोदी की सारी हेकड़ी निकल गई थी। डोकलाम में चीन ने अपनी सेना भेजी। नरेंद्र मोदी हवाई जहाज में उड़ कर बीजिंग जाते हैं। चीन सरकार के साथ बिना एजेंडा बात करते हैं। चीन को पता चल चल गया मोदी की छाती 56 इंच की नहीं बल्कि 4 इंच की है।’ राहुल ने कहा कि मोदी ने चीन के सामने हाथ जोड़ा है।
राहुल ने कहा कि 2019 में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो न्यूनतम आमदनी गारंटी नागरिकों को दी जाएगी और दुनिया के इतिहास में पहली बार भारत जैसा बड़ा देश तमाम देने की गारंटी देने वाला पहला देश बनेगा। वहाँ कांग्रेस पार्टी डायरेक्ट उनके एकाउंट में मिनिमम पैसा डाल देंगी। ऐसा होने पर हिंदुस्तान में एक ग़रीब व्यक्ति नहीं बचेगा।
ग़ौरतलब है कि 1998 में अपने वजूद में आने के बाद कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग ने पहली बार राष्ट्रीय सम्मेलन किया है। पहली बार ही इसके किसी सम्मेलन में कांग्रेस अध्यक्ष ने हिस्सा लिया है। सम्मेलन आनन-फानन में किया गया। क़रीब 10 दिन पहले ही सम्मेलन का होना तय किया गया था। इसके बावजूद जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के अंदर और बाहर बेहिसाब भीड़ थी। शायद भीड़ की तरफ़ से मिल रहे ज़बरदस्त रिस्पॉन्स की वजह से ही राहुल के तेवर ज़्यादा तीखे हो गए।
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