कोच्चि पुलिस ने केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की है। उनपर दंगे के लिए उकसाने, धर्म-जाति आदि के आधार पर समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और सद्भाव बिगाड़ने वाला काम करने के आरोप हैं। ये आरोप उनपर कोच्चि शहर में रविवार को हुए बम विस्फोटों को लेकर सोशल मीडिया पर उनकी टिप्पणी के लिए लगाए गए हैं।
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर के खिलाफ कोच्चि शहर पुलिस के साइबर सेल की एक शिकायत के बाद एफआईआर दर्ज की गई। आरोपी का नाम राजीव चंद्रशेखर फेसबुक प्रोफाइल नाम बताया गया है। इसमें कहा गया कि चंद्रशेखर ने विस्फोटों के मद्देनज़र 'फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास' जैसी उत्तेजक टिप्पणियाँ की थीं और एक वर्ग के प्रति सांप्रदायिक नफरत पैदा करने और राज्य में सद्भाव को खत्म करने के इरादे से वीडियो और टेक्स्ट संदेश फैलाये'।
बता दें कि रविवार को कोच्चि के कलामासेरी में एक कन्वेंशन सेंटर में हुए सीरियल बम विस्फोटों में तीन लोगों की मौत हो गई थी और दर्जनों लोग घायल हो गए थे। इस घटना के कुछ देर बाद ही एक शख्स ने विस्फोटों की ज़िम्मेदारी ली थी।
राज्य पुलिस ने कहा था कि एक व्यक्ति ने त्रिशूर ग्रामीण के कोडाकरा पुलिस स्टेशन में सरेंडर करने के बाद दावा किया कि ये बम धमाके उसने किया था। पुलिस ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले शख़्स का नाम डोमिनिक मार्टिन है वह ख़ुद को येहोवा विटनेस समुदाय का ही सदस्य बता रहा है।
इस बीच धमाकों के बाद चंद्रशेखर ने फेसबुक पर कहा था, "कांग्रेस और सीपीएम की तुष्टिकरण की राजनीति की कीमत हमेशा सभी समुदायों के निर्दोष लोगों को भुगतनी पड़ेगी– यही इतिहास ने हमें सिखाया है। निर्लज्ज तुष्टीकरण की राजनीति - केरल में नफरत फैलाने और 'जिहाद' का आह्वान करने के लिए आतंकवादी हमास को आमंत्रित करना कांग्रेस/सीपीएम/यूपीए/आईएनडीआई गठबंधन के मानकों पर भी बेशर्मी है। यह गैरजिम्मेदाराना पागलपन की राजनीति की पराकाष्ठा है। बहुत हुआ अब!"
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री चंद्रशेखर ने हिलेरी क्लिंटन के एक कथन का हवाला देते हुए कहा था, 'आप अपने घर के पिछवाड़े में साँप नहीं पाल सकते और उससे यह उम्मीद नहीं कर सकते कि वह केवल आपके पड़ोसियों को ही डँसेगा। आप जानते हैं, आख़िरकार वह साँप उसी पर हमला करने वाला है जिसके घर के पिछवाड़े में वह रहता है।'
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने चंद्रशेखर की टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा था कि वह जहर उगल रहे हैं। सोमवार को दोनों नेताओं के बीच धमाकों को लेकर जुबानी जंग हुई।
इस बीच चंद्रशेखर ने सोमवार को कोच्चि में विस्फोट स्थल का दौरा किया था। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, 'मुझ पर सांप्रदायिक होने का आरोप लगाना या हमारी पार्टी पर हर भारतीय के सर्वोत्तम हित की भलाई के अलावा कुछ भी करने का आरोप लगाना गलत है। पिनाराई विजयन झूठे हैं... अगर एसडीपीआई, पीएफआई और हमास के साथ संबंध नहीं होना सांप्रदायिक कहलाने की योग्यता है, तो मुझे यह कहते हुए गर्व है कि भाजपा में किसी का भी एसडीपीआई, पीएफआई और हमास के साथ कोई संबंध नहीं है।'
उन्होंने कहा कि केरल में वामपंथियों और कांग्रेस द्वारा कट्टरपंथी तत्वों के तुष्टिकरण का इतिहास रहा है। उन्होंने कहा, 'हमास को केरल में नफरत का प्रचार करने की अनुमति है। विजयन के लिए यह बोलने की आजादी है। केरल सरकार कुछ नहीं करेगी। लेकिन हम सांप्रदायिक हैं।
विजयन ने पलटवार करते हुए कहा कि चंद्रशेखर की टिप्पणियां बेतुकी हैं। उन्होंने कहा, 'क्या देश में एक मंत्री इस तरह के मुद्दे पर प्रतिक्रिया देता है? उसे जहर नहीं बल्कि जानलेवा जहर कहा जाना चाहिए। उन्होंने केरल के सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश की। क्या उन्हें देश की जांच एजेंसियों पर भरोसा नहीं है? जांच बहुत अच्छी चल रही है और केंद्रीय एजेंसियां पूरा सहयोग कर रही हैं। मंत्री इन केंद्रीय एजेंसियों को विश्वास में लिए बिना इस तरह की प्रतिक्रिया दे रहे थे।'