दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बुधवार को ED के एक और समन पर नहीं पहुंचे। आप प्रमुख को जांच एजेंसी ने उत्पाद शुल्क नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए 3 जनवरी को बुलाया था। इस मामले को दिल्ली शराब स्कैम के नाम से भी जाना जाता है।
ईडी को जवाब में, मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं, हालांकि, उन्होंने नोटिस को "अवैध" बताया। इस तीसरे समन के बाद भी पेश नहीं होने पर उनके ख़िलाफ़ गैर जमानती वारंट जारी किया जा सकता है। इसी मामले में आप के वरिष्ठ नेता और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और एक अन्य नेता संजय सिंह को गिरफ्तार किया गया है।
केजरीवाल की पार्टी ने आरोप लगाया कि जांच एजेंसी मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करना चाहती है और उन्हें चुनाव प्रचार करने से रोकना चाहती है। अरविंद केजरीवाल ने पहले भी 2 नवंबर और 21 दिसंबर के लिए दो समन पर केंद्रीय जांच एजेंसी के सामने पेश होने से इनकार कर दिया था।
दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बुधवार को कहा- "मनीष सिसौदिया 1 साल से गिरफ्तार हैं। वे मनीष सिसौदिया के खिलाफ कोई सबूत नहीं जुटा पाए हैं और अब अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की तैयारी की जा रही है। विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। बीजेपी नेताओं के खिलाफ कई मामले सामने आते हैं लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। बीजेपी सुवेंदु अधिकारी से लेकर मुकुल रॉय, पेमा खांडू, अजित पवार, हिमंत बिस्वा सरमा तक सभी के खिलाफ अभियान चला रही थी और फिर वे बीजेपी में शामिल हो गए... "
इस साल अप्रैल में दिल्ली के मुख्यमंत्री से इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने पूछताछ की थी। हालाँकि, पिछले साल अगस्त में सीबीआई द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में उन्हें आरोपी के रूप में नामित नहीं किया गया। पूछताछ को लेकर अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि सीबीआई ने 56 सवाल पूछे और सब फेक। उन्होंने कहा था कि केस फेक है, मैं पक्का मानता हूँ कि हमारे खिलाफ़ उनके पास कुछ भी नहीं है, एक भी सबूत नहीं है।
हालांकि आप की मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने मंगलवार को कहा था कि पार्टी केजरीवाल को ईडी के समन पर कानून के मुताबिक कार्रवाई करेगी। यह पूछे जाने पर कि क्या केजरीवाल 3 जनवरी के समन पर पेश होंगे, पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा था, "हमारी कानूनी टीम इस सवाल का जवाब देने के लिए बेहतर ढंग से तैयार है। हम कानून के अनुसार काम करेंगे।"
कांग्रेस नेता उदित राज ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा- "ईडी झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के सहयोगियों के यहां छापेमारी कर रही है। चुनाव से ठीक पहले छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल को ईडी नोटिस भेजा गया था और उन पर झूठे आरोप लगाए गए थे। अरविंद केजरीवाल भी विपक्षी गठबंधन का हिस्सा हैं...यह सच है कि ये एजेंसियां अपना काम नहीं कर रही हैं बल्कि विपक्षी नेताओं पर दबाव डाल रही हैं...।"
भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने इस मुद्दे पर कहा- "अगर उन्होंने (केजरीवाल) कोई गलती की है तो उन्हें जेल जाने के लिए तैयार रहना होगा... अगर आप बेदाग हैं तो लगातार समन से क्यों बच रहे हैं? आपको (अरविंद केजरीवाल) ईडी के सामने पेश होना चाहिए, आप बहुत भयभीत क्यों हैं?"