'दिल्ली के दलालों' ने सरकार गिराने की कोशिश की: केसीआर
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने रविवार को एक जन सभा में फिर से संकेतों में बीजेपी पर आरोप लगाया कि उनकी सरकार को गिराने की कोशिश की गई। वह उन चार विधायकों को लेकर लेकर मंच पहुँचे जिनको कथित रूप से ख़रीद-फरोख्त करने की कोशिश की गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि 'दिल्ली के दलाल' तेलंगाना राष्ट्रीय समिति यानी टीआरएस पार्टी के चार विधायकों को रिश्वत देने की कोशिश कर रहे हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, एक निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव से पहले मुनुगोड़े में एक रैली को संबोधित करते हुए केसीआर ने कहा, 'हाल ही में दिल्ली के कुछ दलालों ने तेलंगाना के स्वाभिमान को खरीदने की कोशिश की, हमारे नेताओं को 100 करोड़ रुपये की पेशकश की, उन्हें पार्टी छोड़ने के लिए और साथ आने को कहा। तो भी उन्होंने यह न माना, और वे मेरे साथ आए हैं।'
के चंद्रशेखर राव यानी केसीआर बुधवार को हुई उस घटना का ज़िक्र कर रहे थे, जहाँ राज्य पुलिस ने हैदराबाद के बाहरी इलाक़े में एक फार्महाउस से भारी मात्रा में नकदी जब्त की थी। पुलिस के अनुसार उसे कथित तौर पर 'बीजेपी एजेंटों' द्वारा 'टीआरएस के चार विधायकों को पार्टी छोड़ने के लिए पेशकश की गई थी'।
पुलिस प्रमुख ने मीडिया से पहले कहा था कि छापे के दौरान वहाँ तीन लोग मिले थे जो विधायकों को लालच देने की कोशिश कर रहे थे। इन 3 लोगों में हरियाणा के फरीदाबाद के पुजारी सतीश शर्मा उर्फ रामचंद्र भारती, तिरुपति में श्रीमनाथ राजा पीठम के पुजारी सिम्हैयाजी और व्यवसायी नंदा कुमार शामिल हैं। विधायकों की शिकायत के बाद पुलिस ने इस मामले में कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है और आगे की जांच की जा रही है।
तेलंगाना में कुछ ही महीनों के भीतर विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं और टीआरएस का सीधा मुकाबला इस बार बीजेपी से होना है। केसीआर ने आरोप लगाया है कि यह 'ऑपरेशन लोटस' का प्रयास था। आम तौर पर 'ऑपरेशन लोटस' राज्यों में विपक्षी दलों की सरकार गिराकर बीजेपी द्वारा सरकार बनाने के अभियान को कहा जाता है।
ऑपरेशन लोटस को लेकर बीते दिनों दिल्ली और पंजाब की सियासत में अच्छा खासा हंगामा हो चुका है और इन राज्यों की सरकारों ने बीजेपी नेताओं पर उनकी सरकारों को गिराने की कोशिश करने का आरोप लगाया था।
उससे पहले भी बीजेपी पर ऑपरेशन लोटस के जरिए विपक्षी दलों की राज्य सरकारों को गिराने का आरोप लगता रहा है। बीजेपी नेता डीके अरूणा ने कहा है कि इस मामले में केसीआर और टीआरएस ड्रामा कर रहे हैं।
बहरहाल, केसीआर ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर इस तरह की राजनीति को प्रोत्साहित करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी, आप और क्या चाहते हैं? प्रधानमंत्री से बड़ा कोई पद नहीं है, है ना? आप एक बार नहीं, बल्कि दो बार प्रधानमंत्री बने। फिर यह हंगामा क्यों? यह दुष्टता क्यों और यह अराजकता क्यों?'
हालाँकि बीजेपी ने विधायकों को रिश्वत देने के आरोपों से इनकार करते हुए दावा किया है कि यह मुख्यमंत्री द्वारा रचा गया एक नाटक था। बीजेपी ने कोर्ट और चुनाव आयोग का भी दरवाजा खटखटाया है। बीजेपी के राज्य महासचिव गुज्जुला प्रेमेंद्र रेड्डी ने अदालत के समक्ष दलील दी कि यह केसीआर की पार्टी द्वारा बीजेपी को बदनाम करने की साज़िश थी।