कर्नाटक में 224 विधानसभा क्षेत्रों के लिए 2,615 उम्मीदवार मैदान में हैं। वोट डालने के लिए 58,545 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। कुल 42,48,028 नए मतदाताओं को चुनाव में वोट देने के लिए अधिकृत किया गया है। राज्य में करीब 5.3 करोड़ मतदाता हैं। बता दे कि आज ही जालंधर (पंजाब) की लोकसभा सीट के अलावा यूपी की स्वार और छनबे विधानसभा सीट, ओडिशा की झारसुगुड़ा और मेघालय की सोहियोंग विधानसभा सीट के लिए भी आज वोट डाले जा रहे हैं। इनकी भी गिनती 13 मई को होगी।
- कर्नाटक में शाम 5 बजे तक 66 फीसदी मतदान हुआ है।
- कर्नाटक में दोपहर 1 बजे तक 37.25 फीसदी मतदान हुआ है जो पिछले चुनाव 2018 के मुकाबले .37 ज्यादा है। खबर है कि ग्रामीण क्षेत्रों में जबरदस्त वोटिंग हो रही है।
- न्यूज एजेंसी पीटीआई ने पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया कि मतदान के दौरान दोपहर तक कम से कम तीन स्थानों से हिंसक घटनाओं की सूचना मिली है। विजयपुरा जिले के बसवाना बागेवाड़ी तालुक के मसाबिनल गांव में नाराज ग्रामीणों ने कुछ इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन, वीवीपैट (वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) मशीनों को नष्ट कर दिया और मतदान अधिकारियों के वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। यह घटना उस अफवाह के बाद हुई कि अधिकारी ईवीएम और वीवीपीएटी को "बदल" रहे थे। दो घटनाएं क्रमश: बेंगलुरु के पद्मनाभनगर निर्वाचन क्षेत्र और बल्लारी जिले के संजीवरायणकोट में दर्ज की गईं।
- कर्नाटक में 11 बजे तक 21 फीसदी मतदान हो चुका है। अधिकारियों ने बताया कि मतदान अब रफ्तार पकड़ रहा है।
- कर्नाटक में 9.30 बजे तक 8.02 फीसदी लोगों ने वोट डाले हैं। चुनाव अधिकारियों का कहना है कि अभी रफ्तार धीमी है लेकिन दोपहर तक जोर पकड़ने की उम्मीद है।
- कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष और कनकपुरा से उम्मीदवार डीके शिवकुमार ने आज सुबह कहा कि "...आज युवा मतदाताओं के पास एक बड़ा अवसर है...वे बदलाव के लिए मतदान करेंगे...वे राज्य में मूल्य वृद्धि और भ्रष्टाचार के बारे में जानते हैं। मुझे यकीन है वे बदलाव के लिए जाएंगे और हमें 141 सीटें देंगे। मुझे विश्वास है कि कांग्रेस पार्टी सरकार बनाएगी।''
- बीजेपी नेता और पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा ने अपनी शुरुआत पहले मंदिर जाने से की उसके बाद वो वोट डालने पहुंचे।
- इन्फोसिस कंपनी के संस्थापक नारायण मूर्ति और उनकी पत्नी सुधा मूर्ति भी वोट डालने पहुंचे।
- मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई भी हुब्बली में सुबह-सुबह एक मंदिर पहुंचे और वहां पूजा की। उसके बाद वो वोट डालने गए।
कर्नाटक में मुकाबला त्रिकोणीय है। पीएम मोदी के धुआंधार प्रचार और भाषणों के आधार पर भाजपा खुद को मजबूत स्थिति में बता रही है लेकिन कांग्रेस और जेडीएस उसे कड़ी टक्कर दे रहे हैं। सत्तारूढ़ भाजपा अपने खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों का सामना कर रही है। हालांकि इस दौरान उसने लिंगायत और वोक्कालिगा मतदाताओं का दिल जीतने के लिए कई घोषणाएं कीं, जिनमें उनके आरक्षण का कोटा बढ़ाना भी शामिल था। इस वजह से राज्य सरकार ने मुसलमानों का चार फीसदी कोटा रद्द भी कर दिया लेकिन बाद में सुप्रीम कोर्ट ने उस पर रोक लगा दी।
बीजेपी को सबसे बड़ा झटका उस समय लगा जब पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार सहित भाजपा के कई वरिष्ठ लिंगायत नेता टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस के खेमे में शामिल हो गए हैं। इससे भाजपा के लिंगायत वोटों में विभाजन हो गया। कहा जा रहा है कि इससे 90 से 100 सीटों पर असर पड़ सकता है।
भाजपा और इसके स्टार प्रचारकों ने कर्नाटक चुनाव को राष्ट्रीय मुद्दों के दम पर लड़ना चाहा लेकिन कांग्रेस और जेडीएस लोकल मुद्दे उठाते रहे। कांग्रेस ने पे सीएम 40 फीसदी जैसा आक्रामक अभियान चलाया। कांग्रेस के लोकल मुद्दों का मुकाबला बीजेपी और पीएम मोदी बजरंग बली, दंगे का डर आदि से करते रहे। हालांकि पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के रोड शो के दम पर बीजेपी ने जीत का दावा कर दिया है। इसमें शक नहीं कि दोनों पार्टियों ने जबरदस्त आक्रामक अभियान चलाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक में 19 जनसभाएं और छह रोड शो किए, वहीं कांग्रेस के राहुल गांधी 12 दिनों तक राज्य में जमे रहे।
चुनाव का बहिष्कार
मैसूरु के चामुंडेश्वरी में एलिग्ये हुंडी के निवासियों ने मतदान का बहिष्कार करने की धमकी दी है। मैसूरु के चामुंडेश्वरी निर्वाचन क्षेत्र में एलिगी हुंडी के निवासियों ने विकास कार्यों की कमी का हवाला दिया है।चुनाव आयोग के अधिकारियों ने वोट डालने के लिए गांव से संपर्क किया है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की पत्नी ने कहा है कि ''वो (बसवराज बोम्मई) 50,000 से ज्यादा वोटों से जीतेंगे। बीजेपी चुनाव जीत रही है और उसे 150 से ज्यादा सीटें मिलेंगी।''