केरल के बाद कर्नाटक में कोरोना केस तेज़ी से बढ़े, 34% उछाल

09:24 am Jul 30, 2021 | सत्य ब्यूरो

केरल में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद अब कर्नाटक में भी संक्रमण के मामले काफ़ी तेज़ी से बढ़े हैं। राज्य में एक दिन में कोरोना पॉजिटिव केसों में 34 फ़ीसदी का उछाल आया है। यहाँ बुधवार को जहाँ 1531 मामले आए थे वहीं गुरुवार को 2052 मामले आए हैं।

कर्नाटक के पड़ोसी राज्य केरल में गुरुवार को 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 22 हज़ार से ज़्यादा मामले आए हैं। ये पूरे देश में हर रोज़ आ रहे मामलों के क़रीब 50 फ़ीसदी हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा गुरुवार को जारी आँकड़ों के अनुसार पूरे देश में क़रीब 43 हज़ार नये पॉजिटिव केस आए हैं।

कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंकाओं के बीच इन राज्यों में संक्रमण बढ़ने से नये सिरे से चिंताएँ पैदा हो गई हैं। देश में संक्रमण के मामले कुछ दिन पहले तक ही 30 हज़ार से भी कम आने लगे थे लेकिन अब लगातार 40 हज़ार से ज़्यादा मामले आने लगे हैं। 

ऐसी तेज़ी कर्नाटक में भी आती दिख रही है। राज्य की राजधानी बेंगलुरु में ही बुधवार को जहाँ 376 मामले आए थे वहीं गुरुवार को 505 मामले आए हैं। यह 34 प्रतिशत की बढ़ोतरी है। कर्नाटक में पिछले 24 घंटों में संक्रमण के कारण 35 मौतें दर्ज की गईं। राज्य में कोरोना के मामले अब 29 लाख से ज़्यादा हो गए हैं और मृतकों की संख्या 36 हज़ार से ज़्यादा हो गई है।

राज्य के स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 23 हज़ार से ज़्यादा है। हालाँकि, एक रिपोर्ट अच्छी है कि राज्य की पॉजिटिविटी दर 1.37 प्रतिशत है। 5 फ़ीसदी से नीचे यह दर रहने पर माना जाता है कि स्थिति बेहतर है। 

संक्रमण के मामले तब बढ़ रहे हैं जब राज्य में क़रीब 10 दिन पहले ही कोरोना प्रतिबंधों में ढील दी गई है। राजधानी बेंगलुरू में अब व्यस्त समय में सड़कों पर ट्रैफिक भरा रह रहा है। बसों और ट्रेनों में पूरी तरह बैठने की अनुमति दी गई है। पूजा स्थल पर अब अनुष्ठान कर सकते हैं।

कोविड संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान सख्त लॉकडाउन लगाया गया था। उस दौरान हर रोज़ 50 हज़ार केस आने लगे थे और लोगों को अस्पताल में बिस्तर, दवाएँ और ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए संघर्ष करना पड़ा था।

बता दें कि कर्नाटक के पड़ोसी राज्य में केरल में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने पर शनिवार से दो दिन के लिए संपूर्ण लॉकडाउन रहेगा। इधर केंद्र सरकार ने भी राज्य में संक्रमण के मामले बढ़ने पर केंद्र की टीम भेजने का फ़ैसला लिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने एक ट्वीट में कहा, 'केंद्र सरकार एनसीडीसी निदेशक की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय टीम केरल भेज रही है। चूँकि केरल में अभी भी बड़ी संख्या में कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं, इसलिए टीम कोरोना के प्रबंधन में राज्य के चल रहे प्रयासों में सहायता करेगी।'

इन राज्यों में संक्रमण के मामले बढ़ना चिंता की बात इसलिए है कि दुनिया भर में अब तीसरी लहर दस्तक दे रही है। दुनिया के कई देशों में डेल्टा वैरिएंट की वजह से संक्रमण के मामले काफ़ी तेज़ी से बढ़े हैं। अमेरिका में फिर से 80 हज़ार से ज़्यादा केस आने लगे हैं। एक दिन पहले ही 28 जुलाई को अमेरिका में 84 हज़ार नये संक्रमण के मामले आए। ब्राज़ील में 48 हज़ार, इंडोनेशिया में 47 हज़ार, ईरान में 33 हज़ार, स्पेन, फ्रांस व इंग्लैंड में 27-27 हज़ार, रूस में 22 हज़ार, मलेशिया, मेक्सिको व दक्षिण अफ्रीका में 17-17 हज़ार, थाइलैंड में 16 हज़ार और दूसरे देशों में भी संक्रमण के मामले बढ़े हैं। संक्रमण के मामले तो भारत में भी 40 हज़ार से ज़्यादा आने लगे हैं और भारत के लिए भी सचेत होने का वक़्त है।