बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ता प्रवीण नेट्टारू की हत्या की जांच राष्ट्रीय जाँच एजेंसी यानी एनआईए करेगी। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को यह फ़ैसला किया है। सत्तारूढ़ बीजेपी और हिंदुत्व संगठन इसके लिए दबाव बना रहे थे।
बीजेपी की तरफ़ से ही भारी दबाव के बीच बोम्मई ने आज कहा, 'जाँच की जा रही है। ऐसा लगता है कि प्रवीण की हत्या एक संगठित अपराध का हिस्सा थी और इसके अंतरराज्यीय संबंध हैं। हमने मामले को एनआईए को सौंपने का फ़ैसला किया है।' इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि कार्रवाई करने में राज्य सरकार 'उत्तर प्रदेश से पांच कदम आगे' जा सकती है और आरोपियों को निशाना बनाकर मुठभेड़ कर सकती है। एक दिन पहले ही उन्होंने 'योगी मॉडल' अपनाने की बात की थी।
कर्नाटक में क़ानून-व्यवस्था पर सवाल उठाने वाली दो हत्याएँ हुई हैं। जहाँ 26 जुलाई को दक्षिण कन्नड़ ज़िले में 32 वर्षीय बीजेपी नेता प्रवीण नेट्टारू की हत्या कर दी गई थी, वहीं 23 वर्षीय फाजिल नाम के एक व्यक्ति की गुरुवार शाम को मंगलुरु में नकाबपोश हमलावरों ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी।
सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील दक्षिण कन्नड़ जिले के सुलिया तालुक के बेल्लारे में मंगलवार रात 32 वर्षीय प्रवीण नेट्टारू की हत्या के बाद हिंदुत्ववादी संगठन और बीजेपी में कई लोग एनआईए जांच की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है और वह कई अन्य से पूछताछ कर रही है।
इस बीच, जिले में पिछले आठ दिनों में तीसरी हत्या हुई है। 23 वर्षीय मोहम्मद फाजिल की गुरुवार रात सुरथकल में तीन-चार अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी थी। नेट्टारू की हत्या से पहले, 18 वर्षीय चित्रकार मसूद की आठ सदस्यीय गिरोह ने हत्या कर दी थी।
बोम्मई ने कहा कि उनकी सरकार ने तीनों हत्याओं को बहुत गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा,
“
हमारे लिए हर व्यक्ति की ज़िंदगी महत्वपूर्ण है। जांच जारी है। ऐसी हरकतें नहीं होनी चाहिए। असामाजिक ताक़तों के लिए राजनीतिक उकसावा भी है। इन घटनाओं के कई आयाम हैं... मसूद के हत्यारों को गिरफ्तार किया गया है। अन्य दो मामलों में दोषियों की तलाश की जा रही है।
बसवराज बोम्मई, कर्नाटक सीएम
उन्होंने कहा, 'घटनाओं के पीछे नापाक संगठन हैं। इन संगठनों को कुचल दिया जाएगा। लोगों को अगले कुछ दिनों में उन क़दमों के बारे में पता चल जाएगा।'
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि वह दक्षिण कन्नड़ और उडुपी जिलों सहित राज्य के तटीय क्षेत्र में उठाए जाने वाले कड़े कदमों पर चर्चा करने के लिए शीर्ष पुलिस अधिकारियों से मिलेंगे। उन्होंने कहा है कि बैठक में हम कुछ कड़े फ़ैसले लेने पर चर्चा करेंगे।
'योगी मॉडल' लाने की बात
बसवराज बोम्मई ने एक दिन पहले ही यानी गुरुवार को कहा था कि अगर स्थिति के अनुसार ज़रूरत पड़ी तो वह 'योगी मॉडल' की तर्ज पर कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं। मुख्यमंत्री बीजेपी और संघ परिवार समर्थकों के ही एक वर्ग की मांगों पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे। वे लोग कर्नाटक में अपने पार्टी कार्यकर्ताओं की जान की रक्षा करने में विफल रहने के लिए बोम्मई सरकार की आलोचना कर रहे हैं और 'योगी मॉडल' शासन लाने की मांग कर रहे हैं।
इसी पर बोम्मई ने कहा, 'उत्तर प्रदेश की स्थिति के लिए योगी सही मुख्यमंत्री हैं। इसी तरह कर्नाटक में स्थिति से निपटने के लिए अलग-अलग तरीक़े हैं और उन सभी का इस्तेमाल किया जा रहा है। अगर स्थिति बनी तो योगी मॉडल शासन कर्नाटक में भी आएगा।'
इस हत्या के मामले में ही भारी दबाव का सामना कर रहे बोम्मई ने योगी मॉडल का ज़िक्र किया। उनके अनुसार, 'योगी मॉडल' उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा राज्य में 'राष्ट्र-विरोधी' गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए कथित तौर पर बुलडोजर के उपयोग जैसे कड़े उपायों का संकेत देता है। बीजेपी कार्यकर्ताओं के कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में यूपी पुलिस द्वारा गैंगस्टर विकास दुबे मुठभेड़ का भी उल्लेख किया गया और बोम्मई से कर्नाटक में इसे दोहराने का आग्रह किया गया।