कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार ने इस बात के स्पष्ट संकेत दिए हैं कि वह 4 मई से राज्य के अंदर आर्थिक और औद्योगिक गतिविधियों को फिर से शुरू करेगी। सिर्फ़ कंटेनमेंट ज़ोन वाले इलाक़ों में प्रतिबंध जारी रहेंगे।
राज्य सरकार इस हफ़्ते की शुरुआत में ही आईटी सेक्टर, कुछ उद्योगों, 15 सरकारी विभागों, कृषि और इससे संबंधित गतिविधियों को चालू करने, ग्रीन और ऑरेंज ज़ोन वाले इलाक़ों में छोटी-मोटी दुकानों को खोलने की अनुमति दे चुकी है।
अब वह शराब के आउटलेट्स, शॉपिंग मॉल को खोलने की योजना पर काम कर रही है। राज्य सरकार इस योजना को लागू करने से पहले केंद्र सरकार की ओर से दिशा-निर्देश मिलने का इंतजार कर रही है।
अंग्रेजी अख़बार टीओआई के मुताबिक़, कैबिनेट की बैठक के बाद मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने गुरुवार को पत्रकारों से कहा, ‘कोरोना के मामले अभी 2-3 महीने तक जारी रह सकते हैं, इसलिए हमें आर्थिक गतिविधियों और इस महामारी को क़ाबू रखने के मोर्चे पर साथ-साथ काम करना होगा। हमने फ़ैसला लिया है कि कंटेनमेंट ज़ोन को छोड़कर बाक़ी जगहों पर 4 मई से औद्योगिक और आर्थिक गतिविधियों को शुरू करने की इजाजत दे दी जाए।’
उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार उनके प्रस्ताव को स्वीकार कर लेती है तो मॉल्स और सिनेमा हॉल को फिर से शुरू किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि केंद्र सरकार इसकी इजाजत दे देगी।
बेंगलुरू को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रेड ज़ोन में रखा है और यहां 24 कंटेनमेंट ज़ोन हैं। राज्य में अब तक कोरोना संक्रमण के 565 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 229 लोग ठीक हो चुके हैं और 21 लोगों को जान गंवानी पड़ी है। कर्नाटक में बेंगलुरू सबसे ज़्यादा प्रभावित है, जहां से कोरोना संक्रमण के 101 मामले सामने आए हैं।
इससे पहले पश्चिम बंगाल सरकार ने ग्रीन ज़ोन वाले इलाक़ों में छोटी दुकानों, फ़ैक्ट्रियों और निर्माण गतिविधियों को शुरू करने की अनुमति दी थी। राज्य सरकार ने कहा था कि 1 मई से स्टेशनरी, रंग, इलेक्ट्रानिक, हॉर्डवेयर, मोबाइल, लांड्री, चाय और पान की दुकानें खोली जा सकेंगी। यह अनुमति सशर्त दी गई है और सभी लोगों को मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य ज़रूरी बातों को मानना होगा।