गोवा से कम से कम 40,000 कन्नड़ मतदाता आज हो रहे मतदान के लिए कर्नाटक रवाना हो गए हैं, और उनमें से आधे पहले ही वहां पहुंच चुके हैं। बाकी वोटर जो भी वाहन मिल सकता था लेकर कर्नाटक जाते दिखे। मंगलवार देर रात वास्को से हुबली जाने वाली ट्रेन में भी लोगों की भारी भीड़ थी। दैनिक गोमन्तक ने इस संबंध में विशेष रिपोर्ट प्रकाशित की है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा है कि बीजेपी ने गोवा से वोटरों को ले जाने के लिए लग्जरी बसें लगाई थीं।
दैनिक गोमन्तक की रिपोर्ट के मुताबिक औद्योगिक क्षेत्र से जो सूचनाएं मिली हैं, उसमें कहा गया है कि करीब 40 हजार मतदाताओं में से गोवा के औद्योगिक क्षेत्र से गांव जाने वाले श्रमिकों की संख्या करीब 10 हजार है। ऐसे में कई फार्मा उद्योगों में आज काम ठप है। उद्योगों में काम 11 मई को भी प्रभावित रहेगा, क्योंकि ज्यादातर श्रमिक कल गुरुवार को ही लौट पाएंगे।
गोवा सरकार ने कर्नाटक चुनाव के लिए एक दिन की छुट्टी की घोषणा की है। कितने लोग गोवा से कर्नाटक गए होंगे, यह दिलचस्प जानकारी धीरे-धीरे सामने आ रही है। वास्को में कर्नाटक धनगर समाज के नेता शरण मेथी से जब पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि कर्नाटक से आकर गोवा में बसने वाले कनाड़ी लोगों की संख्या ढाई लाख के बीच है।
उन्होंने अनुमान लगाया कि उनमें से कम से कम 40,000 मतदान में जाएंगे क्योंकि लगभग 50,000 मतदाताओं के नाम अभी भी कर्नाटक में दर्ज हैं। मेथी ने कहा, ज्यादातर मतदाता रविवार को ही अपने गांव पहुंच गए थे। कुछ बस और ट्रेन से कर्नाटक पहुंचे, जबकि उस क्षेत्र के उम्मीदवारों ने कुछ मतदाताओं को लेने के लिए निजी वाहन भेजे।
वास्को से मंगलवार रात नौ बजे हुबली और धारवाड़ के लिए रवाना हुई ट्रेन में भी काफी यात्री थे, जो सुबह-सुबह हुबली से बीजापुर और बागलकोट के लिए दूसरी ट्रेन पकड़ेंगे। वास्को क्षेत्र में कन्नड़ लोगों की सबसे बड़ी आबादी है।
फार्मा उद्योगों की बढ़ी मुश्किलें
गोवा एंटरप्रेन्योर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष दामोदर कोचकर के अनुसार, अकेले दक्षिण गोवा में कारवार और कर्नाटक के अन्य हिस्सों से 10,000 से अधिक कर्मचारी काम कर रहे हैं, और उनमें से ज्यादातर फार्मा उद्योग में काम कर रहे हैं।
उन्होंने आशंका जताई कि अगर ये कर्मचारी समय पर काम पर नहीं आए तो कई फार्मा उद्योगों को आधी क्षमता पर चलाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इन श्रमिकों को वोट देने के लिए छुट्टी देने के बजाय उद्योगों के लिए यह फायदेमंद होता, अगर उन्हें गोवा में रहने और मतदान करने के लिए कुछ सुझाव दिया गया होता।
मारगाँव, वास्को से विशेष बसें
मडगांव बस अड्डे से सूचना मिली है कि वास्को और मडगांव से मतदाताओं को गोवा से कर्नाटक ले जाने के लिए बसों की संख्या दोगुनी कर दी गई है। कदंबा परिवहन निगम के अध्यक्ष उल्हास तुयकर से इस बारे में पूछे जाने पर बताया कि कदंबा की नियमित बसों के अलावा कदंबा से दस और बसें कर्नाटक गई हैं। हालांकि पूरे गोवा से करीब 30 से 40 निजी बसें आज मतदाताओं को लेकर कर्नाटक के लिए रवाना हुईं।