भोपाल में अनेक पत्रकारों के घरों पर कोरोना संदिग्ध होने का नोटिस चस्पा करने पहुंचे जिला प्रशासन के अमले से पत्रकारों की जमकर हुज्जत हुई। कई पत्रकारों ने अमले को उलटे पैर लौटा दिया। पत्रकारों ने कहा कि बिना जांच-पड़ताल के उनके घरों के बाहर कोरोना संदिग्ध होने संबंधी नोटिस चस्पा किया जाना ग़लत है।
यह अमला ‘कोविड 19 संदिग्ध’ वाले नोटिस चस्पा करने पहुंचा था। एक पत्रकार ने इस अमले से कहा कि पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के घरों के बाहर इस तरह के नोटिस चस्पा किये जायें। पत्रकार का तर्क था कि पत्रकारों की तरह उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये दोनों नेता भी मौजूद रहे थे।
दरअसल, ये वे ‘चिन्हित’ किये गये पत्रकार हैं, जिन्होंने 20 मार्च को कमलनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस कवर की थी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में दो सौ से ज्यादा पत्रकार मौजूद थे। जबसे इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद एक वरिष्ठ पत्रकार का कोरोना टेस्ट पाॅजिटिव आया है, तब से भोपाल में हड़कंप मचा हुआ है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया कर्मियों के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, कमलनाथ का पूरा मंत्रिमंडल और बड़ी तादाद में अफ़सर भी मौजूद रहे थे। दिल्ली से भी कई नेशनल चैनलों के संवाददाता इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुये थे।
पत्रकारों ने राज्य सरकार से अनुरोध किया था कि कमलनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल रहे मीडिया कर्मियों की आरंभिक स्क्रीनिंग करवा ली जाये। कुछ पत्रकारों के फौरी टेस्ट हुए हैं। स्वास्थ्य महकमे ने उन सभी संवाददाताओं को क्वरेंटीन करने का मशविरा दिया है जो इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल थे। स्वास्थ्य महकमे ने कहा है कि अगर पत्रकारों को ख़ुद में कोरोना के लक्षण नजर आते हैं तो वे बतायें, तब टेस्ट किया जायेगा।
मुख्यमंत्री के पास पहुंचा मामला
कुछ पत्रकारों ने बगैर जांच-पड़ताल के सीधे क्वरेंटीन करने पर सवाल उठाये। एक संवाददाता का दावा था कि वह पूर्व सीएम की प्रेस कॉन्फ्रेंस में गये ही नहीं थे, इसके बाद भी उनके घर के बाहर पोस्टर चस्पा किया जा रहा है। मध्य प्रदेश बीजेपी के मीडिया सेल के प्रभारी लोकेन्द्र पाराशर ने जानकारी दी कि पूरा मामला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संज्ञान में है और उन्होंने निर्देश दिये हैं कि पत्रकारों का सम्मान के साथ टेस्ट किया जाये। इधर, प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल रहे पूर्व मंत्री सचिन यादव ने स्वयं को आइसोलेट कर लिया है।
पॉजिटिव पाये गये वरिष्ठ पत्रकार के ख़िलाफ़ भोपाल के श्यामला हिल्स पुलिस स्टेशन ने धारा 188, 269 और 270 के तहत मुक़दमा दर्ज किया है। इन वरिष्ठ पत्रकार की बेटी 18 मार्च को लंदन से लौटी थीं। पत्रकार पर आरोप है कि उन्होंने बेटी और ख़ुद को क्वरेंटीन नहीं किया।
भोपाल में रहने वाली अभिनेत्री दिव्यांका त्रिपाठी के घर के बाहर नोटिस लगा दिया गया है। दिव्यांका के भाई इंडिगो एयरलाइंस में पायलट हैं और इंटरनेशनल फ़्लाइट्स उड़ाते हैं। वह पिछले सप्ताह कई उड़ानों में शामिल रहे थे। दिव्यांका की मॉं ने ज़िला प्रशासन की कार्रवाई का स्वागत किया है। उनका पूरा परिवार क्वरेंटीन है।
मध्य प्रदेश में अब तक इस वायरस से संक्रमित 29 मरीज़ सामने आये हैं। इनमें शिवपुरी से 2, ग्वालियर से 1, इंदौर से 13, भोपाल से 3, जबलपुर से 8 व अन्य लोग शामिल हैं। दो व्यक्तियों की मौत हो चुकी है।