ग़ज़ा के अस्पताल में विस्फोट के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचनाएँ झेल रहे इज़राइल की सेना ने मानवीय सहायता के लिए ग़ज़ा में एक क्षेत्र को खोलने की घोषणा की है। इस तरह के मानवीय ज़ोन के लिए पिछले कई दिनों से प्रयास किया जा रहा था। मिस्र, अमेरिका और अन्य के साथ कई दिनों से बातचीत की जा रही थी। लेकिन अब दक्षिणी ग़ज़ा में एक मानवीय क्षेत्र के निर्माण की घोषणा की गई जहां अंतरराष्ट्रीय सहायता दी जाएगी।
इज़राइली सेना आईडीएफ का कहना है कि फिलिस्तीनियों को खान यूनिस के नजदीक अल-मवासी क्षेत्र में एक मानवीय क्षेत्र में जाना चाहिए, जहां ज़रूरत के हिसाब से अंतरराष्ट्रीय मानवीय सहायता दी जाएगी।
ग़ज़ा में गंभीर होती स्थिति के मद्देनज़र संयुक्त राष्ट्रसंघ सहित दुनियाभर से भेजी गई आर्थिक मदद ग़ज़ा के लोगों तक नहीं पहुँच पा रही थी, क्योंकि ग़ज़ा तक आर्थिक मदद पहुँचाने का हर रास्ता इज़राइल से होकर जाता है। 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद इज़राइल ने सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। इस वजह से आर्थिक मदद वाली सामग्री मिश्र की सीमा पर रुकी हुई है और ट्रकों की लाइनें लग गई हैं।
द टाइम्स ऑफ़ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार आईडीएफ़ ने ग़ज़ा पट्टी के उत्तरी हिस्से में फिलिस्तीनियों से दक्षिण को खाली करने के लिए अपने आह्वान को भी दोहराया है, क्योंकि सेना ने चेतावनी दी है कि वह जल्द ही इस क्षेत्र को निशाना बनाएगी।
आईडीएफ़ की यह घोषणा मंगलवार को ग़ज़ा शहर के एक अस्पताल में हुए भीषण विस्फोट में सैकड़ों लोगों की मौत के बाद आई है। हमास ने विस्फोट के लिए इजराइली हवाई हमले को जिम्मेदार ठहराया है, लेकिन इजराइली सेना ने दावा किया है कि वह इसमें शामिल नहीं था और विस्फोट फिलिस्तीनी रॉकेट के ग़लत चलने के कारण हुआ।
ग़ज़ा से भागने की कोशिश कर रहे हजारों लोग राफा में जुटे हैं, जो इस क्षेत्र की मिस्र तक जाने वाली एकमात्र सीमा है। इससे पहले अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों ने सहायता और विदेशी पासपोर्ट वाले शरणार्थियों को बाहर जाने देने के लिए एक समझौते की अपील दोहराई थी। बढ़ते संघर्ष के बीच अमेरिका को उम्मीद थी कि राष्ट्रपति जो बाइडेन के क्षेत्र का दौरा करने से गतिरोध टूट जाएगा, लेकिन अस्पताल पर हमले के बाद जॉर्डन में एक नियोजित शिखर सम्मेलन को स्थगित कर दिया गया।
ग़ज़ा के अल-अहली अरब अस्पताल पर हमले के बाद जॉर्डन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और अन्य नेताओं के बीच बुधवार को शिखर बैठक होनी थी। इस घटना से अमेरिकी राजनयिक प्रयासों को झटका लगा है लेकिन इसके बावजूद बाइडेन इजराइल की यात्रा पर जा रहे हैं।
इजराइल के बाद बाइडेन को जॉर्डन जाना था। ग़ज़ा के अस्पताल पर इजराइल बमबारी से सारे मुस्लिम देश बेहद नाराज हो गए हैं।
जॉर्डन के विदेश मंत्री अयमान सफादी ने मंगलवार देर रात कहा कि बुधवार को जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी और फिलिस्तीनी प्राधिकरण के अध्यक्ष महमूद अब्बास के साथ होने वाली बाइडेन की शिखर बैठक रद्द कर दी गई है।
इधर, सहायता कर्मियों ने चेतावनी दी कि इज़राइल पर हमास के हमले के बाद इज़राइली घेराबंदी के कारण ग़ज़ा में जीवन पूरी तरह से तबाह हो गया।
इजराइल और हमास के बीच 7 अक्टूबर को शुरू हुआ युद्ध दोनों पक्षों के लिए अब घातक स्थिति में पहुँच गया है। ग़ज़ा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि 2,778 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 9,700 घायल हुए हैं। इज़राइल के अनुसार, 1,400 से अधिक इज़राइली मारे गए हैं, और बच्चों सहित कम से कम 199 अन्य को हमास ने पकड़ लिया और ग़ज़ा में ले गया है।