देश का पूंजी बाज़ार संकट में है और तमाम स्टॉक एक्सचेंज से जुड़े सूचकांक गिरते जा रहे हैं। गुरुवार को बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का संवेदनशील सूचकांक यानी सेंसेक्स 560 अंक टूटा। नतीजतन, यह 36,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे गिरा और 35,987 अंक तक जा पहुँचा।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज में गिरावट का हाल यह था कि सेंसेक्स जिन 30 शेयरों को लेकर बना है, उसमें से सिर्फ़ 4 शेयर बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि 26 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में भी गिरावट देखी गई और इसका सूचकांक निफ़्टी 10,700 अंक के नीचे चला गया।
पेट्रोल-डीज़ल महँगे
दूसरी ओर, पेट्रोल-डीज़ल की क़ीमतें लगातार तीसरे दिन बढ़ी हैं। पहले यह 29 पैसे बढ़ी, फिर 19 पैसे और उसके बाद फिर बढ़ कर कुल 50 पैसे की बढ़त हो गई। सोमवार को अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमत बढ़ने के बाद से अब तक 50 पैसे की वृद्धि हो चुकी है।भारतीय शेयर बाज़ार में यह मंदी वैसे समय बढ़ रही है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के ह्यूस्टन शहर में 'हाउडी मोडी' कार्यक्रम करने जा रहे हैं, जिसमें वहाँ की बड़ी कंपनियों के चोटी के सैकड़ों अफ़सर मौजूद रहेंगे। उन्हें रिझाने की कोशिश के तहत यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। लेकिन दो दिन पहले ही यह ख़बर आई है कि पिछली तिमाही में विदेशी संस्थागत निवेशकों ंने भारतीय पूंजी बाज़ार से 4.50 अरब डॉलर निकाल लिए हैं। ऐसे में अमेरिका में होने वाले कार्यक्रम पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं कि क्या घोषणा होती है और उसके बाद वहाँ से कितना निवेश होता है। पर्यवेक्षकों का कहना है कि इसकी बहुत अधिक संभावना नहीं है।