पहलवान विनेश फोगाट पर ओलंपिक का अंतरराष्ट्रीय ट्रिब्यूनल अपना फैसला अब 13 अगस्त को सुनाएगा। हालांकि उसे शनिवार को भारतीय समयानुसार रात 9.30 बजे यह फैसला सुनाना था लेकिन अब इसे आगे बढ़ा दिया गया है। ट्रिब्यूनल CAS ने कहा है कि रविवार तक दोनों पक्षों को अतिरिक्त सबूत पेश करने के लिए कहा गया है। 13 अगस्त 2024 को इस ट्रिब्यूनल के एकमात्र मध्यस्थ (आर्बिटेटर) अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति में डॉ. एनाबेले बेनेट निर्णय लेंगी। यह केस विनेश फोगट बनाम यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के बीच है।
मध्यस्थ एनाबेले बेनेट ने सावधानीपूर्वक मामले की व्यापक समीक्षा की, इसमें शामिल सभी पक्षों की दलीलें सुनने के लिए तीन घंटे समर्पित किए। यह प्रक्रिया संपूर्ण थी, जिससे हर पक्ष को सुनवाई में शामिल होने से पहले विस्तृत कानूनी जानकारी प्रस्तुत करने की अनुमति मिलती है, जिसमें मौखिक दलीलें भी शामिल हैं। सुनवाई से पहले, यह घोषणा की गई कि ओलंपिक समाप्त होने से पहले निर्णय की घोषणा की जाएगी।
विनेश फोगाट ने ओलंपिक खेलों के महिलाओं के 50 किग्रा फ्री-स्टाइल फाइनल में 100 ग्राम अधिक वजन के कारण अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ सीएएस (कैस) में अपील की थी।
पीटीआई ने अपनी रिपोर्ट में भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन के सूत्र के हवाले से कहा है कि पेरिस में खेलों के समापन के दो दिन बाद 13 अगस्त को ही विस्तृत निर्णय सार्वजनिक होने की संभावना है। संक्षेप आदेश कल शाम को आएगा लेकिन विस्तृत आदेश बाद में आएगा।
जापानी ओलंपिक चैंपियन री हिगुची ने भारतीय पहलवान विनेश फोगाट को अपना समर्थन दिया, जिन्हें पेरिस खेलों में निर्धारित सीमा से 100 ग्राम अधिक होने के कारण फाइनल से बाहर कर दिया गया था। पुरुषों की 57 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा में स्वर्ण पदक विजेता हिगुची तीन साल पहले केवल 50 ग्राम अधिक वजन के कारण टोक्यो ओलंपिक के क्वालीफायर से बाहर हो गए थे। अंततः वह एक प्लेऑफ़ मुकाबला भी हार गए और उस समय भी उच्च रेटिंग प्राप्त होने के बावजूद अपने घरेलू ओलंपिक में मुकाबला नहीं कर सके।
बहरहाल, पेरिस ओलंपिक में रितिका हुड्डा के हारने के बाद भारत का अभियान ओलंपिक में खत्म हो गया। भारत ने कुल मिलाकर 6 मेडल इस ओलंपिक में प्राप्त किए हैं। जिसमें एक सिल्वर है और 5 कांस्य पदक हैं। भारत को एक भी गोल्ड मेडल नहीं मिला और भारत पेरिस ओलंपिक में 69वें नंबर पर है।