संसद में ‘उन्नाव’: राम मंदिर बना रहे हैं और सीता मैया को जला रहे हैं: कांग्रेस

01:32 pm Dec 06, 2019 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

उत्तर प्रदेश के उन्नाव में बलात्कार पीड़िता को ज़िंदा जलाने के प्रयास के मामले को लेकर कांग्रेस ने लोकसभा में ज़बरदस्त हंगामा किया। पार्टी के सांसदों ने महिलाओं के प्रति हो रही हिंसा की ख़बरों को लेकर देश में क़ानून-व्यवस्था बिगड़ने का हवाला देते हुए सदन से वाकआउट किया। बता दें कि हैदराबाद में डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में महिलाओं के बलात्कार और इसके बाद उनकी हत्या किए जाने की ख़बरें आ रही हैं। पश्चिम बंगाल के मालदा, राजस्थान के टोंक, बिहार के बक्सर में भी बलात्कार के बाद हत्या की ख़बरें आईं। बलात्कार की ख़बरें तो हर रोज़ आ रही हैं। इसी बीच गुरुवार को उन्नाव की हुई घटना ने एक बार फिर से देश को झकझोर कर रख दिया है। 

शुक्रवार को जब लोकसभा में कार्यवाही शुरू हुई तो कांग्रेस ने इस मुद्दे को उठाया। कांग्रेस ने ऐसी घटनाओं पर पूछा कि आख़िर क्यों अपराधियों के हौसले बुलंद हैं? सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘उन्नाव पीड़िता 95 फ़ीसदी जल गई है, इस देश में हो क्या रहा है? एक तरफ़ तो राम का मंदिर बनाया जा रहा है और दूसरी तरफ़ सीता मैया को आग के हवाले किया जा रहा है। अपराधी इतने दुस्साहसी क्यों हो गए हैं?’ कांग्रेस नेता के सवाल उठाने पर सदन में शोर-शराबा हुआ। सरकार की प्रतिक्रिया से नाराज़ होकर कांग्रेस सदस्यों ने इस मुद्दे पर सदन से वाकआउट किया यानी वे विरोध में सदन से बाहर चले गए। 

बता दें कि एक दिन पहले ही उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र में बलात्कार पीड़िता के साथ यह घटना हुई। पीड़िता को इलाज के लिए उत्तर प्रदेश से दिल्ली के अस्पताल में लाया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। 

पीड़िता की उम्र 20 वर्ष बताई जा रही है। पीड़िता के साथ दो लोगों ने इस साल मार्च में सामूहिक दुष्कर्म किया था। जब यह जलाने की घटना हुई तब पीड़िता बलात्कार मामले में सुनवाई के लिए रायबरेली की एक अदालत में पहुँचने के लिए ट्रेन पकड़ने रेलवे स्टेशन जा रही थी। लेकिन तभी बलात्कार का मुख्य अभियुक्त अपने 4 अन्य साथियों के साथ पीड़िता को गाँव से बाहर खेतों में ले गया और उस पर पेट्रोल डालकर उसे ज़िंदा जलाने का प्रयास किया। सूचना मिलने पर पहुँची पुलिस ने पीड़िता को ज़िला अस्तपाल में भर्ती कराया, जहाँ से उसे लखनऊ रेफ़र कर दिया गया था। बाद में उन्हें बेहतर इलाज के लिए लखनऊ से दिल्ली एयरलिफ़्ट किया गया और सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है।