बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला बोला है। स्वामी ने शनिवार को ट्वीट कर कहा है कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर और एनएसए अजित डोभाल क्या कभी इस बात के लिए देश से माफ़ी मांगेंगे कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए किस तरह की गड़बड़ियां की हैं।
स्वामी ने कहा कि इन दोनों अफ़सरशाहों को फ्री हैंड दिया गया क्योंकि मोदी अपने बराबर के क़द वाले राजनेताओं पर भरोसा नहीं करते। उन्होंने कहा कि अब हम अपने सभी पड़ोसियों के साथ झगड़ रहे हैं।
स्वामी के बारे में कहा जाता है कि वे मोदी सरकार में वित्त मंत्री बनना चाहते थे लेकिन उन्हें यह मौक़ा नहीं दिया गया। वह मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों के खासे आलोचक रहे हैं और अरूण जेटली के वित्त मंत्री रहते हुए उन पर या वर्तमान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर भी हमला बोल चुके हैं।
आर्थिक, विदेश नीति पर उठाए सवाल
स्वामी ने शनिवार को एक बार फिर मोदी सरकार की आर्थिक व विदेश नीति पर सवाल उठाए। एक ट्विटर यूजर ने स्वामी से कहा था कि वह उन्हें सपोर्ट करेंगे अगर वे मोदी और सरकार की ग़लती पर उनकी आलोचना करें लेकिन उनका (स्वामी का) हर ट्वीट उनके ख़िलाफ़ ही होता है और इससे ऐसा लगता है कि आप इसलिए मोदी के विरोधी हैं क्योंकि उन्होंने आपको वह मंत्रालय नहीं दिया, जिसकी आपको ख़्वाहिश थी।
इस यूजर को जवाब देते हुए स्वामी ने कहा कि वे मोदी की आर्थिक और विदेश नीतियों के ख़िलाफ़ हैं और इस मुद्दे पर किसी भी जिम्मेदार शख़्स से बहस करने के लिए तैयार हैं।
आईटी सेल पर भड़के थे स्वामी
स्वामी बेहद पढ़े-लिखे शख़्स हैं और पार्टी लाइन से इतर अपनी राय को खुलकर जाहिर करते रहे हैं। स्वामी पिछले साल बीजेपी आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय पर भड़क गए थे। उन्होंने ट्वीट कर कहा था, “बीजेपी आईटी सेल शैतान हो गयी है। इसके कुछ सदस्य फ़र्जी आईडी द्वारा किए गए ट्वीट्स का इस्तेमाल मुझ पर व्यक्तिगत हमला करने के लिए कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा था, “अगर मेरे नाराज़ फ़ॉलोवर्स पलटकर व्यक्तिगत हमला करेंगे तो इसके लिए मुझे जिम्मेदार न ठहराया जाए जिस तरह बीजेपी को इस द्रुष्ट आईटी सेल के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।”
स्वामी ने अमित मालवीय पर तीख़ा हमला बोलते हुए ट्वीट किया था, “बीमार चरित्र का मालवीय गंदगी फैला रहा है। हम मर्यादा पुरूषोत्तम राम की पार्टी हैं न कि रावण और दुशासन की।”
स्वामी ने एक बार कहा था कि मोदी को अर्थव्यवस्था की कोई समझ नहीं है। उन्होंने इशारों-इशारों में निर्मला सीतारमण पर तंज किया था कि सिर्फ़ जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में पढ़ने से ही अर्थव्यवस्था जैसे विषय की समझ नहीं आती है।