फिल्म आदिपुरुष के टीजर पर क्यों हुआ विवाद?

03:16 pm Oct 04, 2022 | सत्य ब्यूरो

फिल्म आदिपुरुष के टीजर को लेकर विवाद शुरू हो गया है। हिंदू महासभा ने फिल्म में रावण का किरदार निभाने वाले सैफ अली खान के लुक पर सवाल उठाए हैं तो मध्य प्रदेश सरकार के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। 

फिल्म में प्रभास ने भगवान राम, सैफ अली खान ने रावण, कृति सेनन ने सीता और सनी सिंह ने लक्ष्मण की भूमिका निभाई है। 2 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में इस फिल्म का टीजर लॉन्च किया गया। 

लेकिन टीजर रिलीज होते ही विवाद हुआ और इसका विरोध शुरू हो गया। 

क्या है विरोध की वजह?

ट्विटर पर कई लोगों ने कहा है कि रावण की भूमिका निभा रहे सैफ अली खान को मुगल शासक तैमूर की तरह दिखाया गया है। कुछ ट्विटर यूजर्स ने सैफ अली खान की तुलना अलाउद्दीन खिलजी से की है और कहा है कि यह फिल्म रामायण का अपमान करती है क्योंकि फिल्म में रावण और हनुमान को मुकुट पहने हुए नहीं दिखाया गया है। सैफ अली खान के हेयरकट को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं। 

ट्विटर यूजर्स का कहना है कि रावण को खिलजी की तरह दिखाया गया है जबकि रावण एक बुद्धिमान ब्राह्मण था। लोगों का कहना है कि उनकी धार्मिक भावनाओं को आहत करना बंद किया जाए। 

'हमारी आस्था पर कुठाराघात'

मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस मामले में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस फिल्म के टीजर में हिंदुओं की आस्था के जो केंद्र बिंदु हैं, उन्हें जिस रूप में दिखाया गया है वह अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा कि टीजर में हनुमान जी के अंग वस्त्र चमड़े के दिखाए गए हैं जबकि हनुमान जी के बारे में कहा गया है कि- कानन कुंडल कुंचित केसा, हाथ बज्र और ध्वजा विराजे, कांधे मूंध जनेऊ साजे। 

उन्होंने कहा कि यह हमारी आस्था पर कुठाराघात है और ऐसे दृश्य धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले हैं। मिश्रा ने कहा कि वह इस मामले में फिल्म के निर्माता ओम राउत को पत्र लिख रहे हैं कि वह इस तरह के सभी दृश्यों को हटाएं और अगर वह नहीं हटाते हैं तो इसमें कानूनी कार्रवाई पर विचार किया जाएगा। 

एक ट्विटर यूजर ने कहा है कि लाख बुराइयां थी रावण में, लेकिन उसने कभी ऐसी हेयरस्टाइल नहीं रखी। 

'रावण या चंगेज खान या मीर जाफर'

हिंदू महासभा के अध्यक्ष चक्रपाणि महाराज ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा है कि रावण को इस तरह सुरमा लगाकर दिखाया गया है कि जैसे वह रावण नहीं बल्कि चंगेज खान हो या मीर जाफर हो। उन्होंने कहा कि रावण का इस्लामीकरण कर दिया गया है और रावण को इस्लामिक आतंकी के रूप में दिखाने की कोशिश की गई है। 

उन्होंने कहा कि रावण से हमारे कई विरोध हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम उसकी विद्वता से इनकार करें। 

ट्विटर पर कुछ यूजर्स ने कहा है कि रावण बाबर या औरंगजेब की तरह दिख रहा है और रावण जैसा बिल्कुल भी नहीं। हिंदूवादी नेता और भगवा क्रांति सेना की अध्यक्ष डॉक्टर प्राची साध्वी ने भी इसे लेकर ट्वीट किया है। 

वीएफएक्स को लेकर आलोचना

फिल्म के टीजर के सामने आने के बाद इसके खराब वीएफएक्स को लेकर भी ट्विटर पर आलोचना हो रही है। ट्विटर पर कुछ यूजर्स ने कहा है कि इस फिल्म के कई दृश्यों को गेम ऑफ थ्रोन्स से बेशर्मी के साथ कॉपी कर लिया गया है और इसमें 500 करोड़ रुपये बर्बाद कर दिए गए हैं। 

एक ट्विटर यूजर ने कहा है कि वीएफएक्स के नाम पर हमारे इतिहास को बर्बाद न किया जाए। फिल्म ओरिजिनल के बजाय एनीमेटेड मूवी की तरह दिखती है। भगवान राम, हनुमान, जामवंत, रावण और अन्य अभिनेता अपने पात्रों की तरह नहीं दिखते।

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने इस मामले में आज तक से बातचीत में कहा कि फिल्मों और नाटकों में लगातार हिंदू संस्कृति पर हमला होता रहा है और यह बिल्कुल गलत है। उन्होंने कहा कि रावण भले ही अत्याचारी था लेकिन जिस तरह हिंदू समाज की जन भावनाओं से खिलवाड़ किया जा रहा है उसे सही नहीं माना जा सकता।