रवि दहिया ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में फ्री स्टाइल कुश्ती के 57 किलो भार वर्ग में रजत पदक जीत लिया है। वे फ़ाइनल में कोरिया के ज़वूल उगूएव से 4-7 से हार गए।
स्वर्ण पदक के लिए चल रहे मैच के पहले ही राउंड में रवि कोरिया के इस पहलवान से 2-4 से पिछड़ गए। बाद में उगुएव ने अपनी बढ़त बढ़ा कर 7-2 कर ली।
इसके बाद रवि ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मैच में वापसी की और स्कोर 4-7 कर लिया। लेकिन उगुएव के शानदार बचाव के आगे वे लाचार हो गए।
टोक्यो ओलंपिक 2020 में यह भारत का दूसरा रजत और पाँचवां पदक है। इस ओलंपिक में भारत को पहला रजत महिला भारोत्तोलन में मीरा चानू के रूप में मिला।
सोने की उम्मीद थी
रवि दहिया से स्वर्ण पदक की उम्मीद की जा रही थी, पर वह फ़ाइनल में चूक गए। अभिनव बिंद्रा ऐसे अकेले भारतीय हैं, जिन्होंने व्यक्तिगत स्पर्धा में ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता है।
इसके अलावा भारत ने सिर्फ पुरुष हॉकी में सोना जीता है। भारत को पुरुष हॉकी में अंतिम स्वर्ण पदक 1980 के मॉस्को ओलंपिक खेलों में मिला था।
दीपक पूनिया चूके
टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पहलवान दीपक पूनिया कांस्य पदक जीतने के करीब पहुँच गए थे। लेकिन प्ले-ऑफ में सैन मरीनो के माइलेस नज्म अमीन ने अंतिम 10 सेकेंड में उन्हें पटखनी दे दी। यह दीपक का पहले ओलंपिक था और वे 86 किलोग्राम भार कैटगरी में थे।
उम्मीदें बाकी हैं
टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत की पदक की उम्मीदें अभी बची हुई हैं। महिला गॉल्फ़र अदिति अशोक गुरुवार को दूसरे दौर में पाँच अंडर 66 का शानदार स्कोर बनाने में कामयाब रही।
उन्होंने कासुमिगासेकी कंट्री क्लब में दूसरे दौर में पाँच बर्डी की और नौ अंडर 133 के कुल स्कोर से डेनमार्क की नेना कोर्स्ट्ज मैडसन (64) और एमिली क्रिस्टीन पेडरसन (63) के साथ संयुक्त दूसरे स्थान पर हैं।
अदिति अपने दूसरे ओलंपिक में हिस्सा ले रही हैं और उनकी माँ महेश्वरी उनके कैडी की भूमिका में हैं। वह शीर्ष पर चल रही दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी अमेरिका की नेली कोर्डा से चार शॉट पीछे हैं।