राम मंदिर प्रतिष्ठा: एंटी ड्रोन सिस्टम, स्नाइपर्स, 13000 बल, जानें कैसी सुरक्षा-व्यवस्था

08:42 pm Jan 21, 2024 | सत्य ब्यूरो

अयोध्या में सोमवार को होने वाली राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए भव्य तैयारियाँ हुई हैं। कार्यक्रम से पहले बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। क़रीब 13,000 सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। एंटी-ड्रोन सिस्टम से लेकर एनएसजी स्नाइपर और एंटी बम और डॉग स्क्वाड तक को सुरक्षा के लिए लगाया गया है। एनडीआरएफ़ की टीमें भी तैनात होंगी।

प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाग लेंगे। श्री राम मंदिर तीर्थ ट्रस्ट से जुड़े लोग, राम मंदिर निर्माण का हिस्सा रहे कुछ लोगों सहित बॉलीवुड से लेकर खेल और उद्योग जगत से जुड़े लोग भी शरीक होंगे। बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन, बिजनेसमैन मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, खेल के दिग्गज सचिन तेंदुलकर, एमएस धोनी जैसी हस्तियाँ उन लोगों में शामिल हैं जिन्हें 'प्राण प्रतिष्ठा' में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।

अयोध्या में 'प्राण प्रतिष्ठा' अनुष्ठान दोपहर 12:20 बजे शुरू होगा और दोपहर 1 बजे तक इसके चलने की उम्मीद है। इसके बाद पीएम मोदी कार्यक्रम स्थल पर संतों और लोगों की एक सभा को संबोधित करेंगे। इस बीच लाखों लोगों द्वारा इस कार्यक्रम को टेलीविजन और अन्य ऑनलाइन प्लेटफार्मों पर लाइव देखा जाएगा। कई राज्यों ने छुट्टी की घोषणा की है, जबकि केंद्र ने आधे दिन की घोषणा की है।

सोमवार को अयोध्या में राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह से पहले हजारों पुलिस कर्मियों को तैनात कर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। एक एकीकृत नियंत्रण और कमांड सेंटर स्थापित किया गया है जहां विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को तैनात किया गया है।

उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा है कि अयोध्या और उसके आसपास के जिलों में रेलवे पुलिस अधिकारियों, एयरपोर्ट अथॉरिटी और सीआईएसएफ को समन्वय बनाए रखने और सुरक्षा के उचित इंतजाम करने को कहा गया है। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, 'केंद्रीय गृह मंत्रालय की मांग के मुताबिक़ शहर में सीएपीएफ की सात कंपनियां, दो एंटी-ड्रोन सिस्टम और दो एनएसजी स्नाइपर टीमें तैनात की गई हैं। हमने 25 वीआर कारों, 10 वाहन-माउंटेड जैमर और छह वाहन-माउंटेड एक्स रे बैगेज स्कैनर के लिए एक अनुरोध भी रखा है, जिसे यूपी सरकार ने केंद्र को भेजा था।'

रिपोर्ट के अनुसार कार्यक्रम की सुरक्षा के लिए 17 पुलिस अधीक्षक, 24 सहायक पुलिस अधीक्षक (आईपीएस 2020-21 बैच), 44 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 140 पुलिस उपाधीक्षक, 208 निरीक्षक, 1196 उप निरीक्षक, 83 सहायक उप निरीक्षक, 4,350 पुलिस अधिकारी, 590 कांस्टेबल, 16 ट्रैफिक इंस्पेक्टर, 130 ट्रैफिक सब-इंस्पेक्टर, 325 ट्रैफिक अधिकारी, 540 ट्रैफिक कांस्टेबल और अतिरिक्त पुलिस अधिकारियों के साथ 26 पीएसी कंपनियां पहले ही अयोध्या में आवंटित की जा चुकी हैं।

उन्होंने कहा कि राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के दो निरीक्षक, 40 उप-निरीक्षक, 150 अधिकारी, 30 महिला कांस्टेबल और एक कंपनी पीएसी तैनात की गई है। उन्होंने कहा है, 'यूपी पुलिस की खुफिया इकाई के इनपुट के आधार पर संबंधित पुलिस अधिकारियों को अलर्ट भेजा जा रहा है। हमने अयोध्या में मंदिर में राम की मूर्ति की सुरक्षित स्थापना के लिए 20 विस्तृत निर्देश जारी किए हैं।' पुलिस अधिकारी ने कहा कि अग्नि सुरक्षा व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण स्थानों की पहचान की गई है।

प्रशांत कुमार ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में अयोध्या की ओर जाने वाले सभी पांच राजमार्गों पर ग्रीन कॉरिडोर स्थापित किए गए हैं और एक योजना के तहत ट्रैफिक डायवर्जन बनाने के निर्देश जारी किए गए हैं।

प्रशांत कुमार ने इंडिया टुडे से कहा कि 13,000 बलों की तैनाती के अलावा, पुलिस अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था को एआई संचालित सीसीटीवी का उपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि 'प्राण प्रतिष्ठा' से पहले चौबीसों घंटे निगरानी के लिए पूरे अयोध्या में 10,000 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। ड्रोन रोधी तकनीक भी हैं।

लता मंगेशकर चौक पर रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों को तैनात किया गया है। पुलिस बीच-बीच में सरयू नदी पर नाव से गश्त कर रही है। अयोध्या के नए उद्घाटन किए गए महर्षि वाल्मिकी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वाड तैनात किए गए हैं।

रिपोर्ट के अनुसार राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा है कि कार्यक्रम स्थल में प्रवेश पूर्व दिशा से और निकास दक्षिण दिशा से होगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या में 51 स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था की है। अधिकारियों ने रविवार को कहा कि 22,825 वाहनों के लिए पार्किंग स्थान होंगे और ये स्थान लगातार ड्रोन निगरानी में रहेंगे। 

अयोध्या प्रशासन ने स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थितियों से निपटने के लिए भी इंतजाम किए हैं, खासकर यह देखते हुए कि भीषण शीत लहर के कारण उत्तर भारत कड़ाके की ठंड की चपेट में है। अयोध्या में शहर स्थित और जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में बिस्तर आरक्षित किए गए हैं।