कांग्रेस पार्टी जब राहुल गांधी के लिए देशभर में आज 26 मार्च को सत्याग्रह कर रही है तो ऐसे में राहुल ने सोशल मीडिया पर अपना परिचय बदल लिया है। ट्विटर पर अपने परिचय में उन्होंने लिखा - अयोग्य सांसद (Dis'Qualified MP)। बता दें कि मानहानि के मामले में गुजरात हाईकोर्ट ने 23 मार्च को उन्हें दो साल की सजा सुनाई थी लेकिन सजा पर 30 दिनों की रोक भी लगा दी थी। इसके बाद लोकसभा स्पीकर ने उन्हें 24 मार्च को लोकसभा की सदस्यता के अयोग्य घोषित कर दिया। इसके बाद राहुल ने अपने ट्विटर बायो में बदलाव करते हुए उसमें 'डिसक्वालिफाइड एमपी' जोड़ दिया है।
ट्विटर पर उनके खाते के विवरण में संसद की 'अयोग्य' सदस्यता के साथ-साथ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की उनकी सदस्यता के बारे में उल्लेख है।
लेकिन राहुल गांधी अब बहुत मुखर हो गए हैं। इस घटनाक्रम के बाद राहुल ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कल शनिवार को कहा था कि पीएम मोदी अडानी पर उनके सवालों से डर गए थे। ये डर मैंने पीएम मोदी की आंखों में देखा है। राहुल ने कहा - मैं अपनी बात कहने और सवाल करने से डरता नहीं हूं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्योगपति गौतम अडानी के बीच संबंधों को लेकर सवाल उठाता रहूंगा। उन्होंने अडानी का समर्थन करने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा, "इस सरकार के लिए देश अडानी है और अडानी देश है।"
हालांकि इसके जवाब में वरिष्ठ बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने गुजरात की एक अदालत द्वारा गांधी को दोषी करार देने पर तुरंत रोक लगाने के लिए अपील नहीं की क्योंकि वे कर्नाटक में आगामी विधानसभा चुनावों में इस मुद्दे को भुनाना चाहते हैं। प्रसाद ने राहुल गांधी पर मोदी उपनाम को लेकर अपने बयानों में "अपमानजनक" शब्दों का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया, जिसके कारण मानहानि का मुकदमा हुआ।