कोरोना की सरकारी चिंता के बीच राहुल दिल्ली की तरफ बढ़े 

12:43 pm Dec 22, 2022 | सत्य ब्यूरो

कोरोना की तमाम सरकारी चिंताओं के बावजूद भारत जोड़ो यात्रा आज 22 दिसंबर को मेवात जिले के मालब गांव से रवाना हो गई। कल का दिन तमाम अफवाहों और पसोपेश में बीता था। कल यह अफवाह फैलाई गई कि भारत जोड़ो यात्रा अब रुक जाएगी और नूंह से आगे नहीं बढ़ेगी। लेकिन इसकी घोषणा यात्रा से जुड़े लोगों ने नहीं की। हरियाणा में यात्रा की जिम्मेदारी संभाल रहे पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने साफ शब्दों में कहा कि सरकार पहले कोरोना की बंदिशें जारी करे, हम यात्रा में उसका पालन करेंगे।

कोरोना को लेकर प्रधानमंत्री आज दोपहर बाद बैठक करने वाले हैं। तमाम बीजेपी शासित राज्यों ने कोरोना को लेकर समीक्षा बैठकें शुरू कर दी हैं। टीवी चैनलों से लग रहा है कि कोरोना का महाविस्फोट बस होने वाला है। लेकिन बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कल ही कह दिया था कि भारत जोड़ो यात्रा की लोकप्रियता से परेशान होकर सरकार ने कोरोना की आड़ में यात्रा रोकने की कोशिश कर रही है। जबकि वो लोग (बीजेपी) खुद जुलूस निकाल रहे हैं। 

नीतीश कुमार के बयान की पुष्टि बीजेपी आईटी सेल के अमित मालवीय के उस वीडियो से हो गई जो उन्होंने दस घंटे पहले बंगाल के संदर्भ में ट्वीट किया था। बंगाल में बीजेपी की रैली का वीडियो शेयर करते हुए बताया गया कि भारी तादाद में लोग रैली में ममता सरकार को उखाड़ने के लिए पहुंचे। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी पीएम मोदी का दो दिन पहले त्रिपुरा की रैली का वीडियो इसी संदर्भ में शेयर किया था।

बहरहाल, इन्हीं सारे शोरगुल के बीच राहुल गांधी के कदम आज दिल्ली की ओर बढ़ चुके हैं। नूंह के मालब गांव में बड़ी संख्या में लोग बैनर और कांग्रेस के झंडे लिए मार्च में शामिल होते देखे गए। यह यात्रा बुधवार को हरियाणा पहुंची थी। यात्रा ने हरियाणा में प्रवेश करने से पहले 17 दिनों में लगभग 500 किलोमीटर की दूरी तय की। आज 22 दिसंबर को उसका 106वां दिन है। भारत जोड़ो यात्रा 24 दिसंबर को दिल्ली पहुंचेगी। यह बात भी महत्वपूर्ण है कि राहुल के साथ हरियाणा कांग्रेस के सभी बड़े नेता साथ चल रहे हैं। जिनमें पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, नेता विपक्ष और विधायक आफताब अहमद, पूर्व पीसीसी अध्यक्ष शैलजा, प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, अहीरवाल के प्रमुख नेता कैप्टन अजय यादव समेत तमाम नेता शामिल हैं।

पार्टी महासचिव (संचार) जयराम रमेश के मुताबिक यात्रा 23 दिसंबर को फरीदाबाद में होगी। यात्रा 24 दिसंबर को सुबह 6 बजे दिल्ली के बदरपुर मेट्रो स्टेशन से शुरू होगी और 10.30 बजे आश्रम चौक पहुंचेगी। आश्रम चौक पर लंच ब्रेक होगा और वहां से फिर दोपहर 1.30 बजे यात्रा मथुरा रोड से इंडिया गेट और आईटीओ होते हुए अंत में लाल किला पहुंचेंगी। राहुल गांधी लालकिले पर शाम को जनता को संबोधित करेंगे। राहुल गांधी और अन्य नेता सबसे पहले राजघाट जाएंगे, उसके बाद शांति वन, शक्ति स्थल और वीर भूमि भी जाएंगे। दिल्ली में यात्रा 9 दिनों का ब्रेक लेगी और फिर दोबारा शुरू होगी। 3 जनवरी से यात्रा फिर से दिल्ली से ही शुरू होगी। 

मुस्लिम बहुल मेवात में आज 22 दिसंबर को कांग्रेस कार्यकर्ता और आम लोग रास्ते में जगह-जगह राहुल का इंतजार करते दिखे।

भारत जोड़ो कन्याकुमारी से 7 सितंबर को शुरू हुई थी। भारत जोड़ो यात्रा अगले साल 3,570 किलोमीटर की दूरी तय करके जम्मू कश्मीर में खत्म होगी। कांग्रेस का दावा है कि आजाद भारत के इतिहास में किसी भी भारतीय राजनेता द्वारा किया गया सबसे लंबा पैदल मार्च है। राहुल गांधी का मकसद पार्टी कार्यकर्ताओं को लामबंद करना और विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ आम जनता को एकजुट करना है।

भारत जोड़ो यात्रा तमिलनाडु के अलावा केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों को कवर कर चुकी है।