राहुल गांधी की यात्रा भारी रोकटोक के बीच शुरू हो गई। मणिपुर सरकार ने इस पर पहले जगह को लेकर और बाद में संख्या को लेकर कई तरह की रोक लगाई। लेकिन सरकार के रोकने के बावजूद हजारों की तादाद में लोग थौबल पहुंच गए हैं। इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने राहुल गांधी को राष्ट्रीय झंडा (तिरंगा) सौंपते हुए कहा- कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- ''राहुल गांधी हमारे संविधान की रक्षा के लिए लड़ रहे हैं।'' खड़गे ने कहा- “जब जवाहरलाल नेहरू ने मणिपुर का दौरा किया, तो उन्होंने इसे भारत का गहना बताया। इसे इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने दोहराया था। उसी मणिपुर में देश का प्रधानमंत्री आने से कतरा रहा है।'' खड़गे ने कहा- "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वोट मांगने के लिए यहां (मणिपुर) आते हैं, लेकिन तब नहीं आए जब मणिपुर में लोग दर्द में हैं।"
मणिपुर में भाजपा की सरकार है। कांग्रेस का लक्ष्य राहुल गांधी की पिछली भारत जोड़ो यात्रा की तरह इसे भी एक "परिवर्तनकारी" यात्रा बनाना है। यात्रा 15 राज्यों के 100 लोकसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी और बसों और पैदल 6,713 किमी की दूरी तय करेगी। यह मार्च 67 दिनों में 110 जिलों को कवर करेगी और 20 या 21 मार्च को मुंबई में खत्म होने की उम्मीद है।
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यात्रा शुरू करने से पहले राहुल गांधी थौबल में खोंगजोम युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह स्मारक 1891 के एंग्लो-मणिपुर युद्ध में मारे गए लोगों को समर्पित है। राहुल के इस कार्यक्रम में जहां कांग्रेस के सभी प्रमुख नेता पहुंचे, वहीं बसपा सांसद दानिश अली भी पहुंचे। उन्होंने घोषणा की है कि वो पूरी यात्रा के दौरान राहुल गांधी के साथ रहेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को इंडिया गठबंधन की एक ऑनलाइन बैठक के दौरान विपक्षी नेताओं को भारत जोड़ो न्याय यात्रा के मार्ग में कहीं भी शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।
राहुल गांधी 6,713 किलोमीटर लंबी यात्रा के दौरान सार्वजनिक सभाओं को संबोधित करेंगे। इसके अलावा, यात्रा के दौरान वह दिन में दो बार नागरिक समाज के सदस्यों और संगठनों के साथ बातचीत करेंगे।
कांग्रेस द्वारा जारी यात्रा शेड्यूल के अनुसार, यात्रा 11 दिनों में 1,074 किमी की दूरी तय करते हुए उत्तर प्रदेश में सबसे लंबे समय तक रहेगी। यह यात्रा राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इलाकों से होकर गुजरेगी, जिसमें अमेठी, रायबरेली और पीएम मोदी का निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी भी शामिल है।
यात्रा नागालैंड में (दो दिनों में 257 किमी), अरुणाचल प्रदेश में (एक दिन में 55 किमी), मेघालय में (एक दिन में पांच किमी) और असम (आठ दिनों में 833 किमी) सहित 4 पूर्वोत्तर राज्यों को कवर करेगी। भारत जोड़ो न्याय यात्रा इसके बाद पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र तक जाएगी।