क्वाड बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि क्वाड नेताओं की बैठक ऐसे समय में हो रही है जब दुनिया संघर्षों और तनाव से घिरी हुई है। उन्होंने चीन जैसे देशों का नाम तो नहीं लिया, लेकिन उनको संदेश भी दिया है। उन्होंने कहा कि वे किसी के खिलाफ नहीं हैं और वे सभी नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान और सभी विवादों के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करते हैं। समझा जाता है कि यह बात चीन के संदर्भ में कही गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर क्वाड का एक साथ काम करना पूरी मानवता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। पीएम मोदी ने कहा, 'स्वतंत्र, खुला, समावेशी और समृद्ध हिंद-प्रशांत हमारी साझा प्राथमिकता और साझा प्रतिबद्धता है।'
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस गठबंधन ने पहले ही स्वास्थ्य, जलवायु परिवर्तन, सुरक्षा, उभरती हुई तकनीक और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में पहल की है। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति जो बाइडन को भी संबोधित किया और गठबंधन में उनके योगदान को स्वीकार किया। उन्होंने कहा, 'अपने तीसरे कार्यकाल के दौरान इस क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लेकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। आपके नेतृत्व में 2021 का पहला शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया।'
पीएम ने कहा, 'इतने कम समय में हमने हर दिशा में अपने सहयोग को अभूतपूर्व तरीके से बढ़ाया है। आपने इसमें बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मैं क्वाड के प्रति आपकी प्रतिबद्धता और योगदान के लिए तहे दिल से आपका शुक्रिया अदा करता हूं।' उन्होंने कहा कि भारत को 2025 में शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने में खुशी होगी।
पीएम मोदी क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। उन्होंने शिखर सम्मेलन से पहले राष्ट्रपति बाइडन से उनके आवास पर द्विपक्षीय वार्ता की, जहां दोनों नेताओं ने अमेरिका-भारत संबंधों को बढ़ाने और क्षेत्रीय और वैश्विक संघर्षों को दूर करने के तरीकों पर चर्चा की।
पीएम मोदी ने जापान पीएम के साथ मुलाक़ात को लेकर कहा है, 'प्रधानमंत्री किशिदा के साथ बहुत अच्छी बैठक हुई। बुनियादी ढांचे, सेमीकंडक्टर, रक्षा, हरित ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा हुई। भारत-जापान के बीच मजबूत संबंध वैश्विक समृद्धि के लिए बहुत अच्छे हैं।'
उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई पीएम से भी मुलाक़ात की। मोदी ने कहा, 'प्रधानमंत्री अल्बानिस के साथ व्यापक चर्चा हुई। हम व्यापार, सुरक्षा, अंतरिक्ष और संस्कृति जैसे क्षेत्रों में और भी अधिक गति जोड़ना चाहते हैं। भारत ऑस्ट्रेलिया के साथ समय की कसौटी पर खरी उतरी मित्रता को बहुत महत्व देता है।'
पीएम मोदी का न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम में अमेरिकी-भारतीय समुदाय को संबोधित करने, अमेरिकी तकनीकी व्यवसाय के नेताओं से मिलने और संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाषण देने का कार्यक्रम है।