प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश के नाम संबोधन पर कांग्रेस ने तेज़ और तीख़ा हमला बोला है। कांग्रेस ने कहा है कि मोदी अपने भाषण में चीन की निंदा करनी तक भूल गए। पार्टी ने कहा कि मोदी इतने डरे हुए हैं कि देश के नाम संबोधन में उन्होंने चीन का जिक्र तक नहीं किया।
कांग्रेस ने मोदी के भाषण के बाद ट्विटर पर हैशटैग #StopBhaashanTakeAction चलाते हुए कहा है कि यह प्रधानमंत्री का एक और संबोधन था, जो एक सरकारी नोटिफ़िकेशन के जरिये भी हो सकता था।
कांग्रेस ने पूछा है, ‘प्रधानमंत्री को अनियोजित लॉकडाउन से देशवासियों को हुए फायदे बताने चाहिए। कोरोना नियंत्रण के लक्ष्य में तो लॉकडाउन पूरी तरह फेल साबित हुआ है। देश जानना चाहता है कि अनियोजित लॉकडाउन के तय लक्ष्यों को देश पा सका है या नहीं’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री के संबोधन पर शेर मारते हुए ट्वीट किया, ‘तू इधर-उधर की न बात कर, ये बता कि काफ़िला कैसे लुटा, मुझे रहज़नों से गिला तो है, पर तेरी रहबरी का सवाल है।’ गलवान में भारतीय जवानों की शहादत और भारत की सीमा में चीनी घुसपैठ को लेकर भी राहुल गांधी इन दिनों मोदी सरकार पर ख़ासे हमलावर हैं। राहुल के आक्रामक अंदाज पर देखिए पवन का विश्लेषण।
राहुल गांधी ने मंगलवार सुबह एक ग्राफ़ ट्वीट कर यूपीए सरकार के दौरान और बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के दौरान चीन से हुए आयात की तुलना की थी। ट्वीट में उन्होंने लिखा था, ‘आंकड़े झूठ नहीं बोलते, बीजेपी कहती है - मेक इन इंडिया (भारत में बनाओ), बीजेपी करती है - बाय फ़्रॉम चाइना (चीन से ख़रीदो)।
ग्राफ़ में दिखाया गया है कि 2014 में केंद्र में एनडीए की सरकार बनने के बाद चीन से आयात तेजी से बढ़ा है और 2018 में यह ऊंचाई तक पहुंच गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान पर कि भारत की सीमाओं में कोई घुसपैठ नहीं हुई है, राहुल गांधी ने हाल ही में उन पर तीख़ा हमला बोला था और दो सवाल पूछे थे। राहुल ने गलवान पर ट्वीट करते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय क्षेत्र को चीनी आक्रमण के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। राहुल ने पहला सवाल पूछा था कि अगर धरती चीन की थी तो हमारे सैनिक क्यों मारे गए और दूसरा सवाल यह कि वे कहां मारे गए।
राहुल गांधी ने मोदी सरकार से सवाल पूछा था, 'क्या भारतीय ज़मीन पर चीन ने क़ब्ज़ा किया है’ राहुल ने इससे पहले पूछा था, ‘चीन ने हमारे जवानों को मारा है, चीन ने हमारी ज़मीन ली है, तब इस तनाव के वक्त चीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ क्यों कर रहा है।’