कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी के बयान को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग ने उन्हें नोटिस भेजा है। आयोग ने पूछा है कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा? आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा है कि राहुल का बयान भद्दा, अश्लील और महिलाओं के ख़िलाफ़ है। साथ ही यह भी पूछा है कि उन्हें इस पर सफ़ाई देनी चाहिए कि उन्होंने इस तरह का बयान क्यों दिया?
राहुल गाँधी ने बुधवार को जयपुर में एक चुनावी रैली में कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रफ़ाल डील पर जवाब देने के बजाए ‘एक महिला' को आगे किया है। राहुल ने कहा था, ‘56 इंच के सीने वाला चौकीदार भाग गया और एक महिला सीतारमण जी से कहा कि मुझे बचाइए। मैं खु़द को नहीं बचा सकता।' मोदी ने इस पर पलटवार करते हुए इसे देश में सभी महिलाओं का अपमान बताया था।
इसके बाद राहुल गाँधी ने ट्वीट करके कहा था, ‘मोदी जी से सम्मान के साथ कहना चाहता हूँ कि हमारी संस्कृति में महिलाओं के सम्मान की शुरुआत घर से होती है। आप बातों को इधर-उधर घुमाना बंद करिए, मर्द बनिए और मेरे सवाल का जवाब दीजिए कि जब आपने वास्तविक रफ़ाल सौदे को बदला तो क्या रक्षा मंत्रालय और वायुसेना ने इस पर आपत्ति जताई थी? हाँ या ना?'।
राहुल गाँधी के बयान पर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी प्रतिक्रिया दी है। मालीवाल ने कहा है, ‘रफ़ाल मामले की जाँच ज़रूर होनी चाहिए लेकिन राहुल का बयान बेहद दकियानूसी और महिलाओं के ख़िलाफ़ नफ़रत फैलाने वाला है। मैं यह नहीं समझ पा रही हूँ कि पुरूष यह कैसे भूल जाता है कि महिलाएँ उनसे ज़्यादा शक्तिशाली हैं। क्या पुरूष 9 महीने तक अपने गर्भ में बच्चे को रख सकता है और उसे जन्म दे सकता है?’।
रफ़ाल सौदे पर राहुल गाँधी लंबे समय से हमलावर हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब देने की माँग करते रहे हैं। हाल ही में संसद में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने उनके सवालों का जवाब दिया था लेकिन राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ही उनके सवालों के जवाब देने को कहा है।