विपक्षी दल इंडिया की पार्टियाँ बुधवार को संसद में हुए सुरक्षा उल्लंघन पर अपनी भावी कार्रवाई पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर बैठक कर रही हैं। लोकसभा और राज्यसभा दोनों में सरकार से बयान मांगने की रणनीति बनाई गई है। वे इस मुद्दे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मिलने की योजना बना रहे हैं। कई कांग्रेस सांसदों ने गृह मंत्री अमित शाह से बयान की मांग करते हुए लोकसभा-राज्यसभा में नोटिस दिए हैं।
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विपक्षी दलों ने संसद में सुरक्षा उपायों की समीक्षा के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग की है।
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई समेत कई संसदों ने सुरक्षा उल्लंघन की घटना पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया।राज्यसभा में सांसद सैयद नसीर हुसैन ने इस घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री से बयान की मांग करते हुए सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया।
इस बीच, भाजपा के अमित मालवीय ने एक विरोध रैली में कांग्रेस के समर्थन में नीलम आज़ाद का एक पुराना वीडियो साझा किया और उन्हें 'आंदोलनजीवी' कहा। मालवीय ने लिखा है- "वह एक सक्रिय कांग्रेस/आई.एन.डी.आई. गठबंधन समर्थक हैं। वह एक आंदोलनजीवी हैं, जिन्हें कई विरोध प्रदर्शनों में देखा गया है। सवाल यह है कि उन्हें किसने भेजा? उन्होंने भाजपा सांसद से संसद पास प्राप्त करने के लिए मैसूर से किसी को क्यों चुना? अजमल कसाब ने भी पहना था लोगों को गुमराह करने का एक कलावा। यह एक जैसी चाल है। याद रखें कि विपक्ष कुछ भी नहीं करेगा, यहां तक कि हमारे लोकतंत्र की सर्वोच्च संस्था संसद को भी अपमानित करने से नहीं चूकेगा।''
भाजपा के अमित मालवीय ने लिखा है- "क्या मनोरंजन कांग्रेस और/या एसएफआई प्रायोजित आंदोलनों में सक्रिय थे? क्या वह राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए थे? इस पर अंतिम शब्द अभी तक नहीं आया है... लेकिन एक बात स्पष्ट है: विपक्ष ने 13 दिसंबर को एक उद्देश्य के साथ संसद को अपवित्र किया।"
कांग्रेस ने गुरुवार को इसका जवाब दिया। कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है- बीजेपी आईटी सेल दो तथ्यों से ध्यान भटकाना चाहती है: 1. संसद की सुरक्षा में बड़ा गंभीर उल्लंघन हुआ 2. लोकसभा की सुरक्षा में चौंकाने वाले तरीके से सेंध लगाने वाले घुसपैठियों को मैसूर से बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा ने संसद में प्रवेश की अनुमति दी थी। बता दें कि पुलिस को यह जानकारी कल ही मिल गई थी कि भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के ही पास पर बुधवार को आरोपी सागर शर्मा और डी. मनोरंजन ने लोकसभा में प्रवेश किया था।
कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस की प्रवक्ता लवण्य बलाल जैन ने कहा है- अमित भाजपा सांसदों की भागीदारी से ध्यान हटाकर एक नई कहानी गढ़ने की बेताब कोशिश कर रहे हैं। दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा है- कल्पना कीजिए कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वालों में से कोई भी मुसलमान होता तो क्या होता? कल्पना कीजिए अगर पास विपक्षी सांसदों द्वारा जारी किए गए होते। अब तक मोदी लाल आँख दिखा चुके होते और अमित शाह नेहरू पर दोष मढ़ चुके होते। प्रचारक और टीवी एंकर राहुल गांधी को दोषी ठहरा चुके होते।