नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए के नेता नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और केंद्र में एनडीए सरकार बनाने का दावा पेश किया। राष्ट्रपति भवन ने देर शाम को जारी बयान में कहा है कि राष्ट्रपति 9 जून को शाम 7.15 बजे नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रिपरिषद को शपथ दिलाएंगी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को औपचारिक रूप से नरेंद्र मोदी को लगातार तीसरी बार केंद्र सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। यह घटनाक्रम भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की बैठक के कुछ घंटों बाद हुआ। बैठक में गठबंधन के नेताओं ने मोदी के नाम को संसदीय दल के नेता के साथ-साथ लोकसभा के नेता के रूप में प्रस्तावित किया, जिससे वे प्रधानमंत्री पद के लिए चुने गए।
सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद अपनी पहली टिप्पणी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह 'आजादी का अमृत महोत्सव' के बाद पहला चुनाव है। यह भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने का प्रतीक है। उन्होंने यह भी कहा कि 18वीं लोकसभा के जनादेश ने एनडीए सरकार को भारत के लोगों की सेवा करने के और अधिक अवसर दिए हैं।
नरेंद्र मोदी ने कहा, 'राष्ट्रपति ने मुझे अभी बुलाया और मुझे प्रधानमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में काम करने के लिए कहा और उन्होंने मुझे शपथ समारोह के बारे में बताया। मैंने राष्ट्रपति को बताया है कि 9 जून की शाम को हमारे लिए बेहतर रहेगा। अब राष्ट्रपति भवन बाकी विवरण तैयार करेगा और तब तक हम मंत्रिपरिषद की सूची राष्ट्रपति को सौंप देंगे। उसके बाद शपथ समारोह होगा।'
नरेंद्र मोदी रविवार को लेंगे पीएम पद की शपथ
नरेंद्र मोदी रविवार को शाम 6 बजे लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। भाजपा नेता प्रहलाद जोशी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए की संसदीय बैठक से पहले जानकारी दी। एनडीए के नवनिर्वाचित सांसद मंत्रिमंडल गठन का फॉर्मूला तय करने के लिए बैठक कर रहे हैं। इसमें नरेंद्र मोदी को लोकसभा का, बीजेपी का और एनडीए का नेता चुन लिया गया।
प्रधानमंत्री मोदी, टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री और जेडी (यू) नेता नीतीश कुमार सहित एनडीए नेताओं के साथ आज ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से औपचारिक रूप से सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए मुलाकात करेंगे।
मंगलवार के नतीजों के बाद भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सीटें 293 हैं। जबकि विपक्ष के इंडिया गठबंधन की सीटें 234 हैं। इनमें से भाजपा की सीटें 240 हैं, जबकि कांग्रेस की सीटें गुरुवार रात 100 तक पहुंच गईं। इस बीच एनडीए ने सरकार बनाने की तैयारी कर दी। इसी को लेकर एनडीए की बैठक हुई है।
एनडीए के नवनिर्वाचित सांसद मंत्रिमंडल गठन का फॉर्मूला तय करने के लिए बैठक कर रहे हैं। इस बैठक में बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने नरेंद्र मोदी का नाम एनडीए के नेता के तौर पर प्रस्तावित किया।
राजनाथ सिंह ने भाजपा नीत एनडीए के विस्तार का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को देते हुए कहा कि गठबंधन भाजपा के लिए मजबूरी नहीं बल्कि इसकी प्रतिबद्धता है। उन्होंने मोदी को भाजपा संसदीय दल का नेता भी प्रस्तावित किया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसदीय बैठक को संबोधित करते हुए कहा, 'मैं लोकसभा चुनाव में फिर से जीत के लिए सभी को बधाई देता हूं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा के नेता, भाजपा और एनडीए संसदीय दल के नेता के रूप में नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा है। मैं इसका तहे दिल से समर्थन करता हूं।'
चंद्रबाबू नायडू ने नरेंद्र मोदी के नाम का समर्थन किया और संसदीय बैठक को संबोधित करते हुए कहा, 'हम सभी को बधाई दे रहे हैं क्योंकि हमने शानदार बहुमत हासिल किया है। मैंने चुनाव प्रचार के दौरान देखा है कि 3 महीने तक पीएम मोदी ने कभी आराम नहीं किया। उन्होंने दिन-रात प्रचार किया। उन्होंने उसी भावना के साथ शुरुआत की और उसी भावना के साथ समाप्त किया।'
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नरेन्द्र मोदी को लोकसभा का नेता, भाजपा और एनडीए संसदीय दल का नेता नामित करने के प्रस्ताव का समर्थन किया। इसके साथ ही शिवसेना, एनसीपी, एलजेपी (रामविलास) जैसे सहयोगी दलों ने भी समर्थन किया। जेपी नड्डा ने कहा कि आज भारत इतिहास रच रहा है और एनडीए लगातार तीसरी बार पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बना रहा है।