मणिपुर के मिक्स मार्शल आर्ट फाइटर चैंपियन चुंगरेंग कोरेन की एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जातीय हिंसा से प्रभावित पूर्वोत्तर राज्य का दौरा करने और शांति बहाल करने की अपील की है। हालांकि यह साफ नहीं है कि कोरेन ने यह भावुक अपील कब की। क्योंकि वायरल वीडियो में तारीख नहीं है। इसलिए इस वीडियो की सच्चाई को लेकर सत्य हिन्दी की ओर से कोई पुष्टि नहीं की जा रही है।
वीडियो में कोरेन को कहते सुना जा सकता है- “यह मेरा विनम्र अनुरोध है। मणिपुर में हिंसा हो रही है। लगभग एक साल हो गया है। लोग मर रहे हैं और कई लोग राहत शिविरों में हैं। इन राहत शिविरों में भोजन और पानी की कमी है। बच्चे ठीक से पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। भविष्य अस्पष्ट है। मोदी जी, कृपया एक बार मणिपुर का दौरा करें और राज्य में शांति बहाल करें।'' चुंगरेंग कोरेन उस प्रतियोगिता में खिताब पाने के बाद यह अपील करते देखे गए।
एक्स ( ट्विटर) पर वीडियो क्लिप साझा करते हुए कांग्रेस पार्टी ने लिखा है- मोदी जी, मणिपुर में हिंसा हो रही है। हर दिन लोग मर रहे हैं। लोग कैम्प में रहने को मज़बूर हैं। खाना नहीं मिल रहा। बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही। मोदी जी, एक बार तो मणिपुर आ जाइए। ...काश PM मोदी मणिपुर का दर्द समझ पाते। काश वो मणिपुर जाते। युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने यही वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “यह मणिपुर से चुंगरेंग कोरेन हैं। काश, प्रधानमंत्री उनके परिवार का हिस्सा होते तो शायद आज मणिपुर का हर नागरिक रोने को मजबूर नहीं होता।”
आम आदमी पार्टी ने यही वीडियो शेयर करते हुए लिखा- "1 साल हो गये, मणिपुर में हिंसा जारी है। लोग मर रहे हैं। एक बार मणिपुर में विजिट कर लें मोदी जी, यहाँ हमें शांति चाहिए।- Chungreng Koren (Indian #MatrixFightNight Wrestler) खिलाड़ी जीत पर भी दुख में रो रहा है, देश का ये हाल कर दिया है Modi ने।
पत्रकार डॉ राकेश पाठक ने यही वीडियो प्रसिद्ध शायर स्व. मुनव्वर राना के शेर की लाइनों से किया है- एक आँसू भी हुकूमत के लिए ख़तरा है/ तुम ने देखा नहीं आँखों का समुंदर होना । -मुनव्वर राना। मणिपुर के MMA फाइटर Chungreng Koren ने MFN Interim Bantamweight World Title जीतने के बाद राज्य के हालात पर पीएम मोदी से गुहार लगाई। रिंग से ही Chungreng Koren ने कहा , " मोदी जी लगभग एक साल से मणिपुर में हिंसा जारी है, हर दिन लोग मर रहे हैं और कई लोग रिलीफ कैंपों में हैं।"
इनके अलावा भी तमाम आम लोग सोशल मीडिया पर इस वीडियो को शेयर कर रहे हैं। इसमें ऐसा भी नहीं है कि सिर्फ क्षेत्र विशेष के लोग ही शेयर कर रहे हैं। उत्तर भारत के हिन्दी बेल्ट से इस पर ज्यादा प्रतिक्रिया देखी जा रही है। भारतीय जनता पार्टी ने अभी तक इस वायरल वीडियो पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
पिछले साल मई से मणिपुर में जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोग मारे गए हैं और लगभग 50,000 लोग विस्थापित हुए हैं। अधिकारियों का कहना है कि भूमिगत उग्रवादी समूहों को फिर से समर्थन मिलने से जातीय हिंसा अराजकता में बदल गई है। यह हिंसा तब शुरू हुई जब राज्य की भाजपा शासित सरकार ने मैतेई समुदाय को आदिवासी दर्जा देने की कोशिश की। इसके बाद पहाड़ी जिलों में "आदिवासी एकजुटता मार्च" शुरू हुए तो वहां कुकी आदिवासी समुदाय और मैतेई समुदाय के बीच हिंसक टकराव हुआ। राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह मैतेई हैं। इस हिंसा में कुकी समुदाय के काफी लोग मारे गए। उनकी तीन महिलाओं से गैंगरेप किया गया और मैतेई समुदाय की भीड़ ने उन महिलाओं की नग्न परेड निकाली। पूरा देश उस परेड का वीडियो देखकर हिल गया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हिंसाग्रस्त मणिपुर का दौरा किया। लेकिन पीएम मोदी वहां आज तक नहीं पहुंचे।
मणिपुर की आबादी का लगभग 53 प्रतिशत हिस्सा मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहता है। जिसमें मेतेई सबसे ज्यादा हैं। दूसरी तरफ करीब 40 प्रतिशत कुकी और नगा आदिवासी पहाड़ी जिलों में रहते हैं। सारी खनिज संपदा पहाड़ी जिलों में है। मैतेई अब पहाड़ी जिलों में बसना भी चाहते हैं। अभी पिछले हफ्ते सेना के एक सेवारत जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) को कथित तौर पर संघर्षग्रस्त मणिपुर के थौबल जिले से हथियारबंद लोगों के एक समूह ने अपहरण कर लिया था। लगभग नौ घंटे बाद उन्हें बचा लिया था।