दिल्ली की मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज ने बुधवार देर रात यह दावा किया कि उनके पास सूचना है कि ईडी गुरुवार सुबह केजरीवाल के आवास पर छापा मारेगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किए जाने की संभावना है। आतिशी ने बुधवार रात 11.50 बजे ट्वीट किया, "खबर आ रही है कि ईडी आज (4 जनवरी) सुबह अरविंद केजरीवाल के आवास पर छापा मारने जा रही है। गिरफ्तारी की संभावना है।" दो मिनट बाद, दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने हिंदी में वही बात पोस्ट की, "पता चला कि ईडी कल सुबह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पहुंचेगी और उन्हें गिरफ्तार करने की संभावना है।"
आप के इन दो प्रमुख नेताओं के बयानों से आप कार्यकर्ताओं में रात में ही दहशत फैल गई और अफवाहों का बाजार गर्म हो गया। लेकिन गिरफ्तारी की स्थिति में किसी प्रदर्शन का आह्वान वगैरह नहीं किया गया। गुरुवार सुबह केजरीवाल के घर पर भारी सुरक्षा बंदोबस्त देखा गया। हालांकि दिल्ली शराब घोटाले में मंडी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले की जांच कर रही केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से ऐसा कोई बयान नहीं आया कि वो गुरुवार सुबह केजरीवाल को गिरफ्तार कर लेगी। क्योंकि अभी जो प्रक्रिया होनी है, उसके तहत ईडी को अदालत से केजरीवाल के लिए गैर जमानती आदेश जारी करने का अनुरोध करना होगा या फिर ईडी को उन्हें नए सिरे से समन भेजकर पूछताछ के लिए तलब करना होगा। समझा जाता है कि आप के नेताओं ने बुधवार देर रात जो बयान जारी किया, वो सिर्फ कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने के लिए दिया गया है। हालांकि इससे पार्टी के बाकी नेताओं और कार्यकर्ताओं में दहशत है।
पार्टी और केजरीवाल की ओर से ईडी के तीसरे समन को अवैध बताया गया। केजरीवाल इसी आधार पर ईडी के सामने पेश भी नहीं हुए। भाजपा ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि केजरीवाल डर गए हैं।
भाजपा ने कहा है कि "अरविंद केजरीवाल किससे डर रहे हैं? क्या उन्होंने मनीष सिसौदिया और संजय सिंह को छोड़ दिया है, जो शराब उत्पाद शुल्क घोटाले में जेल में हैं। केजरीवाल को ईडी के समन से बचने के बजाय, इंडिया गठबंधन के नेताओं के भ्रष्टाचार के बारे में सबक लेना चाहिए। केजरीवाल उनके अनुभव से खुद को समृद्ध करें...।'' भाजपा नेताओं ने पूछा कि अगर उन्हें ईडी का समन अवैध लगता है तो वह अदालत का रुख क्यों नहीं कर रहे हैं।
क्या अभियान को सफल बनाने के लिए ये सब किया गयाः मैं भी केजरीवाल अभियान का दूसरा चरण गुरुवार को शुरू होगा, जब राजधानी में 24 लाख घरों तक पहुंच कर पार्टी फीडबैक लेगी कि क्या केजरीवाल को गिरफ्तार होने पर इस्तीफा दे देना चाहिए या क्या उन्हें जेल से सरकार चलाना जारी रखना चाहिए। पार्टी ने कहा कि जनता ने स्पष्ट रूप से कहा है कि केजरीवाल को इस्तीफा नहीं देना चाहिए। समझा जाता है कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं को सड़कों पर उतरने का संकेत दिया गया है।
केजरीवाल दिवाली से पहले दिल्ली में प्रशासनिक कर्तव्यों और मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार का हवाला देते हुए 2 नवंबर को पहले समन पर ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे। अगला समन 21 दिसंबर को भेजा गया था और केजरीवाल एक दिन पहले ही अपनी विपश्यना के लिए निकल गए। 3 दिसंबर को, केजरीवाल ने ईडी को लिखा कि वह चुनाव में व्यस्त हैं और अगर वे सवाल भेजते हैं तो वह उसका जवाब देने के लिए तैयार हैं। केजरीवाल ने कहा कि एजेंसी ने उनके पहले के पत्रों का जवाब नहीं दिया जिसमें उन्होंने इस बारे में अधिक संदर्भ जानना चाहा था कि उन्हें क्यों बुलाया जा रहा है। हालांकि 3 दिसंबर तक चुनाव होने के बाद नतीजे आ रहे थे।
केजरीवाल ने ईडी के समन के अपने नए जवाब में लिखा, "दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते, मैं गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी 2024 के लिए कई कार्यक्रमों और समारोहों की योजना और तैयारियों में काफी व्यस्त हूं।" हालांकि ईडी की ओर से ऐसा कोई संकेत नहीं दिया गया है कि वो पूछताछ के दौरान केजरीवाल को गिरफ्तार कर लेगी। ईडी उन्हें सिर्फ पूछताछ के लिए बुला रही है।